भुप्पी का शव कोतवाली में रखकर प्रदर्शन
कोतवाल विक्रम राठौर को लाईन हाजिर करने के बाद कोतवाली से उठाया शव,एसपी चूड़ी पहनकर बाहर आओ के नारे लगे
हल्द्वानी(उद संवाददातता)। सिंधी चैराहे पर कल दिनदहाड़े प्राॅपर्टी डीलर भूपेन्द्र पांडेय की हत्या के खिलाफ आज लोगों ने भुप्पी पांडे का शव कोतवाली में रखकर जोरदार प्रदर्शन किया। आक्रोशित लोगों ने हल्द्वानी पुलिस मुर्दाबाद, पुलिस तेरी गुंडागर्दी नहीं चलेगी, पुलिस कप्तान चूड़ी पहन कर बाहर आओ, भुप्पी के हत्यारों को गोली मारो, गोली मारो, जैसे नारे लगाते रहे। एसएसपी सुनील मीणा ने कई बार परिजनों को रूम में बुलाकर वार्ता करने की कोशिश की, लेकिन परिजन नहीं माने। विरोध के देखते हुए मौके पर हल्द्वानी के अलावा लालकुआं व आसपास क्षेत्रों की भारी पुलिस तैनात कर दी गई। विरोध बढ़ता देख एसएसपी मीणा ने कोतवाल विक्रम राठौर को लाइन हाजिर करने के साथ निलंबित की संस्तुति डीआइजी को भेजी। जिसके बाद लोग शांत हुए और शव को लेकर चले गए। शहरवासियों को दहशत में लाने वाले इस हत्याकांड के मामले में राजनीतिक पार्टियों के लोग भी एक मंच पर आ गये। उन्होंने हत्याकाण्ड की कड़े शब्दों में निन्दा की। मेयर जोगेन्द्र रौतेला, कांग्रेस के सुमित हृदयेश, उक्रांद के सुशील उनियाल विरोध-प्रदर्शन में एक साथ नजर आए। इसके साथ ही शहर के तमाम संगठनों के लोग और महिलाएं भी बड़ी संख्या में शामिल रहीं। विरोध प्रदर्शन के दौरान सुमित हृदयेश ने कहा, अपराधियों का संरक्षण बंद करो। बता दें रविवार को शीशमहल निवासी भूपेंद्र चंद्र पांडेय उर्फ भुप्पी (50) पुत्र स्व. मोहन चंद्र पांडेय की सौरभ और गौरव गुप्ता ने गोली मारकर हत्या कर दी थी। भुप्पी हार्डवेयर की दुकान चलाने के साथ ही प्राॅपर्टी डीलिंग का काम भी करते थे। शिवसेना से जुड़े गौरव गुप्ता व सौरभ गुप्ता से उनका पैसों के लेनदेन को लेकर पुराना विवाद था। भुप्पी ने दोनों भाइयों के खिलाफ मुकदमा तक दर्ज कराया था। रविवार पूर्वार् िंकरीब साढ़े 11 बजे भुप्पी अपने दोस्त दिनेश सागर के साथ बाजार जा रहे थे। तभी सिंधी चैराहे पर अपनी दुकान के बाहर खड़े गौरव- सौरभ से उनका विवाद हो गया। नौबत हाथापाई की आई तो दोनों भाइयों ने लाइसेंसी रिवाॅल्वर निकाल भुप्पी पांडे पर ताबड़तोड़ गोलियां दागनी शुरू कर दीं। सिर व अन्य जगहों पर गोली लगने से भुप्पी की मौके पर ही मौत हो गई। हत्यारोपित सौरभ गुप्ता की फेसबुक आईडी पर शिवसेना की छात्रविंग विद्यार्थी सेना के कुमाऊं मंडल अध्यक्ष पदनाम लिखा है। वहीं गौरव गुप्ता की फेसबुक आईडी पर सिर्फ शिवसेना नेता लिखा हुआ है। यह दोनों लोग पिछले दिनों महाराष्ट्र में शिवसेना प्रमुख उद्धव ठाकरे के नेतृत्व में सरकार गठन के शपथग्र्रहण समारोह में भी गए थे। इधर, शिवसेना के प्रदेश उपाध्यक्ष रूपेंद्र नागर ने जारी प्रेसनोट में कहा है कि गौरव गुप्ता और सौरभ गुप्ता का शिवसेना से कोई लेना देना नहीं है। इन दोनों को सितंबर में ही पार्टी से निकाला जा चुका है। हत्यारोपित गुप्ता बंधुओं के खिलाफ कई मुकदमे भी दर्ज हैं। भुप्पी पांडे ने भी पांच लाख की धोखाधड़ी का आरोप लगा मुकदमा दर्ज कराया था। जिसके बाद से दोनों पक्षों में रंजिश बढ़ती गई। चार माह पूर्व इस विवाद में नया मोड़ भी आया। भुप्पी ने काठगोदाम थाने में मुकदमा दर्ज कराते हुए कहा था कि अज्ञात नंबर से उन्हें जान से मारने की धमकी मिली है। मामले में पुलिस ने उत्तर प्रदेश के जौनपुर निवासी राहुल यादव को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया था। भुप्पी ने इस घटना के पीछे भी गुप्ता बंधुओं का हाथ बताया था। तब आरोप लगा था कि पुलिस ने शूटर राहुल से ढंग से पूछताछ तक नहीं की। पुलिस के चक्कर लगाने के बावजूद जब सुनवाई नहीं हुई तो प्राॅपर्टी डीलर ने मुख्यमंत्री को पत्र भी लिखा और कहा कि जानबूझकर पुलिस ने असल षडयंत्रकारियों का खुलासा नहीं किया। मर्डर के बाद सिंधी चैराहे पर पहुंचे भुप्पी पांडे के करीबियों ने इस बात को कई बार दोहराया।