मैं तो चाहता हूं हरीश रावत ही लड़ें लोकसभा चुनाव

भाजपा से मेरी प्रबल दावेदारी,पर आलाकमान का निर्णय मंजूर,पूर्व कैबिनेट मंत्री व कालाढूंगी विधायक बंशीधर भगत से उत्तरांचल दर्पण की खास बातचीत

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नरेश जोशी
रुद्रपुर। उत्तराखंड की राजनीति में बंशीधर भगत एक बड़ा सियासी चेहरा है कहा जाता है कि बंशीधर भगत को सियासत के मैदान में अपने दुश्मनों को खाली बोतल से कई बार दूध पिलाने की महारत हासिल है जनसंघ के जमाने से भाजपा के मजबूत सिपाही रहे भगत दा उत्तर प्रदेश और उत्तराखंड सरकार में मंत्री भी रहे हँ । बताया जाता है कि 70 के दशक में स्वर्गीय अटल बिहारी बाजपेई उनके घर पहुंचे थे बाजपेई से खासा प्रभावित हुए बंशीधर भगत ने वहीं से अपने सियासी सफर की शुरुआत की हल्द्वानी के गांव लोहिया लाल मल्ला जो अब कालाढूंगी विधानसभा क्षेत्र का हिस्सा है भगत दा ने यहां से पहला चुनाव ग्राम प्रधान के रूप में जीता था 1989 मे भजपा ने बंशीधर भगत को नैनीताल जनपद का जिला अध्यक्ष बना दिया जिसके बाद वह उत्तर प्रदेश और उत्तराखंड सरकार में कई बार मंत्री भी रहे है वर्तमान में बंशीधर भगत कालाढूंगी विधानसभा क्षेत्र से विधायक है बता दे कि कांग्रेस छोड़कर भाजपा में शामिल हुए तमाम बागियों को उत्तराखंड सरकार के कैबिनेट में रखा गया किन्तु पूर्व की सरकारों मे खाद्य एवं रसद, वन विकास ,स्वास्थ्य एवं परिवहन जैसे तमाम बड़े मंत्रालयों का अच्छा खासा अनुभव रखने वाले बंशीधर भगत को सरकार से दूर रखा गया ऐसे में उनके समर्थकों का नाराज होना जायज था पर्दे के पीछे की सियासत में कुछ भी होता रहा हो किंतु बंशीधर भगत ने सामने आकर कभी भी अपनी नाराजगी जाहिर नहीं की कहा जाता है कि उनके समर्थकों को यह विश्वास दिलाया गया था कि 2019 के लोकसभा चुनाव में बंशीधर भगत नैनीताल लोकसभा सीट से भाजपा के दावेदार होंगे पर भारतीय जनता पार्टी नैनीताल लोकसभा सीट से किस पर दांव खेलती है यह कहना अभी उचित नहीं होगा बंशीधर भगत की ओर से भी मजबूत दावेदारी पेश की गई है पेस है उत्तरांचल दर्पण से बातचीत के कुछ अंशः-सवाल – आगामी लोकसभा चुनाव में नैनीताल लोकसभा सीट से आपकी दावेदारी की चर्चा जोरो पर है, क्या वास्तव में आप चुनाव मैदान में उतरने का मन बना रहे है।
जवाब -जी हां मेरी भारतीय जनता पार्टी की ओर से प्रबल दावेदारी है किंतु आलाकमान का जो भी निर्णय होगा मैं उसका स्वागत करूंगा।
सवाल -अगर पूर्व सीएम हरीश रावत के सामने आपको चुनाव लड़ने का आदेश मिला तो क्या होगा।
जवाब – मै तो चाहता हूं कि हरीश रावत ही नैनीताल लोकसभा से चुनाव लड़े चुनाव लड़ने का मजा ही एक दमदार नेता के साथ आता है हर हाल मे हरीश रावत की चुनाव में हार होगी
सवाल -आप सरकार में तमाम बड़े मंत्रालयों को संभाल चुके हैं इसके बावजूद भी मौजूदा सरकार में आप को नहीं रखा गया क्या कारण था।
जबाब -यह पार्टी का अपना निर्णय होता है और आलाकमान जो तय करता है मैंने हमेशा उसका स्वागत किया है और आगे भी करूंगा
सवाल – जमरानी बांध शुरुआती समय से ही आपकी प्राथमिकता मे रहा है क्या कुछ कर पाए आप उसके लिए
जबाब – किसान संघर्ष समिति के बैनर तले जमरानी बांध को लेकर मैंने 1987 मे बहुत बड़ा आंदोलन किया था उस समय भावर क्षेत्र में कुल 87 ट्रेक्टर हुआ करते थे 86 ट्रैक्टर इस आंदोलन में पहुंचे थे जमरानी बांध मेरी प्राथमिकता में रहा है और आगे भी रहेगा
सवाल – केंद्र और प्रदेश दोनों में आप की सरकार है उसके बावजूद भी जमरानी बांध की समस्या का हल नहीं हो पाया क्यों
जबाब -यह बात बिल्कुल सही है कि केंद्र और प्रदेश में हमारी सरकार है और यह बात भी कहने में कोई संकोच नहीं होगा कि जमरानी बांध का मामला केंद्र मैं उलझा हुआ है अगर मैं लोकसभा सदस्य बन कर संसद पहुंचा तो इस लड़ाई को अंतिम रूप दे दूंगा
सवाल -लोकसभा चुनाव में कांग्रेस की ओर से पूर्व काबीना मंत्री और नेता प्रतिपक्ष का भी नाम सामने आ रहा है अगर लोक सभा चुनाव में कांग्रेस उन्हे अपना उम्मीदवार बनाती है तो आप इसे किस रूप में लेते है।
जबाब -तो क्या हो गया कांग्रेस अपना टिकट किसे देगी यह वह तय करेगी किंतु लोकसभा का चुनाव भाजपा हर हाल में जीतेगी यह तय है।

1 Comment
  1. Neida Tod says

    Oh wow. And

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