कांग्रेस के तेवर आक्रामक, विधायकों की तबीयत खराब

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देहरादून। कोरोना महामारी के प्रकोप से जहां भाजपा खेमे के विधायकों के साथ ही कई मंत्रियों को अपनी चपेट में लिया है वहीं अब इस महामारी ने प्रमुख विपक्षी दल कांग्रेस की परेशानी बढ़ा दी है। यह सब कुछ विधानसभा सत्र से ऐन पहले हो रहा है। कोरोना संक्रमण से सत्ता पक्ष और विपक्ष,दोनों के विधायक जूझ रहे हैं। हालांकि कई विधायक कोरोना को मात दे चुके हैं। भाजपा के करीब 13 विधायक कोरोना संक्रमित हो चुके हैं, जबकि नेता प्रतिपक्ष समेत विपक्ष कांग्रेस के 4 विधायक कोरोना से संक्रमित हुए है। उपनेता प्रतिपक्ष करण माहरा  कोरोना पॉजिटिव पाए गए  हैं,वहीं अब सदन में काजी निज़ामुद्दीन नेता विपक्ष की ज़िम्मेदारी सम्भालेंगे।  बुधवार को सुरक्षित शारीरिक दूरी समेत कोविड-19 के लिए जरूरी सुरक्षा मानकों का पालन करते हुए वर्चुअल तरीके से विधानसभा का एक दिनी सत्र आहूत किया गया है। वहीं दूसरी तरफ कांग्रेस ने पिछले कुछ समय से सरकार के खिलाफ सड़कों पर प्रदर्शन का मौका नहीं चूका है। विधानसभा सत्र के अहम मौके को भी पार्टी हाथ से जाने नहीं देना चाहती। कांग्रेस विधानमंडल दल की सोमवार को विधानसभा में हुई बैठक में एक महिला के यौन उत्पीडन को लेकर भाजपा विधायक महेश नेगी पर लगे आरोपों के मामले और बेरोजगारी के मुद्दे पर सरकार को घेरने की रणनीति को धार दी गई। पार्टी कोरोना काल में स्वास्थ्य सेवाओं की बदहाली और महंगाई को प्रमुख मुद्दा बनाएगी। विधानसभा में उपनेता प्रतिपक्ष करन माहरा ने कहा कि सरकार को विपक्ष के सवालों का जवाब देना पड़ेगा। गौर हो कि आगामी विस चुनाव करीब होने से सियासी दल सक्रिय हो गये है। जबकि राज्य में सत्तासीन भाजपा सरकार पर प्रहार करने की पार्टी की तैयारी पर कोरोना ने संकट खड़ा कर दिया है। इसका नजारा सोमवार को कांग्रेस विधानमंडल दल की बैठक में देखने को मिला। विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष डाॅ इंदिरा हृदयेश के कक्ष में बुलाई गई इस बैठक में कुल 11 विधायकों में से महज पांच पहुंचे। कोरोना संक्रमित होने की वजह से नेता प्रतिपक्ष इंदिरा हृदयेश गुरुग्राम के मेदांता अस्पताल और विधायक हरीश धामी दून में मैक्स अस्पताल में भर्ती हैं। बैठक में उपनेता प्रतिपक्ष करना माहरा, गोविंद सिंह कुंजवाल, ममता राकेश, मनोज रावत और आदेश चैहान ही पहुंचे। प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष व विधायक प्रीतम सिंह, काजी निजामुद्दीन, फुरकान अहमद और राजकुमार बैठक में नहीं पहुंचे। इनमें कुछ ने अपनी तबीयत खराब बताई तो कुछ कोरोना संक्रमण के अंदेशे से खुद को आइसोलेट किए हुए हैं। इन्हें कोरोना जांच रिपोर्ट का इंतजार है। संपर्क करने पर उपनेता प्रतिपक्ष करन माहरा ने कहा कि विधायकों की तबीयत खराब और सर्दी-जुकाम होने की जानकारी मिली है। ये विधायक विधानसभा सत्र से दूर रहते हैं तो पार्टी की ओर से उठाए जाने वाले मुद्दों के लिए विधायकों की कमी अखर सकती है।

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