मैराथन से दिया नशा मुक्ति का संदेश: सीएम और डीजीपी ने भी लगाई दौड़, कैलाश खैर के गीतों पर झूमे युवा
देहरादून। लौहपुरूष सरदार बल्लभ भाई पटेल की जयंती के उपलक्ष्य में रविवार को पुलिस लाइन में मैराथन दौड़ रन फॉर यूनिटी आयोजित की गई। इस दौरान कैलाश खेर के गीतों पर युवा जमकर झूमें। मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने फ्लैग ऑफ करने के साथ ही युवाओं को नए भारत के निर्माण में अपना योगदान देने का आ“वान किया। इस अवसर पर मुख्यमंत्री ने युवाओं को राष्ट्र हित में काम करने और नशा मुक्ति की शपथ दिलाई। मुख्यमंत्री ने हरी झंडी दिखाकर मैराथन की शुरुआत की। इस दौरान मुख्यमंत्री धामी भी देहरादून के युवाओं के साथ दौड़े और नशा मुक्ति का संदेश दिया। डीजीपी अशोक कुमार भी उनके साथ मैराथन में दौड़ लगाते दिखे। इससे पहले बॉलीवुड गायक कैलाश खैर एवं युवा रैपर गौरव मनकोटी वॉइड ने प्रस्तुति दी। इस दौरान मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने कहा कि सरदार बल्लभ भाई पटेल ने राष्ट्रीय एकता में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व में देश एक भारत श्रेष्ठ भारत के संकल्प के साथ बढ़ रहा है। उन्होंने कहा कि इस तरह के आयोजन राष्ट्रीय एकता में अहम भूमिका निभाते हैं। मुख्यमंत्री ने कहा कि 2025 तक उत्तराखण्ड को नशा मुक्त बनाने का लक्ष्य रखा गया है। नशा से मुक्ति के लिए सबको दृघ्ढ़ संकल्प लेना होगा और अन्य लोगों को भी नशा मुक्ति के प्रति जागरूक करना होगा। उन्होंने कहा कि एक अच्छे समाज के लिए सबका स्वस्थ शरीर होना जरूरी है। जीवन के सभी सुख निरोगी काया से ही संभव है। स्वस्थ मन, वचन, एवं कर्म के लिए मनुष्य का निरोगी होगा जरूरी है। मुख्यमंत्री ने कहा कि भारत को विश्वगुरू बनाने के लिए सबको अपना योगदान देना होगा। हमारी युवा पीढ़ी जो आने वाले समय में देश के कर्णधार होंगे, उन्हें सही दिशा मिलनी जरूरी है। पुलिस महानिदेशक अशोक कुमार ने कहा कि रन फॉर यूनिटी एवं रन अगेंस्ट ड्रग थीम पर आधारित देहरादून मैराथन में हजारों की संख्या में युवाओं ने मैराथन में प्रतिभाग किया। अनेक देशों के एथलीटों ने भी प्रतिभाग किया। मैराथन में विभिन्न श्रेणियों में विजेता प्रतिभागियों को 10 लाख रुपये और सांत्घ्वना पुरस्कार दिये । मैराथन को सफल बनाने के लिए कार्यक्रम स्थल पुलिस लाइन रेसकोर्स को पांच जोन और 15 सेक्टर में विभाजित किया गया था। जिसमें एक एसपी, पांच सीओ, छह इंस्पेक्टर, 28 दरोगा, आठ महिला दरोगा, 11 हेड कांस्टेबल, 134 सिपाही और 40 महिला सिपाहियों को नियुक्त किया गया था।