एसआईटी करेगी अंकिता हत्याकाण्ड की जांच: हत्यारोपी पुलकित के पिता और भाई भाजपा से निष्कासित, आयोग उपाध्यक्ष पद भी छीना

0

देहरादून । प्रदेश में सुर्खिया बने अंकिता हत्याकांड के मामले में प्रदेश के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने एक और बड़ा कदम उठाया है। मुख्यमंत्री धामी ने मुख्य आरोपी पुलकित आर्य के भाई अंकित आर्य को उत्तराखण्ड अन्य पिछड़ा वर्ग आयोग के नामित उपाध्यक्ष पद से तत्काल प्रभाव से हटा दिया है। साथ ही अंकित आर्य एवं उनके पिता पूर्व दर्जा मंत्री विनोद आर्य को भाजपा से भी निष्कासित कर दिया गया है। सीएम के आदेश पर प्रमुख सचिव ने अंकित आर्य निवासी स्वदेशी भवन आर्य नगर हरिद्वार को उत्तराखण्ड अन्य पिछड़ा वर्ग आयोग के नामित उपाध्यक्ष पद से पदमुक्त करने के आदेश जारी किये हैं। जबकि अंकित आर्य और उनके पिता पूर्व दर्जा मंत्री विनोद आर्य को भारतीय जनता पार्टी से निष्कासित करने का ऐलान भाजपा प्रदेश महामंत्री राजेन्द्र सिंह बिष्ट ने किया है। अंकिता हत्याकाण्ड की जांच एसआईटी करेगी। इसके लिए मुख्यमंत्री ने आदेश जारी कर दिये है। मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने आज ट्वीट करके कहा है कि आज प्रातः काल बेटी अंकिता का पार्थिव शव बरामद कर लिया गया। इस हृदय विदारक घटना से मन अत्यंत व्यथित है। दोषियों को कड़ी से कड़ी सजा दिलाने हेतु पुलिस उपमहानिरीक्षक पी. रेणुका देवी के नेतृत्व में एसआईटी का गठन कर इस गंभीर मामले की गहराई से त्वरित जांच के भी आदेश दे दिए हैं। हमारा संकल्प है कि इस जघन्य अपराध के दोषियों को बख्शा नहीं जाएगा। वहीं देर रात अंकिता हत्याकांड में लोगों के आक्रोश और विपक्ष की घेराबंदी को देखते हुए मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने के आदेश पर आधी रात को बुलडोजर चलाकर आरोपी के रिजॉर्ट को ध्वस्त किया गया। रिजॉर्ट ढहाने की कार्रवाई पौड़ी जिला प्रशासन और पुलिस ने की। उधर डीजीपी अशोक कुमार ने कहा कि राजस्व पुलिस से ट्रांसफर होकर मुकदमा जैसे ही पौड़ी पुलिस के पास आया तो इसमें त्वरित कार्रवाई की गई। तीनों आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया गया। रिसॉर्ट की लापता रिसेप्सनिष्ट अंकिता भंडारी का शव आज सुबह चीला पावर हाउस बैराज से बरामद हो गया है। अंकिता के पिता और भाई ने शव की पहचान की। हत्याकाण्ड को लेकर लोगों का गुस्सा थम नहीं रहा है। शव का पोस्टमार्टम कराये जाने के दौरान परिजनों से मिलने के लिए एम्स पहुंची क्षेत्रीय विधायक रेनू बिष्ट को लोगों के विरोध का सामना करना पड़ा। उनकी गाड़ी में तोड़फोड़ की गयी वहीं आज गुस्साये लोगों ने आरोपी के रिसार्ट में आग लगा दी। बता दें कि 19 वर्षीय रिसॉर्ट रिसेप्शनिस्ट अंकिता भंडारी की विगत 18 सितंबर को रिसॉर्ट के मालिक और उसके दो अन्य साथियों ने नहर में धक्का देकर हत्या कर दी थी। अंकिता भंडारी के शव की नहर में तलाश करने के लिए जल विद्युत निगम की ओर से नहर का पानी बंद किया गया था। शुक्रवार की सुबह करीब 6 बजे पानी जब काफी कम हो गया तो एसडी आरएफ की टीम की ओर से चीला पावर हाउस के बैराज में शव की तलाश शुरू की गई थी। शनिवार सुबह एसडीआरएफ एक युवती का शव बरामद किया जो करीब एक सप्ताह पुराना था। शव की पहचान के लिए अंकिता के भाई और पिता को बुलाया गया दोनों ने शव अंकिता का होने की पुष्टि की। बाद में रिसॉर्ट कर्मियों से भी शव की शिनाख्त कराई गयी। पुलिस ने शव का पंचनामा भर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया। कड़ी  सुरक्षा के बीच एम्स में अंकिता के शव का पोस्टमार्टम किया गया। अंकिता हत्याकांड से गुस्साए यमकेश्वर के लोगों ने एक ओर विधायक की गाड़ी तोड़ दी तो दूसरी ओर आरोपित के रिसॉर्ट के एक हिस्से में बने गोदाम में आग लगा दी। यहां पर आंवला कैंडी बनाने का लघु उद्योग स्थापित किया गया था। दोपहर को अंकिता के शव को अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान ऋषिकेश लाया गया। यहां बड़ी संख्या में स्थानीय लोग एकत्र हो गए। यहां पर पहुंची यमकेश्वर के विधायक रेनू बिष्ट को नागरिकों के गुस्से का सामना करना पड़ा। उपस्थित लोगों ने विधायक के खिलाफ नारेबाजी कर उनके वाहन को क्षतिग्रस्त कर दिया। जिसके बाद यहां से वापस लौट गई। लोगों ने आरोप लगाया कि देर रात संबंधित रिसॉर्ट पर जेसीबी चलाकर अंकिता भंडारी के कमरे को क्षतिग्रस्त कर दिया। जिससे मौके पर साक्ष्य नष्ट होने का पूरा अंदेशा है। इस बीच महिला आयोग की अध्यक्ष कुसुम कंडवाल, जिला पंचायत सदस्य आरती गौड़ भी एम्स ऋषिकेश पहुंची तो उन्हें भी लोगों ने वापस लौटा दिया। पुलिस ने अपनी सुरक्षा में दोनों को एम्स से बाहर तक पहुंचाया। वहीं कांग्रेस के पूर्व प्रदेश अध्यक्ष गणेश गोदियाल, पूर्व विधायक शैलेंद्र रावत, मनोज रावत भी एम्स पहुंचे।

Leave A Reply

Your email address will not be published.