विधानसभा के बाहर कार्यकर्ताओं के साथ धरने पर बैठे हरदा
देहरादून। गन्ना किसानों के भुगतान में देरी व हरिद्वार में जहरीली शराब से पीड़ित परिवारों को न्याय दिलाने की मांग को लेकर कांग्रेस ने राष्ट्रीय महासचिव हरीश रावत के नेतृत्व में विधानसभा के समीप रिस्पना पुल पर धरना दिया, जिसमें कई विधायक व पूर्व मंत्रियों ने भी भाग लिया। पूर्व निर्धारित कार्यक्रम के मुताबिक आज पूर्व सीएम हरीश रावत को विधानसभा के समाने धरना देना था, लेकिन पुलिस ने हरीश रावत को समर्थकों के साथ रिस्पना पुल पर बेरिकेंडिग के पास ही रोक दिया। धरने के दौरान कांग्रसियों ने जहरीली शराब से लोगों को मारने वाली सरकार को हटाने व किसानों का गन्ना भुगतान का पैसा दिलाने को लेकर नारेबाजी की। इस दौरान पूर्व सीएम रावत ने कांग्रेसियों को सम्बोंधित करते हुये कहा कि भाजपा सरकार किसान, दलित विरोधी है, किसानों का मिल के ऊपर गन्नें का रूपया बकाया है लेकिन सरकार के सिर पर जुं नही रेंग रही। किसानों को उनकी फसल का पैसा न मिलने से उनके समक्ष अगली फसल उगाने का संकट आ गया है। श्री रावत ने कहा कि ये सरकार हर वर्ग की विरोधी है, हरिद्वार में इतनी मौत के बाद भी सरकार सो रही है, मृतकों के परिजनों को न्याय नही मिल पा रहा है, जो आर्थिक सहायता की घोषणा हुई उसे देने में भी सरकार आनाकानी कर रही है। प्रदेश अध्यक्ष प्रीतम सिंह ने कहा कि सरकार की नियत व सोच दोनों में फरक है, ऐसी सरकार को जनता के बीच में रहने का हक नही है। धरने के दौरान सुर्यकान्त धस्माना, लाल चन्द्र शर्मा, सुशील राठी, पूर्व विधायक राजकुमार, दिनेश अग्रवाल आदि मौजूद थे।