थराली के पैनगढ़ गांव में हुआ भूस्खलन, तीन मकान खतिग्रस्त,एक ही परिवार के चार लोगों की दर्दनाक मौत
चमोली। थराली में भूस्खलन के बाद पहाड़ी से आए बोल्डर की चपेट में आने से तीन घर क्षतिग्रस्त हो गए। इस दौरान एक ही परिवार के चार लोगों की दर्दनाक मौत हो गई। जबकि दो की हालत गंभीर है। मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने भी इस घटना पर दुख व्यक्त किया है। प्राप्त जानकारी के मुताबिक तहसील के पैनगढ़ गांव के ऊपर लगातार हो रहे भूस्खलन से भारी मात्रा में मलबा और बोल्डर गिर रहे हैं। देर रात करीब पौने दो बजे एक भारी बोल्डर चट्टान से निकलकर आवासीय क्षेत्र के ऊपर गिर गया। बोल्डर की चपेट में आने से एक मकान पूरी तरह से जमींदोज हो गया और उसमें रहने वाले चार लोगों की मौके पर ही मौत हो गई है। अन्य दो लोगों को रेस्क्यू टीम ने मलबे से निकालकर सीएचसी थराली पहुंचाया। जहां से उन्हें हायर सेंटर रेफर कर दिया गया है। मलबे और बोल्डर गिरने से दो अन्य मकानों को भी क्षतिग्रस्त हुए हैं। घटना के बाद राजस्व पुलिस की टीम पैनगढ़ गांव पहुंची। जहां पर राहत एवं बचाव कार्य शुरू किया गया। रेस्क्यू टीम ने कड़ी मशक्कत के बाद मलवे से चार शवों को निकाला । इनमें 57 वर्षीय देवानंद ;पुत्र माल दत्त सती, 75 वर्षीय बचुली देवी पत्नी माल दत्त सती, 45 वर्षीय घनानंद पुत्र माल दत्त सती, 37 वर्षीय सुनीता देवी पत्नी घनानंद शामिल हैं। पूरे गांव में दीपावली की तैयारियां चल रही थी। काफी संख्या में लोग दीपावली पर अपने गांव पहुंचे हैं। देर रात तक गांव के लोग पटाखे जलाकर जश्न मना रहे थे, लेकिन देर रात करीब 1.45 बजे हुई इस घटना ने गांव सहित पूरी पिंडरघाटी क्षेत्र को शोक की लहर छा गई है। पैनगढ़ गांव थराली से करीब 12 किलोमीटर दूर है। थराली से आधे रास्ते तक वाहन जाते हैं। ग्रामीणों को करीब तीन किलोमीटर पैदल चलकर गांव में पहुंचना पड़ता है।बता दें पैनगढ़ गांव भूगर्भीय दृष्टि से संवेदनशील है। यहां गांव के ऊपर पहाड़ी पर पांच साल पहले दरार पड़ गई थी और जो बाद में बढ़ती गई। पिछले साल बरसात के दौरान यहां के करीब 40 परिवारों को दूसरी जगह टेंट व छानियों में सुरक्षित स्थान पर भेजा गया था। घटना पर मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने गहरा दुख व्यक्त करते हुए दिवंगत आत्माओं की शांति और घायलों के शीघ्र स्वास्थ्य लाभ की है।