उत्तराखंड क्रांति दल ने न्याय के देवता की चौखट पर लगाई सद्बुद्धि दिये जाने की गुहार

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अल्मोड़ा। पूर्व घोषित कार्यक्रम के अनुसार उत्तराखंड क्रांति दल,राज्य आंदोलनकारियों ने न्याय देवता के रूप में बिख्यात श्री गोलज्यू के मंदिर में घात डाली। लिखित घात में राज्य आंदोलनकारियों के सपनों का राज्य न बनाएं जाने व राज्य आंदोलनकारियों के चिन्हीकरण में पक्षपात तथा उन्हें दी सुविधाओं को अपर्याप्त बताते हुए उन्हें उचित सम्मान व सम्मानजक सुविधाएं दिये जाने हेतु सरकार को सद्बुद्धि देने की गुहार लगाई गयी। एक और गुहार में समाचार पत्रों में बार बार कलेक्ट्रेट को अभी 2-3 वर्ष नये भवन में स्थानांतरित न करने जैसे बयान देते रहने के बावजूद एकाएक स्थानांतरित कर देने से आम जनता को हो रही कठिनाइयों को देखते हुए संबंधितों को तहसील स्तरीय कार्य पुरानी कलेक्ट्रेट से ही संचालित करने की सद्बु(ि देने की गुहार लगाई गयी। गुरिल्लों की ओर से आंदोलन के 16वर्षाे बाद भी उनकी मांगों की अनसुनी करने, स्वयं अपने ही शासनादेशोंका अनुपालन न करने वाले नेताओं अफसरों को सद्बुद्धि दिये जाने की गुहार लगाई गयी है।साथ ही राज्य बनने के 22वर्षाे में राज्य में सत्ता में बैठी सरकारों द्वारा किये गये भ्रष्टाचार, विकास की बंदरबांट सरकारी नौकरियों में अपने बच्चों भाई भतीजों चहेतों की नियुक्ति तथा नौकरियों के बेचने जैसे कृत्यों के साथ साथ अब सत्ता से जुड़े लोगों के द्वारा बहू बेटियों की बेइज्जती उनकी हत्या जैसे प्रकरणों में लिप्तता , मुजफ्फरनगर कांड के दोषियों व दोषियों को बचाने वालों को उचित दंड देकर आम जनता को न्याय दिलाने की भी गुहार लगायी गयी। यात्रा डाना गोलू मंदिर चितई से मुख्य गोल्ज्यू मंदिर तक ढोल नगाड़े के साथ निकाली गई तथा मंदिर में विधि विधान से पूजा के बाद लिखित घात पत्र मंदिर परिसर में टांके गये। कार्यक्रम में ब्रह्मा नंद डालाकोटी, शिवराज बनौला, दिनेश शर्मा,दौलत सिंह बगड्वाल, नवीन डालाकोटी, गोपाल सिंह बनौला,उदय महरा, हेम जोशी, तारादत्त भट्टð, दीवान सिंह, पूरन जोशी, कुन्दन सिंह,पूरन सिंह बनौला शंकर दत्त कैलाश राम,तारा राम, महेश पांडे, बिसंभर पेटशाली सुनील बहुगुणा, दिनेश बहुगुणा पनी राम खड़क सिंह पिलखवाल अर्जुन सिंह नैनवाल महेन्द्र सिंह तारा दत्त बसन्त सिंह गिरधर सिंह इन्द्र ब्नौला संतोष बनौला सहित अनेक लोग उपस्थित थे।

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