कैमिकल गंध से महिला श्रमिकों की हालत बिगड़ी
रुद्रपुर। गत सायं सिडकुल स्थित एक फैक्ट्री में कैमिकल गंध से कई महिला श्रमिकों की हालत बिगड़ गयी जिसस फैक्ट्री प्रबंधन में हड़कम्प मच गया। आनन फानन में करीब आधा दर्जन महिला श्रमिकों को गंभीर हालत में उपचार के लिए किच्छा मार्ग स्थित निजी चिकित्सालय ले जाया गया जहां एक महिला श्रमिक की हालत अभी भी चिंताजनक बनी हुई है जबकि कुछ महिला श्रमिकों को उपचार के पश्चात छुट्टी दे दी गयी। दो अन्य महिला श्रमिकों का चिकित्सालय में उपचार चल रहा है। जानकारी के अनुसार सिडकुल स्थित एलजीबी बालाकृष्ण फैक्ट्री में गत सायं अचानक कैमिकल से निकली गंध से फैक्ट्री में काम कर रहे महिला पुरूष श्रमिकों को सांस लेने में पररेशानी होने लगी और उन्होंने चीख पुकार शुरू कर दी। शोर की आवाज सुनकर फैक्ट्री के कई अधिकारी मौके पर आ पहुंचे। तब तक करीब आधा दर्जन महिला श्रमिक बेहोशी की हालत में जमीन पर गिर चुकी थीं। फैक्ट्री में यह नजारा देख फैक्ट्री अधिकारियों के हाथ पैर फूल गये और उन्होंने आनन फानन में बेहोश महिला श्रमिकों को गंभीर हालत में उपचार के लिए किच्छा मार्ग स्थित निजी चिकित्सालय पहुंचाया। इधर घटना की जानकारी मिलने पर महिला श्रमिकों के परिजन भी चिकित्सालय आ पहुंचे। घटना से फैक्ट्री में कार्यरत अन्य श्रमिकों में भी हड़कम्प मचा रहा। निजी चिकित्सालय में ज्योति, अर्चना, प्रियंका, कल्पना, रचना आदि महिला श्रमिकों को उपचार के लिए भर्ती कराया गया। आज भी रचना का आईसीयू में गहन उपचार चल रहा है जबकि प्रियंका व कल्पना को सामान्य वार्ड में उपचार के लिए शिफ्ट किया गया। सूत्रें के अनुसार अन्य महिला श्रमिकों की हालत में कुछ सुधार होने पर उन्हें चिकित्सालय से छुट्टी दे दी गयी।
प्रबंधन घटना पर पर्दा डालने में रहा
रूद्रपुर। गत सांय फैक्ट्री में कैमिकल गंध से करीब आधा दर्जन महिला श्रमिकों की हालत बिगड़ने की घटना पर प्रबंधन तंत्र पूरी तरह से पर्दा डालने में जुटा रहा। गंभीर अवस्था में महिला श्रमिकों को एम्बुलेंस से किच्छा मार्ग स्थित निजी चिकित्सालय भर्ती कराया गया साथ ही सूत्र बताते हैं कि फैक्ट्री के अधिकारियों द्वारा चिकित्सा कर्मियों के साथ ही भर्ती करायी गयी महिला श्रमिकों के परिजनों को भी यह हिदायत दी गयी कि यदि कोई भी व्यक्ति घटना के संदर्भ में कुछ भी जानकारी चाहे तो उसे कुछ नहीं बताना है। आज जब चिकित्सालय में भर्ती महिला श्रमिकों से मीडियाकर्मियों ने बात करना चाही तो उन्होंने कुछ भी बताने से मना कर दिया साथ ही उनके परिजनों ने भी यह कहकर जानकारी देने से इंकार किया कि फैक्ट्री प्रबंधन द्वारा उन्हें कहा गया है कि यदि मीडियाकर्मी कोई जानकारी लें तो उन्हें कुछ नहीं बताना है।