गल्फार कम्पनी की हो उच्च स्तरीय जांचः ठुकराल
विधायक ने मुख्यमंत्री को दिया पत्र, गल्फार को टोल प्लाजा संचालित करने का अनापत्ति प्रमाण पत्र दिये जाने की भी हो जांच
रूद्रपुर,(उद संवाददाता)। देवरिया स्थित टोल प्लाजा को लेकर चल रहा सियासी घमासान थम नहीं रहा है। विधायक राजकुमार ठुकराल ने इस मामले में मुख्यमंत्री को पत्र लिखकर मामले की उच्च स्तरीय जांच करने की मांग की है। विधायक ने एनएच का निर्माण पूरा हुए बिना गल्फार कंपनी को टोल प्लाजा संचालित करने की स्वीकृति देने की भी उच्च स्तरीय जांच एजेंसी से कराये जाने की मांग उठाई है। सीएम त्रिवेन्द्र सिंह रावत को लिखे गये पत्र में विधायक राजकुमार ठुकराल ने एनएच 74 की कार्यदायी संस्था गल्फार निर्माण कम्पनी पर जमकर भड़ास निकाली है। पत्र में ठुकराल ने कहा कि जनहित में अधूरे निर्माण को पूरा कराने के लिए वह पिछले एक वर्ष से गल्फार कंपनी और एनएचएआई से मांग कर रहे हैं। लेकिन बार बार सिर्फ आश्वासन दिया गया। उन्होंने कहा कि एनएच 74 में चैड़ीकरण का निर्माण कार्य गल्फार निर्माण कम्पनी को मिला था लेकिन पिछले तीन वर्षों में कई स्थानों पर निर्माण कार्य नहीं किया गया। काशीपुर रोड पर रेलवे क्रासिंग के ऊपर फ्लाई ओवर के दोनों ओर गल्फार कम्पनी ने सर्विस लेन का निर्माण नहीं किया। एलायंस आवासीय कालोनी से सोबती कालोनी तक, श्यामा प्रसाद मुखर्जी चैक पर नाले का निर्माण, श्मशान घाट व दूधिया बाबा मंदिर, मेडिसिटी अस्पताल के पास पुलिया व सड़क निर्माण नहीं किया गया जिसके चलते इस क्षेत्र के हजारों लोगों को खासी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है और आयेदिन लोग हादसे का शिकार हो रहे हैं। कम्पनी ने पैदल चलने वालों व दोपहिया वाहनों के संचालन के लिए सर्विस लेन का भी निर्माण नहीं कराया। गदरपुर क्षेत्र में बाईपास मार्ग का निर्माण न होने से जाम की स्थिति बनी रहती है। किच्छा क्षेत्र में श्मशान घाट का अस्तित्व गल्फार कम्पनी के कारण समाप्त हो रहा है। शवयात्रा का रास्ता गल्फार कम्पनी द्वारा न बनाने से स्थानीय लोग आक्रोशित हैं। पुलभट्टा थाने के बाहर भी सड़क निर्माण नहीं कराया गया। इसके अलावा जनपद उधमसिंहनगर में गल्फार कम्पनी ने अनेक स्थानों पर सड़क निर्माण नहीं किया जिसके चलते एक दर्जन से अधिक लोगों की मौत हो चुकी है और कई गंभीर रूप से घायल हो चुके हैं। इस मामले को लेकर अनेक बार अवगत कराया गया। कई बार प्रदर्शन कर भी आक्रोश व्यक्त किया। नियम विपरीत टोल प्लाजा पर अवैध वसूली का विरोध किया तो अधिकारियों ने लिखित आश्वासन दिया लेकिन निर्माण कार्य पूरा नहीं कराया गया जिसके चलते परियोजना निदेशक को एक माह के अंदर निर्माण कार्य प्रारम्भ करने का ज्ञापन सौंपा और उन्हें टोल प्लाजा बंद करने की चेतावनी दी गयी लेकिन कम्पनी के अधिकारियों द्वारा आश्वासन देने के बाद भी कोई कार्य प्रारम्भ नहीं किया। गत दिनों सांसद अजय भट्ट के समक्ष भी समीक्षा बैठक में यह मुद्दा उठाया जिस पर सांसद भट्ट ने डीएम को जांच कराने के आदेश दिये। उन्होंने शीघ्र निर्माण कार्य प्रारम्भ करने को भी कहा लेकिन निर्माण कार्य प्रारम्भ नहीं हुआ जिसके चलते उन्होंने गत दिनों जनता के साथ वहां पहुंचकर टोल प्लाजा बंद करा दिया और सभी अधिकारियों की उपस्थिति में लिखित रूप में तय किया गया कि अधूरे निर्माण कार्य प्रारम्भ न होने तक टोल प्लाजा पर वसूली नहीं की जायेगी। विधायक ठुकराल ने कहा कि टोल प्लाजा बंद कराया जाना जनभावनाओं के अनुरूप था। क्योकि गल्फार कंपनी लगातार जनभावनाओं की अनदेखी कर रही है। विधायक ने पत्र में मुख्यमंत्री से पूरे प्रकरण की राज्य स्तरीय एजेंसी से जांच कराकर गल्फार कंपनी के ख्लिाफ कड़ी कार्यवाही की मांग की है। साथ ही उन्होंने उपरोक्त निर्माण कार्यों के अधूरा होने के बावजूद भी गल्फार कंपनी को टोल प्लाजा संचालित करने हेतु अनापत्ति प्रमाण पत्र दिये जाने की भी जांच उच्च स्तरीय एजेंसी से कराये जाने की मांग उठाई है।