कायाकल्प की बाट जोह रहा है पुलिस का बैरिक
काशीपुर(उद संवाददाता)। कोतवाली के प्रवेश द्वार के समीप स्थापित स्पोर्ट्स तथा ट्रैफिक पुलिस की बैरिक आज भी अपने कायाकल्प की बाट जोह रही है। लगभग डेढ़ दशक पूर्व स्थापित की गई इस बैरिक के आसपास कूड़े का अंबार जमा है। मेंटेनेंस के अभाव में पुलिसकर्मी जोिखम उठाने को विवश है। बैरिक के शौचालय के दरवाजे एवं िखड़कियां टूट चुके हैं। बाथरूम पूरी तरह चोक पड़ा है। दुर्गंध के कारण बैरिक में रहने वाले पुलिसकर्मियों का बुरा हाल है। इसके बावजूद संबंधित अधिकारियों ने आज तक इस और गौर नहीं किया। ं बता दें कि स्पोर्ट्स बैरिक में रहने वाले िखलाड़ी पुलिस कर्मियों का प्रतिमाह मेंटेनेंस के नाम पर वेतन से 500 रूपए काट लिये जाते हैं। पुलिसकर्मियों का कहना है कि मेंटेनेंस राशि अदा करने के बावजूद पिछले लगभग 10 वर्ष से बैरिक खस्ताहाल पड़ी है। बैरिक में रहने वाले पुलिसकर्मी सफाई कर कूड़ा भी खुद उठाते हैं। मजे की बात है कि स्पोर्ट्स एवं याता यात पुलिस के लिए बनाई गई बैरिक के आसपास बने शौचालय को बाजार के व्यापारी भी धड़ल्ले से इस्तेमाल करते हैं। ऐसा ही कुछ हाल कोतवाली परिसर में एलआईयू ऑफिस के समीप बने शौचालय का भी है। इस शौचालय के आसपास जमा कूड़े के ढेर से हर वक्त सड़ांध आती रहती है। वहीं पास में भोजनालय के अलावा इंटेलिजेंस तथा एलआईयू के कार्यालय स्थापित है। ध्यान देने की बात यह है कि थाना कोतवाली में आए दिन पुलिस के आला अधिकारियों का आवागमन होता है लेकिन वह कभी इन ज्वलंत समस्याओं पर गौर नहीं करते। हां यह जरूर है कि जब कभी किसी बड़े पुलिस अधिकारी को यहां आना होता है तो अपनी पीठ थपथपाने के लिए साफ सफाई के नाम पर कोतवाली को चमका दिया जाता है। इस मामले में जब डीआईजी जगतराम जोशी से बातचीत की तो उन्होंने मातहत अधिकारियों को तत्काल जर्जर शौचालयों को दुरुस्त कराने का निर्देश दिया और कहा कि भविष्य में इस तरह की बेपरवाही कतई बर्दाश्त नहीं की जाएगी।