तहसील परिसर में अधिवक्ताओं का प्रदर्शन
काशीपुर। एसडीएम कोर्ट तहसील तथा रजिस्ट्री कार्यालय स्थानांतरित करने के मामले में अधिवत्तफाओं का गुस्सा थमने का नाम नहीं ले रहा है। आज भी अधिवत्तफाओं ने तहसील परिसर में धरना प्रदर्शन करते हुए शासन तथा प्रशासन पर गंभीर आरोप लगाए। उन्होंने कहा कि काशीपुर की व्यापार व्यवस्था को जिला प्रशासन चैपट करने की मंशा रखता है। अधिवत्तफाओं के इस आंदोलन को आज कांग्रेस ने भी अपना समर्थन दिया। प्रदर्शनकारियों ने कहा कि यदि उनकी मांगों पर समय रहते गौर नहीं किया गया तो भविष्य के परिणाम गंभीर होंगे। ज्ञातव्य है कि पिछले कुछ दिनों से एसडीएम कोर्ट तहसील तथा उप निबंधक कार्यालय को कुंडेश्वरी स्थित इसका फॉर्म में स्थानांतरित करने की प्रक्रिया चल रही है। इस बारे में जिला प्रशासन की कार्रवाई को लेकर अधिवत्तफाओं में आक्रोश है। इसी कड़ी में 2 दिन पूर्व अधिवत्तफाओं ने एसडीएम कोर्ट परिसर में धरना प्रदर्शन किया लेकिन कोई सार्थक कार्यवाही नहीं हो हुई। एक बार फिर से तहसील परिसर में अधिवत्तफाओं ने धरना प्रदर्शन कर प्रशासन के इस कदम को गलत ठहराया। वत्तफाओं ने कहा कि जिला प्रशासन की नियति काशीपुर के व्यापार को चैपट करने की है। नई अनाज मंडी काशीपुर से महज 3 किलोमीटर दूर होने के बावजूद उसे योजना के तहत जसपुर विधानसभा में शामिल कर दिया गया। अधिवत्तफाओं का कहना है कि तीनों ही सरकारी कार्यालय कुंडेश्वरी स्थानांतरित होने पर काशीपुर के लोगों को वहां तक आवागमन करने में बेहद दिक्कतों का सामना करना पड़ेगा। इसके अलावा उपरोत्तफ तीनों कार्यालय भी बाजपुर विधानसभा में आ जाएंगे। अधिवत्तफाओं ने यह भी कहा कि एसडीएम काशीपुर का कार्य संतोषजनक नहीं है। अधिवत्तफाओं ने आरोप लगाया कि इस बारे में जब उन्होंने ज्ञापन देने की कोशिश की तो उपजिलाधिकारी कन्नी काट गए। फिलहाल बताया गया है कि यदि प्रशासन अपनी मंशा में फेरबदल नहीं करता तो आंदोलन उग्र किया जाएगा।