छठ पूजा स्थल को लेकर दो पक्ष आमने सामने
रूद्रपुर (उद संवाददाता)। ट्रांजिट कैं थाना क्षेत्रतर्गत ग्राम फुलसुगा की कृष्ण विहार कालोनी में छठ पूजा स्थल को दो पक्ष आमने सामने आ गये। दोनों पक्षा में थाने पहुंचकर थानाध्यक्ष विद्यादत्त जोशी के समक्ष अपना पक्ष रखा। थानाध्यक्ष ने दोनों पक्षों को दो टूक शब्दों में कहा कि क्षेत्र की शांति व्यवस्था को बनाये रखा जायेगा और इसमें जो भी व्यक्ति खलल डालेगा उसके खिलाफ कार्यवाही की जायेगी। उन्होंने दोनों पक्षा से बातचीत करने के बाद उन्हें इस संबंध में प्रशासनिक अधिकारियों से वार्ता करने की सलाह दी। थाने आये एक पक्ष की कमला सतवाल ने बताया कि वह कृष्ण विहार कालोनी की निवासी है। जहां स्थित शिव मंदिर में अन्य राज्यों से आये लोग जबरन छठ पूजा करने की कोशिश कर रहे हैं। जबकि गत वर्ष उपजिलाधिकारी द्वारा मंदिर में छठ पूजा घाट बनाने के लिये मना किया गया है। तथा लिखित रूप में इसकी सूचना भी दी गई। कमला ने थानाध्यक्ष से नियमानुसार कार्यवाही करने का आग्रह किया। उनके साथ नंदन सिंह बिष्ट मोहन सिंह प्रकाशचंद्र सुनील आदि आये थे। जबकि दूसरे पक्ष के लोगों ने थानाध्यक्ष को बताया कि वह कृष्ण विहार कालोनी के स्थायी निवासी है और कई वर्षों से विभिन्न धार्मिक कार्यक्रम आयोजित करते रहे हैं। उनका कहना था कि कालोनी निवासी कुछ लोग उन्हें छठ पूजा करने से रोक रहे हैं। जिससे क्षेत्र में शांति व्यवस्था बाधित हो सकती है। इसलिये पुलिस को समय रहते छठ पूजा स्थल पर सुरक्षा व्यवस्था करनी चाहिये। इनके साथ मनीष तिवारी, विद्यादत्त तिवारी, गिरीश, अजय यादव, अमरीश आदि मौजूद थे। थानाध्यक्ष ने दोनो पक्षों की बाते सुनने के बाद कहा कि सामाजिक धार्मिक स्थल पर हर व्यक्ति को पूजा का अधिकार है। कोई भी व्यक्ति को दूसरे को पूजा करने से नहीं रोक सकता है। उन्होंने कहा कि यदि पूजा स्थल को लेकर किसी तरह का विवाद है तो इस संबंध में प्रशासनिक अधिकारी के समक्ष अपना पक्ष रखा जाये। पुलिस का कार्य क्षेत्र में शांति व्यवस्था बनाने रखने का है। उन्होंने दो टूक शब्दों में कहा कि पूजा स्थल पर ऐसा कोई कार्य न करें जिससे क्षेत्र की शांति व्यवस्थ बाधित होती है। अन्यथा आवश्यक कार्यवाही की जायेगी। वार्ड पार्षद सुरेश गौरी ने दोनों पक्षो से संयम बरतने एवं मिलबैठकर मामला सुलझाने को कहा। उन्होंने कहा कि छठ पूजा के माध्यम से सभी लोग समाज में सुख समृद्धि की कामना करते हैं। इसलिये पूजा के कार्य में बाधा न डाली जाये।