शहीद मोहन और वीरेंद्र की शव यात्र में उमड़ा जनसैलाब

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देहरादून/खटीमा। पुलवामा आंतकी हमले में शहीद हुए उत्तराखण्ड के दो जवानों को आज नम आंखों से अंतिम विदाई दी गयी। दोनों शहीदों की शव यात्र में भारी जन सैलाब उमड़ पड़ा। जम्मू के पुलवामा में हुए आंतकी हमले में देहरादून के मोहन लाल रतूड़ी और खटीमा के वीरेन्द्र राणा भी शहीद हो गये थे। मूल रूप से चिन्यालीसोड़ उत्तरकाशी के रहने वाले शहीद मोहन लाल का परिवार वर्तमान में देहरादून में रहता है। जिनका पार्थिव शरीर आज तिरंगे में लिपटा उनके घर देहरादून पहुंचा। जिसे देखकर उनके घर परिवार के लोगों में कोहराम मच गया। उनके शहीद के अंतिम दर्शन के लिए हजारों की तादात में लोग उनके निवास पर पहुंच गये। हर कोई उनको नम आंखो से श्रद्धांजलि दे रहा था। इस दौरान सीएम त्रिवेन्द्र रावत,विधानसभा अध्यक्ष प्रेम चन्द्र अग्रवाल , कैबिनेट मंत्री मदन कौशिक सहित तमाम राजनेताओं ने भी शहीद को श्रद्धांलि दी। इस दौरान परिवार के लोगों का रो- रो कर बुरा हाल था, हर कोई परिवार के सदस्यों ढांढस बंधाता दिख रहा था। गमगीन माहौल में शहीद का अंतिम संस्कार हरिद्वार घाट पर किया गया। खटीमा- दो दिन पूर्व पुलवामा में हुई आतंकी घटना में शहीद हुए खटीमा के जवान वीरेंद्र राणा का पार्थिव शरीर आज सेना के जवान दिल्ली से उनके पैतृक घर मोहम्मदपुर भुड़िया लेकर पहुंचे। जैसे ही जवान वीरेंद्र राणा का पार्थिव शरीर वहां पहुंचा तो मानो पूरा क्षेत्र गम और आक्रोश से भर गया। सभी की आंखों में नमी थी लेकिन दिल में पाकिस्तान और आतंकवादियों के खिलाफ गहरा आक्रोश था। हर दिल से अब यही आवाज आ रही थी कि अब पाकिस्तान और उसके सरपरस्तों के खिलाफ भारत आरपार की लड़ाई लड़े। उनका कहना था कि अब सर्जिकल स्ट्राइक से काम नहीं चलेगा। पाकिस्तान को अब मुंहतोड़ जबाब दिया जाये और खून का बदला खून से लिया जाये। शहीद का शव उनके पैतृक गांव से अन्तिम यात्र के लिए भारतीय तिरंगे में लिपटा हुआ निकला तो सड़कों पर जनसैलाब उमड़ पड़ा। लगभग तीन चार किलोमीटर की इस अन्तिम यात्र में विभिन्न दलों के नेता, संगठनों से जुड़े लोगों ने शहीद जवान को श्रद्धांजलि दी। इस दौरान शहीद जवान वीरेंद्र राणा अमर रहे और पाकिस्तान तथा आतंकवाद मुर्दाबाद के नारे गूंजते रहे। शहीद के पार्थिव शरीर को जवानों ने श्रद्धांजलि अर्पित की। इस दौरान खटीमा क्षेत्र के तमाम दुकानदारों ने स्वेच्छा से बाजार बंद रखा। शहीद का शव पहुंचते ही उनके परिवार में कोहराम मच गया। शहीद के पिता दिवान सिंह राणा, पत्नी रेनू और उनके भाईयों के दिलों में जहां शोक की लहर व्याप्त थी वहीं पाकिस्तान और आतंकवाद की इस कायराना हरकत को लेकर गुस्सा भी व्याप्त था। केंद्रीय मंत्री अजय टम्टा, प्रदेश अध्यक्ष अजय भट्ट, काबीना मंत्री यशपाल आर्य, विधायक पुष्कर सिंह धामी, प्रेम सिंह राणा, राजकुमार ठुकराल, पूर्व मंत्री तिलकराज बेहड़, गजराज सिंह बिष्ट, नंदन सिंह खडायत, भुवन कापड़ी सहित सीआरपीएफ के डीआईजी प्रेमचंद, कुमायूं डीआईजी पूरन सिंह, डीएम नीरज खैरवाल, एसएसपी वरिंदर जीत सिंह सहित तमाम अधिकारियों ने श्रद्धासुमन अर्पित किये।

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