देहरादून।मुख्यमंत्री के जनता दरबार में महिला शिक्षिका द्वारा तबादले की मांग को लेकर हुए विवाद के बाद सियासी घमासान छिड़ गया है। प्रदेश कांग्रेस अ2यक्ष के आह्वान पर आज विभिनन जिला मुख्यालयों में कांग्रेस के कार्यकताओ ने मुख्यमंत्री का पुतला फूका और निलंबन वापिस लेने की मांग की। देहरादून में कांग्रेस संयोजक ईश्वर सिंह बिष्ट के नेतृत्व में भारी संख्या में कांगेस के पदाध्किारियों व कार्यकर्ताओं ने राजधनी देहरादून में रैली निकाली और भाजपा सरकार के खिलाफ आक्रोश जाहिर किया। इस दौरान वक्ताओं ने ने मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह के इस्तेफे की मांग करते हुए उन पर संवेदनहीन होने का आरोप लगाया। कांग्रेस कार्यकर्ताओंने महिला शिक्षिका उत्तरा बहुगुणा को निलंबित करने के फैसले को वापिस लेने की मांग की। इस दौरान पूर्व माहनगर अध्यक्ष लाल चंद्र शर्मा,विधयक मनोज रावत,रेखा सेमवाल, देवेंद्र सिंह,खुशाल सिंह रावत, सुमंत तिवारी आदि शामिल थे।
गदरपुर/ बाजपुर 30 जून। गूलरभोज रोड तिराहे पर वरिष्ठ कांग्रेसी नेता राजेंद्र पाल सिंह एवं कांग्रेस ब्लॉकध्यक्ष शराफत अली मंसूरी के नेतृत्व में कांग्रेस कार्यकर्ताओं द्वारा प्रदेश के मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत पुतला फूंका गया। कांग्रेस कार्यकर्ताओं द्वारा मुख्यमंत्री मुर्दाबाद एवं भाजपा सरकार हाय हाय के नारे भी लगाए गए। वरिष्ठ कांग्रेस नेता राजेंद्र पाल सिंह ने कहा उत्तराऽंड राज्य के मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत के जनता दरबार में उत्तरकाशी के चिन्यालीसौड़ के धुनियारा प्रार्थमिक विद्यालय में तैनात उत्तरा पन्त बहुगुणा को धक्के देकर निकाला गया और मुजरिमों की तरह गिरफ्रतार किया गया। उन्होंने कहा कि इस महिला का दोष सिर्फ इतना है कि उसने वर्ष 2015 में अपने पति की मृत्यु के बाद देहरादून ट्रांसफर की मांग की जा रही थी। राजेंद्र पाल सिंह ने कहा कि प्रदेश के मुख्यमंत्री द्वारा जिस प्रकार का व्यवहार एक विधवा महिला के साथ किया गया है वह एक शर्मनाक और निंदनीय घटना है, जिसका कांग्रेस पुरजोर विरोध करती है। वहीं, कांग्रेस ब्लॉकध्यक्ष शराफत अली मंसूरी ने भी भाजपा सरकार और प्रदेश के मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र रावत पर तीऽे वार चलाते हुए कहा इससे पूर्व भी काबीना मंत्री सुबोध उनियाल के जनता दरबार में हल्द्वानी के एक व्यापारी ने अपनी जान से हाथ धोया था। उन्होंने कहा मुख्यमंत्री द्वारा शिक्षिका को नौकरी से बऽार्स्त करने तथा मुजरिमों की तरह गिरफ्रतार करने की बात कही गई है, अगर उनके िऽलाफ कोई भी कार्यवाही अमल में लाई जाती है तो प्रदेश कांग्रेस के नेतृत्व में भाजपा सरकार एवं मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत का पुरजोर विरोध किया जाएगा। प्रदेश कांग्रेस के निर्देशानुसार इनके िऽलाफ उचित कार्यवाही की जाएगी उन्होंने कहा ऐसे मुख्यमंत्री को इस शर्मनाक घटना की जिम्मेदारी लेते हुए स्वयं अपनी कुर्सी से इस्तीफा दे देना चाहिए। इस दौरान कांग्रेस नेता बृजेश कुमार बिल्लन, सरफराज अहमद, इंद्रपाल सिंह संधू, अमरजीत सिंह, यशपाल वर्मा, संजीव अरोरा, गोपाल सिंह पपोला, शाहिद अली, दीपक धींगड़ा, अजय गाबा, मन्नू चौधरी, महेंद्र सिंह दुमड़ा, अजय बठला, विपिन बठला, ब्रज मनचंदा, सन्नी हुडिया, राजेश बाबा, मोहम्मद शाहिद अल्वी, किशोर सामन्त, मोहित चौहान, हिमांशु गढ़िया, संजीव नागपाल, इदरीश पाशा, अशरफ मलिक, मोहम्मद रफी, हरि ऽेड़ा, त्रिलोक चंद्र, नन्हे ऽां, जमील अहमद एवं राजू यादव सहित तमाम कार्यकर्ता मौजूद थे। बाजपुर। देहरादून में शिक्षका को निलंबित किए जाने के पर भड़के कांग्रेसियों ने शहीद भगत सिंह चौक पर मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत का पुतला दहन किया। तथा जमकर नारेबाजी की। कांग्रेसियों का कहना है पीड़िता विगत 25 वर्षों से दुर्गम क्षेत्र में तैनात है। कहा कि वह देहरादून क्षेत्र में अपनी तैनाती कराए जाने को लेकर सीएम के जनता दरबार में पहुंच कर गुहार लगाई थी। किंतु प्रदेश के मुख्यमंत्री ने पीड़िता की समस्या को नजरअंदाज कर उल्टे उसे निलंबित कर तानाशाही का परिचय दिया है। उन्होंने निलंबित शिक्षिका को बहाल कर सुगम क्षेत्र में तैनात करने की मांग की है। इस मौके पर जगतार सिंह बाजवा, रेशम सिंह यादव, प्रेम सिंह यादव, साबिर हुसैन, नत्था सिंह, धर्मवीर, महेश कुमार आशु, सुनील चानना, राजकिशोर, निसार आदि शामिल थे।