ऑन लाइन कोर्स से विद्यार्थी संवार सकते हैं अपना भविष्यःठुकराल
महाविद्यालय में ई लर्निंग इन डिस्टेंस एजुकेशन पर कार्यशाला आयोजित
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रूद्रपुर। आधुनिक शिक्षा तकनीक के तहत ऑनलाइन कोर्स करने से विद्यार्थी अपने कैरियर को घर बैठे और अधिक बेहतर बना सकते हैं। यह बात विधायक राजकुमार ठुकराल ने उत्तराखंड ओपन यूनिवर्सिटी द्वारा शहीद भगत सिंह राजकीय स्नातकोत्तर महाविद्यालय में आयोजित ‘द रोल आफ ई लर्निंग इन डिस्टेंस एजुकेशन प्रॉबलम एण्ड प्रॉस्पेक्ट इन इंडिया’ विषय पर आयोजित राष्ट्राीय कांफ्रेंस का शुभारम्भ करने के पश्चात बतौर मुख्य अतिथि विद्यार्थियों को सम्बोधित करते हुए कही। उन्होंने कहा कि जब विद्यार्थी ई ऑन लाइन कोर्स करता है तो उसके पास पूरी दुनिया के विश्वविद्यालयों द्वारा उपलब्ध प्रोग्राम्स एवं कोर्स की विशाल रेंज का विकल्प मौजूद रहता है। उन्होंने कहा कि विद्यार्थी भाषा विज्ञान से लेकर तंत्रिका विज्ञान तक कौन सा कोर्स या विषय पढ़ना चाहते हैं उस विषय में कोर्स कर सकते हैं। उन्होंने कहा कि ऑन लाइन प्रोग्राम्स सफलतापूर्वक होने ेपर विश्वविद्यालय द्वारा अब विद्यार्थियों को प्रमाण पत्र व डिग्री भीदी जाने लगी है। श्री ठुकराल ने कहा कि किसी भी प्रतिष्ठित कालेज अथवा यूनिवर्सिटी के ऑनलाइन लर्निंग प्रोग्राम की शिक्षा ग्रहण कर अपना कैरियर बना सकते हैं। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा देश के युवाओं को तकनीकी रूप से शिक्षा प्रदान करने के लिए कौशल विकास योजना सहित कई योजनाएं संचालित की गयी हैं। ऐसी योजनाओं के बारे में हर विद्यार्थी को जानकारी लेनी चाहिए और उसका अधिक से अधिक लाभ भी लेना चाहिए। कार्यक्रम में सम्बोधित करते हुए गेस्ट आफ आनर उत्तराखंड ओपन यूनिवर्सिटी के वाइस चांसलर प्रो. डॉ. ओपीएस नेगी व उप निदेशक डॉ. जेसी घिल्डियाल ने कहा कि विज्ञान और तकनीक ने मनुष्य के जीवन के हर पहलू में क्रान्तिकारी परिवर्तन उत्पन्न किये हैं जिसका स्पष्ट प्रभाव शिक्षा के क्षेत्र में पारम्परिक क्लास रूम टीचिंग के स्थान पर दूरस्थ शिक्षा के विकास के रूप में देखा जा सकता है। उन्होंने कहा कि भारत जैसे विकासशील देश के लिए यह महत्वपूर्ण है जो विकास की मूल चुनौतियों का सामना कर रहे हैं और समाज के समूचे विकास के जरूरी संसाधनों की भी कमी है। उन्होंने कहा कि ई लर्निंग तकनीक के विकास का आधुनिक नमूना है। कार्यशाला को प्रो. डॉ. वाईके शर्मा, डॉ. दिनेश शर्मा, डॉ. गौरव वार्ष्णेय सहित कई वक्ताओं ने भी सम्बोधित किया। कार्यशाला के दौरान छात्रें की विभिन्न जिज्ञासाओं को सुनकर उनका समाधान किया गया। इस मौके पर गणमान्य अतिथियों द्वारा पुस्तक का भी विमोचन किया गया। इस मौके पर डॉ. मनीषा तिवारी, डॉ. भगवती जोशी, डॉ. केडी भारद्वाज, डॉ. कमला बोरा, डॉ. पूरन शाह, डॉ. आरके पांडे, डॉ. पुष्पा देवी, डॉ. विनोद कुमार, डॉ. मनोज कुमार, डॉ. शशिबाला वर्मा, डॉ. रेनू रार्नी, डॉ. शलभ गुप्ता, डॉ. एके पॉलीवाल, डॉ. हरीश चन्द्र, डॉ. पीपी त्रिपाठी, डॉ. धर्मेन्द्र, डॉ. दीपमाला आदि मौजूद थे।