आपदाओं की आड़ में क्यों होती है कालाबाजारी
देश ही नहीं पूरी दुनिया कोरोना वायरस के चलते भयभीत
द सुनील राणा
रूद्रपुर। देश में आपदाएं दैवीय प्रकोप हैं जिन्हें कोई भी नहीं चाहता लेकिन इस दैवीय प्रकोप को कोई रोक नहीं सकता और समय समय पर ऐसी आपदाएं देश ही नहीं दुनिया में आती रहती हैं। जैसा कि इन दिनों देखने को मिल रहा है। भारत देश ही नहीं पूरी दुनिया इन दिनों कोरोना वायरस के प्रकोप के चलते भयभीत नजर आ रही है। भारतवर्ष में जहां कोरोना वायरस के चलते दो लोगों की मौत हो गयी है वहीं पूरी दुनिया में हजारों लोग कोरोना वायरस के चलते अपनी जान गंवा चुके हैं। ऐसे नाजुक मौके पर भी कालाबाजारी करने वाले मानवीय संवेदनाओं को ताक पर रखते हुए इस कोरोना वायरस से राहत देने वाले सेनेटाइजर और मास्क की जमकर कालाबाजारी कर रहे हैं। कोरोना वायरस पूरी दुनिया को अपनी चपेट में लेता जा रहा है जो पूरी दुनिया के लिए चिंता का विषय है। इससे पार पाने के लिए टीके तलाशे जा रहे हैं। चीन से शुरू हुआ यह कोरोना वायरस धीरे धीरे पूरी दुनिया में फैल गया और देश में भी इसने अपने पैरे पसार लिये। कोरेोना वायरस के चलते कर्नाटक और दिल्ली में दो लोगों की मौत हो गयी जबकि अन्य राज्यों में भी कोरेोना वायरस से संक्रमित लोग पाये जा रहे हैं। गत दिवस उत्तराखंड में भी कोरोना वायरस ने अपनी दस्तक दे दी। इंदिरा गांधी राष्ट्रीय वन अकादमी के एक प्रशिक्षु आईएफएस की जांच रिपोर्ट पॉजिटिव आयी है जिसे दून मेडिकल कालेज के आइसोलेशन वार्ड में रखा गया है। वह हाल ही में स्पेन से लौटे थे। राज्य सरकार ने कोरोना वायरस के खतरे को ध्यान में रखते हुए एडवाइजरी जारी कर दी है और 31 मार्च तक स्कूलों के साथ साथ अब सिनेेमाघरों ंको भी बंद कर दिया गया है और होटल, रेस्टोरेंट व अन्य सार्वजनिक स्थलों के लिए भी गाइडलाइन जारी कर दी है। कोरोना वायरस से बचाव के लिए मास्क व सेनेटाइजर तथा अन्य दवाइयां उसकी रोकथाम के लिए कारगर साबित हैं लेकिन आपदा के इस नाजुक मोड़ पर कालाबाजारी करने वाले ऐसे समय पर भी बाज नहीं आ रहे और मास्क तथा सेनेटाइजर की कालाबाजारी कर रहे हैं। हालांकि कई समाजसेवी संगठन और संस्थाएं निःशुल्क मास्क व हाथ धोने की सामग्री का वितरण कर रहे हैं लेकिन यह नाकाफी है। इस भयंकर आपदा में समाज के सभी लोगों को एकजुट होकर कार्य करना होगा और कालाबाजारी करने वालों को समाज में बेनकाब करना होगा।
कालाबाजारी करने वालों पर होगी कड़ी कार्रवाईःडीएम
रूद्रपुर। विश्व स्वास्थ्य संगठन द्वारा नोबल कोरोना को अंतर्राष्ट्रीय महामारी घोषित किये जाने के बाद भारत सरकार ने इस महामारी के प्रसार को रोकने तथा बचाव के निर्देश दिये हैं जिसके तहत जिलाधिकारी डॉ- नीरज खैरवाल ने कहा कि कोरोना वायरस महामारी घोषित हो चुका है। ऐसे में आम जनता में इसका भय दिखाकर कुछ लोग एन 95 मास्क व सर्जिकल मास्क, सेनेटाइजर व अन्य आवश्यक दवाओं की कालाबाजारी निर्धारित दरों से अधिक कर रहे हैं जो गंभीर अपराध की श्रेणी में आता है। डीएम ने कहा कि जरूरी वस्तुओं की कालाबाजारी अधिनियम 1980 व महामारी अधिनियम 1897 के प्रावधानों के अंतर्गत कोविड-19 के बचाव व उपचार से संबंधित समस्त आवश्यक दवाओं, वस्तुओं, उपकरणों को निर्धारित दरों पर उपलब्ध न कराया जाना इन धाराओं के अंतर्गत अपराध है। ऐसे मेें उनके खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जायेगी। दोषी व्यक्तियों और संस्थाओें को कालााबाजारी अधिनियम के तहत 6 माह तक निरूद्ध रखा जायेेगा और अन्य प्रावधान के अनुसार उनके प्रतिष्ठानों को सील भी कर दियाा जायेगा। डीएम ने इसके तत्काल आदेश कर दिये हैं।