मुनाफे के बीच मौत का खेल,मशीनरी फेल
सर्विस सेंटर परचून की दुकानों व घरों से बेचा जा रहा अति ज्वलनशील पदार्थ पेट्रोल
मनोज श्रीवास्तव
काशीपुर(उद संवाददाता)। कुंडा थाना क्षेत्र का एक बड़ा हिस्सा इन दिनों बारूद के ढेर पर है। यदि गलती से भी धमाका हुआ तो भीषण आगजनी के बीच कई जिंदगियां मौत के मुंह में चली जाएंगी। ताज्जुब तो इस बात का है कि लोग मौत का सामान खुद घरों में जमा कर अपनी बारी का इंतजार कर रहे हैं। ग्राम बैलजूडी से गढ़ीनेगी वाया करनपुर कुंडा की ओर जाने वाले मार्ग पर रास्ते में पड़ने वाली छोटी बड़ी दर्जनों परचून की दुकानों से लेकर खोखों रियाईशी घरो में अतिज्वलनशील पदार्थ पेट्रोल बेचा जा रहा है। पेट्रोल पंपों पर जिस पेट्रोल की बिक्री 74 रूपये 29 पैसे प्रति लीटर की दर से है यही पेट्रोल इलाके की दर्जनों दुकानों पर गैरकानूनी ढंग से 90 से 100 रूपये प्रति लीटर की दर से बेचा जा रहा है । इन दुकानों को तलाशने के लिए अधिक माथापच्ची की भी जरूरत नहीं है। जिन घरों अथवा दुकानों के आगे पेट्रोल भरी बोतलें शोपीस के मानिंद रखी हो समझ लीजिए यहां ब्लैक रेट पर पेट्रोल उपलब्ध है। ग्राहकों को आसपास बीड़ी सिगरेट फूंकते हुए भी देखा जा रहा है। आबादी के बीच भरतपुर गांव के राजकीय प्राथमिक विद्यालय के गेट पर भी खोखे में पेट्रोल बेचे जाने की खबर है ऐसे में यदि गलती से आगजनी के बीच धमाका हुआ तो बड़ी अनहोनी से इनकार नहीं किया जा सकेगा। जसपुर क्षेत्र के गढ़ीनेगी करनपुर बैलजोड़ी से काशीपुर ढेला पुल तक तमाम दुकानों पर बारुद से खतरनाक पेट्रोल की खुलेआम बिक्री ने लोगो को हैरत और दहशत में डाल रखा है वही संबंधित विभाग के अधिकारी गोरखधंधे को लेकर अंजान बने हैं। जसपुर के सप्लाई इंस्पैक्टर विष्णु प्रसाद त्रिवेदी से जब इस बारे में फोन पर बातचीत हुई तो उन्होंने यह कहकर पल्ला झाड़ लिया कि संज्ञान में आने पर कार्यवाही की जाएगी। पेट्रोलियम पदार्थों की बिक्री अधिनियम के तहत पम्प से केवल वाहनों में पेट्रोल भरा जा सकता है, उसे भारी भरकम कुप्पों गेलन आदि में भरकर नहीं बेचा जा सकता है। लेकिन सूत्रों का मानना है कि आसपास के पेट्रोल पम्प गोरखधंधे में सीधे तौर पर सहायक माने जा सकते हैं। बिना सुरक्षा इंतजाम के चल रही पेट्रोल की दुकानें आवासीय क्षेत्र में किसी बड़े खतरे को दावत दे रही हैं । गैर कानूनी ढंग से पेट्रोल की बिक्री कर 15 से 20 रुपए प्रति लीटर की दर से मुनाफा कमाने वाले कारोबारियों के बारे में जानकार बताते हैं कि अधिकांश पेट्रोल में केरोसिन व साॅल्वेंट भी मिला रहे हैं जो वाहनों के इंजन के लिए खतरनाक है। सुरक्षा के लिहाज से बेहद खतरनाक गोरखधंधे बावत अफसरों की भूमिका पर सवाल उठ रहे हैं। लापरवाह विजिटिंग और माॅनिटरिंग को इसका एक प्रमुख कारण माना जा सकता है।
सजाई जाती है दिखावे की बोतलें
काशीपुर। दुकानों अथवा घरों से पेट्रोल बेचकर मुनाफा कमाने वाले संकेत के रूप में पेट्रोल भरी बोतल प्रतिष्ठान अथवा घरों के आगे भरकर रख देते है जो असल में नकली होता है। दिखावे के लिए पानी को पेट्रोल का रंग दिया जाता है। असली जखीरा अलग जमा किया होता है। चोरी-छिपे चल रहा कमाई यह खतरनाक खेल कुंडा थाना क्षेत्र के अलावा आईटीआई व कोतवाली थाना क्षेत्र के सुदूर गांवों में भी बेखौफ खेले जाने की खबर है।