हाईकोर्ट ने सब्जी मंडी में अतिक्रमण हटाने का नहीं दिया आदेशःबेहड़
पूर्व मंत्री ने कहा-नगर आयुक्त कर रहे हैं जनता को गुमराह
रूद्रपुर(उद सवांददाता)। पूर्व स्वास्थ्य मंत्री तिलकराज बेहड़ ने अपने आवास पर हुई प्रेस वार्ता में ऽुलासा करते हुये कहा कि उच्च न्यायालय द्वारा सब्जी मंडी क्षेत्र में अतिक्रमण हटाने ेके लिए कोई निर्देश नहीं दिये गयेे हैं। नगर आयुक्त उच्च न्यायालय के आदेशों की आड में झूठ बोलकर जनता को गुमराह कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि अभी तक याचिकाकर्ता की याचिका पर नगर निगम प्रशासन द्वारा जवाब दािऽल तक नही किया गया है। नगर आयुक्त द्वारा बिना उच्च न्यायालय के आदेश के हिटलरशाही रवैया अपनाते हुये अतिक्रमण हटाने के नाम पर तोडफोड़ को अंजाम दिया गया है। श्री बेहड़ ने कहा कि उप नगर आयुक्त द्वारा कोतवाली में दी गई तहरीर में कहा कि उनके द्वारा गन्दी गालियां व अपशब्द कहे गये। यदि इस संदर्भ में कोई भी ऐसी विडियो है तो उसको सार्वजनिक करें। श्री बेहड ने कहा कि नगर आयुक्त को सरकार ने जनता की सेवा कार्य करने के लिये भेजा है। उनका मुख्य काम क्षेत्र की जनता की सेवा व विकास करना होता है लेकिन ऐसा नहीं हो रहा। श्री बेहड़ कहा कि नगर आयुक्त को माननीय न्यायालय के आदेशों की आड़ में मुकदमे लिऽवाने की आदत बन चुकी है। पहले भी शहर में इनके द्वारा कई मुकदमें व्यापारियों, नेताओं व महिलाओं पर दर्ज किये जा चुके हैं। श्री बेहड़ ने कहा कि नगर आयुक्त की विकास में कोई रूचि नही है एक साल पहले शहर को तोडा गया था अरबों रूपये का नुक्सान रूद्रपुर में हुआ था। आज तक न तो मुख्य बाजार में सड़कों का चैडीकरण किया गया न ही दुकानों के आगे टीन शेड डाले गये। विकास कार्य बाजार के अन्दर निगम द्वारा नही कराया गया। श्री बेहड़ ने कहा कि नगर आयुक्त ने जानबूझकर उन्हें व व्यापारियों को झूठा मुकदमा लिऽवाकर अपमानित किया है। एमएनए की हिटलरशाही के खिलाफ संघर्ष किया जायेगा जो नगर से लेकर प्रदेश स्तर तक होगा। इसका परिणाम आने वाले समय में रूद्रपुर की जनता को जरूर देऽने को मिलेगा। जगदीश तनेजा, हिमंशु गावा, संजय जुनेजा, हरीश अरोरा, हरनाम सिंह नारंग, राजीव कामरा, रितेश मनोचा, विजय अरोरा, नंदलाल, बंटी बांगा, अनुभव चैधरी मौजूद थे। श्री बेहड़ ने निगम कर्मियों से भी अपील की कि वह किसीके बहकावे में न आकर जनता के प्रति अपने दायित्वों का निष्ठा से निर्वहन करें। उन्होंने किसी भी कर्मचारी के खिलाफ कुछ भी नहीं कहा है। अब नगर आयुक्त उन्हें अपना ढाल बनाकर स्वार्थपूर्ति कर रहे हैं।