सतपाल महाराज ने कैबिनेट को बांटा था प्रसाद
सतपाल महाराज ने कैबिनेट को बांटा था प्रसाद
देहरादून(उद संवाददाता)। कैबिनेट मंत्री सतपाल महाराज समेत उनकी पत्नी, बेटे और बहुएं कोरोना पाॅजिटिव आई हैं इतनी है नहीं इनके समेत कुल 22 लोग कोरोना पाॅजिटिव पाए गए हैं जिनमे कर्मचारी भी शमिल हैं जिनको एम्स में भर्ती किया गया है। इधर पता चला है कि कैबिनेट मंत्री सतपाल महाराज ने कैबिनेट बैठक से पहले मुख्यमंत्री और सहयोगी मंत्रियों को प्रसाद बांटा था। प्रसाद का 29 मई से पहले 21 मई को हुई कैबिनेट बैठक में बांटा गया था। चूंकि विरतण के बाद अभी 14 दिन की अवधि पूरी नहीं हुई है लिहाजा प्रसाद ग्रहण करने वाले मंत्रियों में इसे लेकर भय है। स्वास्थ्य विभाग महाराज और उनके परिजनों की ट्रेवल हिस्टी और ये जानने में जुट गए हैं कि वो किस-किस से मिले थे। इससे उत्तराखंड की राजनीति में हलचल मच गई है और सीएम समेत कई मंत्री सेल्फ क्वारंटीन हो गए हैं। सचिवालय स्थित सीएम के कार्यालय को बंद कर दिया गया है। पूरे सचिवालय को सैनिटाइज किया गया है। उधर रिपब्लिक पार्टी आॅफ इंडिया ने सतपाल महाराज पर कोरोना संक्रमण से सम्बंधित जानकारी छिपाने का आरोप लगाते हुए डीजीपी को उनके खिलाफ तहरीर दी है। तहरीर में सतपाल महाराज के खिलाफ मुकदमा दर्ज करने और उन्हें गिरफ्तार करने की मांग की गयी है।
महाराज को डिस्चार्ज करने के मामले में एम्स ने दी सफाई
ऋषिकेश(उद सहयोगी) एम्स ऋषिकेश से कैबिनेट मंत्री सतपाल महाराज और उनके परिवार के दूसरे सदस्यों को अस्पताल से डिस्चार्ज करने और फिर कुछ ही समय में फिर से भर्ती करने के मामले में कांग्रेस महाराज और भाजपा पर हमलावर हो गई है। वहीं, इस मामले में एम्स ने भी बयान जारी किया है। एम्स का कहना है कि महाराज के घर पर होम आइसोलेशन की सुविधाएं पूरी नहीं थी। इसके चलते उनको फिर से भर्ती कराया गया। डाॅ. मधुकर उनियाल ने बताया कि अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान (एम्स ऋषिकेश) से बीते सोमवार शाम डिस्चार्ज किए गए पर्यटन मंत्री के पांच परिजनों को एम्स अस्पताल में दोबारा एडमिट किया गया है। अस्पताल प्रशासन के अनुसार होम कोरंटाइन की समुचित व्यवस्था नहीं होने के चलते ऐसा किया गया है। एम्स निदेशक प्रोफेसर रवि कांत के स्टाफ आॅफिसर डा. मधुर उनियालजी ने बताया कि सोमवार शाम अस्पताल में भर्ती पर्यटन मंत्री के पांच परिजनों को एसिम्टमेटिक ( जिस व्यक्ति में रोग के लक्षण नहीं दिखाई दे रहे हों) होने के चलते केंद्रीय स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्रालय की रिवाइज गाइड लाइन के मद्देनजर उनके होम कोरंटाइन की समुचित व्यवस्था में रहने की बात पर डिस्चार्ज कर दिया गया था। इसके लिए परिजनों द्वारा एम्स प्रशासन से आग्रह किया गया था। उन्होंने बताया कि इसके बाद मालूमात हुआ कि उनके घर पर परिजनों के होम कोरंटाइन में रहने की समुचित सुविधाएं नहीं हैं। लिहाजा, कोविड पाॅजिटिव मरीजों की समुचित चिकित्सा व निगरानी के मद्देनजर सभी परिजनों को दोबारा अस्पताल में दाखिल कर दिया गया है। जिससे संक्रमित परिजनों की भी सुरक्षा सुनिश्चित की जा सके व अन्य कोई व्यक्ति भी उनके संपर्क में आकर संक्रमित नहीं हो। हालाॅंकि महाराज के घर पर व्यवस्थाएं नहीं होने की बात गले नहीं उतर रही है।