एसएसपी और एएसपी की सूझ बूझ काम आई
रूद्रपुर(उद संवाददाता)। कांग्रेसी पार्षद की सकुशल बरामदगी और अपहरण काण्ड के खुलासे में एसएसपी वरिंदर जीत सिंह और एएसपी देवेन्द्र पिंचा की सूझ बूझ आखिरकार काम आई। दोंनों अधिकारी इस सनसनीखेज मामले के खुलासे के लिए एक एक पहलू पर नजर रखे हुए थे। पार्षद के अपहरण के बाद जैसे ही मामला एसएसपी वरिंदरजीत सिंह की संज्ञान में आया उन्होंने तुरंत पुलिस को अलर्ट किया और एएसपी देवेन्द्र पिंचा सहित अन्य अधिकारियों को आवश्यक दिशा निर्देश दिये। एसएसपी के दिशा निर्देशन में अपहरणकर्ताओं की गिरफ्तारी और अपहृत पार्षद की सकुशल बरामदगी के लिए कई टीमों को लगाया गया। एसएसपी वरिंदरजीत सिंह और एएसपी देवेन्द्र पिंचा खुद इस पूरे प्रकरण की मानीटरिंग कर पल पल की जानकारी ले रहे थे। अपहरण के बाद पुलिस की पहली प्राथमिकता पार्षद की सकुशल बरामदगी थी और इसके लिए पुलिस एक एक कदम फूंक फूंककर रख रही थी। पुलिस के इन प्रयासों के चलते ही अपहरणकर्ता पार्षद को सकुशल गाजियाबाद के एक मॉल के बाहर छोड़ गये। पार्षद की बरामदगी के बाद पुलिस ने अपहरणकर्ताओं पर शिकंजा कसरना शुरू किया और यूपी सहित कई राज्यों की खाक छानने के बाद आखिरकार अपहरणकर्ताओं को गिरफ्तार कर इस सनसनीखेज मामले का खुलासा कर दिया। पूरे प्रकरण में एसएसपी वरिंदरजीत सिंह और एएसपी पिंचा की तेजतर्रार कार्यशैली रंग लाई और उनके दिशा निर्देशन में पुलिस ने कम समय में बदमाशों को कानून के शिकंजे में ले लिया। बता दें एसएसपी वरिंदरजीत सिंह और एएसपी पिंचा के के दिशा निर्देशन में जनपद की पुलिस पूर्व में भी कई बड़े खुलासे करके अपराधियों को सलाखों के पीछे डाल चुकी है।