संदिग्ध हालातों में फांसी के फंदे पर झूला पुजारी
हल्द्वानी(उद संवाददाता)। मल्ला गोरखपुर स्थित निवारण नगर में त्रिपुरेश्वरी शत्तिफ पीठ के पुजारी ने फांसी से लटक कर आत्महत्या कर ली। लटकने से पहले उसने स्वयं को रसोई गैस में रखे सिलेंडर का पाइप निकाल कर उसमें से निकल रही आग के हवाले करने का प्रयास भी किया, इससे उसके शरीर का पिछला हिस्सा तो जल गया लेकिन मौत नहीं हुई, बाद में धोती को फंदा बना कर उसने कमरे के कुंडे से लटक कर अपनी इहलीला समाप्त कर ली। बताया जा रहा है कि युवा पुजारी पिछले काफी समय से तनाव में जी रहा था, उसका इलाज भी चल रहा था।प्राप्त जानकारी के अनुसार आज सुबह छह बजे जब पंडित भास्करानंद जोशी पूजा के लिए अपने कमरे से नहीं निकले तो मंदिर में पहुंचे लोगों ने उनके कमरे में झांक कर देखा तो उनका शव कमरे की छत पर लगे पंखे के कुंडे से लटका दिखाई पड़ा, इस पर पुलिस को मामले की जानकारी दी गई। पुलिस ने मौके पर पहुंच कर शव को फंदे से उतारा। शव का पिछला हिस्सा जला हुआ मिला है। रसोई में जाकर देखने से पता चला कि सिलेंडर का पाइप निकाल गया है। अनुमान लगाया जा रहा है कि सिलेंडर में आग लगा कर उस पर बैठने का प्रयास किया गया होगा। इससे उसका पिछला हिस्सा जल गया। मिल रही जानकारी के अनुसार भास्करानंद जोशी बागेश्वर के रीमा गांव के रहने वाले थे। उनका परिवार रीमा में ही रहता था, जबकि उनके कुछ रिश्तेदार हल्द्वानी रहते हैं। पंडित अपने कमरे में अकेले ही रहते थे। भास्करानंद जोशी का पिछले साल ही बेटा हुआ है। उनके परिजनों को घटना की जानकारी दे दी गई है। रिश्तेदार तो मौके पर पहुंच गए हैं, लेकिन समाचार लिखने तक पत्नी व परिजन अभी यहां नहीं पहुंचे थे।