नई दिल्ली(उद ब्यूरो)। पूर्व वित्त मंत्री अरुण जेटली का रविवार दोपहर को निगम बोध घाट में अंतिम संस्कार किया गया। उन्हें हजारों लोगों ने नम आंखों से अंतिम विदाई दी। जेटली का निधन शनिवार दोपहर 12 बजकर सात मिनट पर एम्स में हुआ था। उनका कुछ सप्ताह से अस्पताल में इलाज चल रहा था। वह 9 अगस्त को एम्स में भर्ती हुए थे। आज बीजेपी नेताओं और कार्यकताओं द्वारा पार्टी मुख्यालय में उन्हें अंतिम विदाई दी। बीजेपी मुख्यालय से पार्थिव शरीर को अंतिम संस्कार के लिए निगम बोध घाट ले जाया गया। जहां दोपहर बाद उनका अंतिम संस्कार किया गया। अरुण जेटली के पार्थिव शरीर को उनके निवास कैलाश कॉलोनी से मूलचंद से लाला लाजपत नगर मार्ग में लाजपत नगर मेट्रो स्टेशन से पंत नगर होते हुए,लोधी रोड फ्लाइओवर से सुंदर नगर, मथुरा रोड,आईटीओ से दीन दयाल उपाध्याय मार्ग स्थित बीजेपी मुख्यालय लाया गया। इससे पहले, शनिवार रात राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद, उपराष्ट्रपति वेंकैया नायडू, बीजेपी अध्यक्ष अमित शाह, कांग्रेस नेता सोनिया गांधी और कई अन्य राजनेताओं ने पूर्व केन्द्रीय मंत्री अरुण जेटली को श्रद्धासुमन अर्पित किए। शाह ने जेटली के आवास पर लगभग साढ़े तीन घंटे बिताये। विभिन्न राजनीतिक दलों के नेताओं एवं बीजेपी कार्यकर्ताओं तथा उनके प्रशंसकों ने जेटली को अंतिम विदाई दी। जेटली का पार्थिव शरीर कांच के ताबूत में रखा गया। नेताओं ने इस दौरान श्रद्धासुमन अर्पित किए। केंद्रीय मंत्री राजनाथ सिंह, निर्मला सीतारमण, पीयूष गोयल, हर्षवर्धन, जितेंद्र सिंह और एस जयशंकर के अलावा बीजेपी के वरिष्ठ नेता लालकृष्ण आडवाणी, पार्टी के कार्यकारी अध्यक्ष जे पी नड्डा सहित विभिन्न नेताओं ने जेटली को अंतिम विदाई दी। लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला, कांग्रेस नेता गुलाम नबी आजाद, अहमद पटेल, दिग्विजय सिंह, ज्योतिरादित्य सिंधिया, राजीव शुक्ला के अलावा केंद्रीय मंत्री रामविलास पासवान तथा उनके पुत्र चिराग पासवान ने भी दिवंगत नेता को अंतिम विदाई दी। योगी आदित्यनाथ, अरविंद केजरीवाल, नवीन पटनायक, कमलनाथ समेत विभिन्न राज्यों के मुख्यमंत्रियों ने जेटली के आवास पर जाकर उन्हें श्रद्धांजलि दी ।रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने कहा, वह अंतरराष्ट्रीय मंच पर भी प्रसिद्ध थे। मंत्री रहते हुए देश उनके योगदान को कभी नहीं भूल सकता है। वह देश और पार्टी के लिए पूंजी थे । अब वह हमारे बीच नहीं हैं और मैं उन्हें श्रद्धांजलि अर्पित करता हूं।
गन कैरिज से ले जाया गया जेटली का पार्थिव शरीर
नई दिल्ली(उद ब्यूरो)। देश के वरिष्ठ नेता और पूर्व वित्त मंत्री अरुण जेटली के पार्थिव शरीर को गन कैरिज से अंतिम सफर पर ले जाया गया।ये तस्वीर हाल ही में सुषमा स्वराज की अंतिम यात्रा से बिल्कुल अलग थी। दरअसल, प्रधानमंत्री, रक्षा मंत्री और राष्ट्रपति के पार्थिव शरीर को गन कैरिज से ले जाने का नियम है।क्योंकि अरुण जेटली मोदी सरकार के पहले कार्यकाल में रक्षा मंत्री की जिम्मेदारी भी संभाल चुके हैं, इसलिए शनिवार को निधन के बाद रविवार को अंतिम संस्कार से पहले उनके पार्थिव शरीर को गन कैरिज पर रखा गया।लगभग 10.58 बजे फूलों से सजे गन कैरिज (सैन्य वाहन) में अरुण जेटली के पार्थिव शरीर को बीजेपी मुख्यालय लाया गया। अरुण जेटली के पार्थिव शरीर को रविवार सुबह कैलाश कॉलोनी स्थित उनके आवास से जनता के दर्शन के लिए बीजेपी मुख्यालय में लाया गया।जेटली के पार्थिव शरीर को ले जाने वाले काफिले के साथ कई बीजेपी नेता और परिवार के सदस्य भी मुख्यालय पहुंचे। गृह मंत्री अमित शाह और रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह सहित पार्टी के वरिष्ठ नेताओं ने लाल रंग के ताबूत में रखे गए जेटली के पार्थिव शरीर पर पुष्प अर्पित कर उन्हें श्रद्धांजलि दी। बीजेपी मुख्यालय के केंद्रीय हॉल में जेटली के पार्थिव शरीर को रखा गया।