शाही स्नान के साथ अर्द्धकुम्भ का आगाज
प्रयागराज। शाही स्नान के साथ अर्ध कुंभ का आगाज हो चुका है, जहां सबसे पहले विभिन्न अखाड़ों के साधू- संतों ने जुलूस निकालकर शाही स्नान किया। शाही स्नान में सबसे पहले विभिन्न अखाड़ों के साधु स्नान करते हैं। सूरज की पहली किरण के साथ सबसे पहले जूना अखाड़ा, अटल, महानिर्वाणी और आहवान अखाड़ों ने शाही स्नान किया। कुंभ में ब्रह्म मूहर्त के साथ ही ढोल नगाड़ों के साथ नागा साधुओं और संतों की टोली स्नान के लिए निकली। बता दें कि मंगलवार को शाम 4 बजे अखाड़ों का शाही स्नान जारी रहेगा। इसके साथ लाखों श्रद्धालु भी पतित पावनी मां गंगा और यमुना के संगम घाट पर आस्था की डुबकी लगा रहे हैं। पहले ही दिन संगम पर लाखों लोगों ने डुबकी लगाई। करीब 45 दिन तक चलने वाले इस कुंभ मेले में अनुमान है कि 15 करोड़ से ज्यादा लोग आएंगे। देश ही नहीं इस कुंभ में विदेशों से भी बड़ी संख्या में लोगों के आने का अनुमान है। आज से शुरू हुआ ये कुंभ 4 मार्च तक चलेगा। कुंभ मेले में आने वाले लाखों श्रद्धालुओं की सुरक्षा की पुख्ता व्यवस्था की गई है। यहां पर लोगों के लिए लग्जरी टैंट की भी व्यवस्था है। किंवदंतियों के मुताबिक, पहला शाही स्नान स्वर्ग का दरवाजा खोलता है, जिसकी शुरुआत मंगलवार को सुबह 5-30 बजे हुई। श्रद्धालुओं के लिए गंगा नदी के किनारे 3,200 एकड़ क्षेत्र में छोटा शहर बसाया गया है। यहां टेंट का किराया 2,100 रुपये से लेकर 20,000 रुपये प्रति रात तक है। इसके अलावा बड़ी संख्या में यहां पहुंचने वाले अखाड़ों और संतों के लिए डोर्मेटरी और टेंट स्टॉल लगाए गए हैं। कुंभ प्रशासन ने एक बयान में कहा, इस बार कुंभ मेला में स्वच्छता पर विशेष जोर दिया गया है। पिछले सालों में शौचालय नहीं होने के कारण लोग खुले में शौच करने पर मजबूर थे, लेकिन इस साल 1,20,000 शौचालयों का निर्माण किया गया है और सफाईकर्मियों की संख्या दोगुनी रहेगी, ताकि स्वच्छता बरकरार रहे। कुम्भ में आज केंद्रीय कपड़ा मंत्री स्मृति ईरानी ने भी संगम तट पर डुबकी लगाई। केंद्रीय मंत्री ने अपने संगम में स्नान की फोटो हर हर गंगे कैप्शन के साथ अपने ट्विटर और इंस्टाग्राम एकाउंट पर भी शेयर की। वहीं स्मृति ईरानी के अलावा निरंजनी अखाड़े की नवनियुत्तफ महामंडलेस्वर केंद्रीय राज्य मंत्री साध्वी निरंजन ज्योति ने भी अखाड़ा के साधु-महात्माओं के काफिले के साथ शाही स्नान किया। वहीं प्रधानमंत्री मोदी ने भी जनता को अर्ध कुंभ की बधाई दी और जनता से मेले में शामिल होने की अपील की है। प्रधानमंत्री मोदी ने एक वीडियो ट्वीट करते हुए कहा कि मुझे आशा है कि इस अवसर पर देश-विदेश के श्रद्धालुओं को भारत की आध्यात्मिक, सांस्कृतिक एवं सामाजिक विविधताओं के दर्शन होंगे। मेरी कामना है कि अधिक से अधिक लोग इस दिव्य और भव्य आयोजन का हिस्सा बनें। वीडियो में पीएम मोदी कहते नजर आ रहे हैं कि अर्ध कुंभ सिर्फ करोड़ों लोगों के एकजुट होने का ही पर्व नहीं है, यहां आने वाले करोड़ों लोगों के जरिए पूरा देश, उसमें आने वाले करोड़ों लोगों के बीच होने वाला संपर्क और संवाद हमारे देश को दिशा देगा। कुंभ में आने वाले करोड़ों लोगों के साथ ही करोड़ों विचारों का प्रवाह भी भारत को समृद्ध और सश्त्तफ बनाता है। कुंभ का पर्व भारत और भारतीयता का सबसे बड़ा प्रमाण है। यह पर्व भाषा, भूषा और भिन्नता को खत्म कर एक होने की प्रेरणा देता है। यह पर्व हमें जोड़ता है, यह पर्व गांव और शहर को एक करता है। एक भारत की सही तस्वीर यहां दिखती है।