सिपाही ने खुद को गोली से उड़ाया
बंद पड़ी डीसीएम चीनी मिल की सुरक्षा में तैनात था नरेन्द्र कुमार,पुलिस महकमे में मचा हड़कंप
काशीपुर (उद संवाददाता)। पिछले लंबे समय से बंद पड़ी डीएस एम शुगर मिल में सुरक्षा के लिए तैनात एक सिपाही ने सुबह सर्विस राइफल से खुद को गोली मार ली। जिससे उसकी मौत हो गयी। घटना से पुलिस महकमे में हड़कम्प मच गया। सनसनीखेज घटना की खबर जैसे ही पुलिस के अधिकारियों को लगी वह मौके पर पहुंच गए। माना जा रहा है कि मृतक पिछले कुछ समय से किसी बात को लेकर मानसिक तनाव में था। जानकारी के मुताबिक मूल रूप से सल्ट अल्मोड़ा व हाल मोटेश्वर महादेव मंदिर के निकट फ्रेंड्स कॉलोनी निवासी कांस्टेबिल नरेन्द्र कुमार(40 वर्ष) 2001 बैच आर्म्स पुलिस का सिपाही था। पिछले करीब दो माह से उसकी तैनाती यहां टांडा उज्जैन स्थित बंद पड़ी डीएसएम शुगर मिल में थी। पता चला है कि आज सुबह जब उसका साथी कांस्टेबल पूरन टम्टा खाना खाने चला गया इसी दौरान शुगर मिल परिसर में ही सर्विस राइफल से सिपाही नरेन्द्र ने खुद को गोली मारकर आत्महत्या कर ली। गोली की आवाज सुनते ही मौके पर मजमा लग गया। घटना की जानकारी मिलते ही पुलिस महकमे में हड़कम्प मच गया। पुलिस के अधिकारियों को जैसे ही इसकी सूचना मिली अपर पुलिस अधीक्षक डॉ जगदीश चंद्र, सीओ मनोज कुमार ठाकुर ,कोतवाल चंद्रमोहन सिंह समेत तमाम फोर्स मौके पर पहुंच गई।पुलिस ने शव का पंचनामा भरकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया। सूचना पर वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक डा. वरिंदरजीत सिंह भी मौके पर पहुंच गये। उन्होंने घटना स्थल का निरीक्षण किया और बाद में मृतक की पत्नी गीता देवी से मिलकर उन्हें ढांढस बंधाया। माना जा रहा है कि मृतक सिपाही पिछले कुछ समय से किसी बात को लेकर तनाव में था। पूर्व में वह ट्रैफिक पुलिस में काशीपुर में तैनात रह चुका है। फिलहाल पुलिस आत्म हत्या के कारणों की जांच में जुट गयी है।
आज सुबह ताऊ की मौत के बाद परेशान था कांस्टेबल नरेन्द्र
काशीपुर (उद संवाददाता)। कांस्टेबल नरेन्द्र कुमार के ताऊ हरीश राम का आज सुबह ही दिल्ली में निधन हुआ था। बताया जाता है कि उनके निधन के बाद से ही नरेन्द्र काफी तनाव में था। पिछले साल इसी माह की 24 तारीख को नरेन्द्र के पिता का निधन हुआ था और 13 नवम्बर को उनकी बरसी कर अपने गांव से लौटा था। आज सुबह अपने ताऊ की मौत से नरेन्द्र काफी तनाव में था। नरेन्द्र के दो पुत्र है। सबसे बड़ा पुत्र 12 वर्षीय आयुष और 10 वर्षीय गोलू दोनों ही काशीपुर के एक स्कूल में पढ़ते है। पुलिस महकमा कांस्टेबल की मौत को व्यक्तिगत कारण मान रहा है।