नीलामी पर भड़के थारू समाज लोग, प्रदर्शन
नानकमत्ता। नीलामी प्रक्रिया रोकने की मांग को लेकर थारू समाज के दर्जनों लोगों ने एसबीआई बैंक के सामने प्रदर्शन कर जिलाधिकारी को ज्ञापन प्रेषित किया। पूर्व विधायक गोपाल सिंह राणा और पूर्व मंडी चेयरमैन केडी गहतोड़ी के नेतृत्व में प्रदर्शन कारियों ने कहा कि वह ग्राम ऐचता सितारगंज के निवासी हैं और ऐचता और जंगलजोगी ढेर के ग्रामवासियों के बीच 1961 में भूमि का बदला बदला हुआ था जिसमें जंगलजोगी ढेर प्रतापपुर के थारू जनजाति के लोग ऐचता ग्राम में बस गये और ग्राम ऐचता की भूमि पर काबिज काश्त हो गये। समझौते के अनुसार सरदार जाति के व्यक्ति थारू जनजाति के व्यक्तियों की भूमि जंगल जोगी ढेर में बस गये और काबिज काश्त हो गये। यह समझौता रजामंदी के साथ हुआ था। उनका कहना है कि 29 जनवरी को ग्राम ऐचता में तहसील प्रशासन ने नीलामी हेतु भूमि पर लाल निशान लगा दिये। जिस पर कई लोग निवास कर रहे हैं और उसका लगान भी जमा करते आ रहे हैं। जब उन्होंने जानकारी ली तो पता चला कि ऐचता की भूमि पर जो निवास कर रहे हैं उन्होंने समझौते का उल्लंघन किया है और बैंक कर्मचारियों से सांठगांठ कर ग्राम ऐचता की भूमि को बंधक बनाकर लोन हासिल कर लिया है। और लोन की राशि चुकता न करने पर तहसील नीलामी की कार्रवाई कर रहा है। उन्होंने कहा कि ग्राम ऐचता थारू जनजाति का गांव है और उनके साथ धोखाधड़ी कर उनकी भूमि को बैंक में बंधक रख लोन हासिल कर लिया गया। इसमें बैंक प्रबंधन ने भी लापरवाही की है कि भूमि का सर्वे नहीं किया और न ही उन्हें अवगत कराया। उन्होने कहा कि लोन लेने वाले व्यक्ति थारू समुदाय की भूमि ग्राम जंगल जोगी ढेर प्रतापपुर में काबिज है जिसे अनदेखा किया गया। उन्होंने कहा कि नीलामी प्रक्रिया रोकी जाये अन्यथा थारू जनजाति के किसान आत्महत्या कर लेंगे क्योंकि इस भूमि पर 300-400 परिवार निवास कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि नीलामी प्रक्रिया रोकी जाये और जिन ल ोगों ने धोखाधडी की है उनके खिलाफ कार्रवाई की जाये। धरना प्रदर्शन करने वालों में महेश सिंह, गीता, बांधू सिंह, रमेश भट्ट, विजेंद्र सिंह, आशीष्ज्ञ राणा, रवि, गंगावती, रामपाल सिंह, ललिता, प्रेम सिंह, अनुराधा, देवीदत्त, करन शर्मा, मुन्नी, कालेंउद्री, रजनी राणा, अनुराधा, धरम सिंह, भगवान सिंह, श्याम शसिंह, सुनील, रामरती, लौंगश्री, अमन सिंह, प्रीतम सिंह, सुनीता, लता, महिमा राणा, मंजू, प्रियांशू राणा, बबिता, मुकेश, शिवांग, महताब, सूरज देवी, संध्या, अरविंद सिंह, प्रेम सिंह, मंगल सिंह, प्रदीप, सुभाष, बबिता, टहल सिंह, अनीता,सुदामा, रामनिवास, मोहन, राजेश्वरी, जितेंद्र, लक्ष्मी ओमकार, क शन्ती, भुवनेश्वरी, सुरेश, सुनीता, बसंत, कमल, जोगा, ममता आदि शामिल थे।