आस्था का प्रतीक है उत्तरायणी कौतिकःपंत
रुद्रपुर। शैल सांस्कृतिक समिति शैल परिषद के तत्वावधान में गांधी पार्क में आयोजित उत्तरायणी कौतिक के दूसरे दिन कार्यक्रम का शुभारम्भ प्रदेश के वित्तमंत्री प्रकाश पंत, विधायक राजकुमार ठुकराल, दिवाकर पांडे, भरत लाल साह,एलएम उप्रेती, कमलेश बिष्ट, दीपा जोशी, सुरेश परिहार आदि ने संयुक्त रूप से मां सरस्वती के चित्र के समक्ष दीप प्रज्जवलित कर किया। श्री पंत ने कहा कि उत्तरायणी कौतिक आस्था का प्रतीक है। उत्तरायणी पर्व पर आयोजित होने वाले कार्यक्रमों के माध्यम से समाज में पर्वतीय संस्कृति की पहचान बढ़ती है। उन्होंने कहा कि मेलों से जहां आपसी सौहार्द बढ़ता है वहीं मनोरंजन के कई साधन भी उपलब्ध होते हैं। उन्होंने सभी लोगों को उत्तरायणी कौतिक एवं मकर संक्रान्ति पर्व की शुभकामनाएं दीं। इससे पूर्व वित्तमंत्री श्री पंत एवं विधायक श्री ठुकराल का कार्यक्रम स्थल पर पहुंचने पर आयोजक संस्था की महिला समिति द्वारा तिलक लगाकर स्वागत किया गया। कार्यक्रम के दूसरे दिन आज विभिन्न विद्यालयों एवं आमंत्रित सांस्कृतिक संस्थाओं के कलाकारों द्वारा विभिन्न संस्कृतियों से ओतप्रोत कई सांस्कृतिक कार्यक्रम प्रस्तुत किये गये जिनसे उपस्थित दर्शक मंत्रमुग्ध हो गये। सांस्कृतिक कार्यक्रमों में सुरेंद्र रावत, प्रकाश मिलन साह, चन्द्रप्रकाश, बसंती बिष्ट, प्रेम बिष्ट, रेशमा साह, गौरव नेगी, विजय बिष्ट, पवन रावत, सुरेंद्र नयाल व दीप चन्द्रा आदि ने अपनी प्रस्तुति से सबको खासा आकर्षित किया। संगीत एवं नृत्य उत्तराखंड लोक संस्कृति कला केंद्र व दिल्ली के लोक वाद्य दल ने भी मधुर धुनों से वातावरण संगीतमय कर दिया। आयोजक समिति के पदाधिकारियों ने समस्त गणमान्य अतिथियों व उपस्थित लोगों का आभार जताया। मेला परिसर में कई स्टाल भी सजाये गये जिनमें खानपान, स्वास्थ्य, फोटो, खाद्य पदार्थ, पर्वतीय दालें, वाहन आदि के स्टाल शामिल थे। वहीं बच्चों ने झूलों का भरपूर आनंद लिया। इस दौरान मेयर रामपाल सिंह, संजय ठुकराल, भरत लाल साह, गोपाल पटवाल, दिनेश भट्ट, कुंवर सिंह नेगी, नरेंद्र रावत, बीके दनाई, कीर्तिनिधि शर्मा, सतीश ध्यानी, महेश कांडपाल, दान सिंह मेहरा, धीरज पांडे, राजेंद्र बोरा, मनोज शर्मा, अवतार सिंह, सतीश लोहनी, भास्कर जोशी, मोहन उपाध्याय, हरीश मिश्रा, सुनीता नेगी, दीपा जोशी, नीलम कांडपाल, कमला परिहार, सुधा जोशी, शालिनी बोरा, लीला पाठक, दीपा कांडपाल, सुमन रौतेला, लीला दनाई आदि मौजूद थे। संचालन हेमंत बिष्ट, दिवाकर पांडे व हरीश दनाई ने किया। समाचार लिखे जाने तक कार्यक्रम जारी था।