चीनी मिल संचालन को लेकर किसानों की जीएम से नोक झोंक
सितारगंज। खटीमा क्षेत्र के गन्ना किसानों के आक्रोश के बाद चीनी मिल को चार अप्रैल तक चलाने का निर्णय लिया है। शुक्रवार को खटीमा क्षेत्र के गन्ना किसान सितारगंज चीनी मिल पहुंच गये। किसान आयोग के उपाध्यक्ष राजपाल सिंह भी गन्ना किसानों की शिकायत मिलने पर चीनी मिल पहुंचे। शुक्रवार की देर रात्रि मिल बंद करने का निर्णय ले चुके मिल प्रबंधक राजीव लोचन शर्मा को किसानों के आक्रोश का सामना करना पड़ा। इस दौरान किसानों से मिल प्रबंधक की तीखी नोंकझोंक हुई। किसानों के कहा कि खटीमा क्षेत्र में अभी एक लाख कुंतल से अधिक गन्ना बकाया है। प्रधान प्रबंधक ने मिल बंद के दो नोटिस जारी कर सेंटरों से कर्मचारी वापस बुला लिये हैं। ट्रासपोर्ट सुविधा भी बंद कर दी है। किसान आयोग के उपाध्यक्ष राजपाल सिंह ने गन्ना सचिव विजय यादव, गन्ना आयुक्त हंसादत्त पाण्डे, डीएम युगल किशोर पंत से दूरभाष पर वार्ता कर गन्ना किसानों की समस्या से अवगत कराया। किसान आयोग के उपाध्यक्ष ने चार अप्रैल की सायं तक मिल चलाने के लिए उच्चाधिकारियों से अनुरोध किया। अफसरों से वार्ता के बाद जिला गन्ना अधिकारी बताया कि करीब 50 हजार कुंतल गन्ना सेंटरों पर है। प्रबंधक राजीव लोचन शर्मा ने बताया कि गन्ना सचिव खटीमा ने 27 मार्च को अवगत कराया था कि डेढ़ लाख कुंतल खटीमा में अवशेष है। प्रधान प्रबंधक ने बताया कि सचिव के पत्र मिलने के बाद 50 हजार कुंल गन्ने की आपूर्ति हो चुकी है। शेष गन्ना मिल में पहुंचने तक पेराई सत्र चलता रहेगा। नो केन होने पर मिल का पेराई सत्र समाप्त होगा