नवविवाहिता ने फ़ांसी लगाकर दी जान
रुद्रपुर। गतरात्रि मोहल्ला सुभाष कालोनी में नवविवाहिता ने फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली। सूचना मिलने पर पुलिसकर्मियों ने मौके पर पहुंचकर परिजनों से आवश्यक जानकारी ली और मृतका के शव को जिला चिकित्सालय पहुंचाया जहां चिकित्सकों ने उसे मृत घोषित किया। पुलिस ने मृतका के कक्ष पर भी ताला लगवा दिया। आज प्रातः घटना की जानकारी मिलने पर मृतका के परिजन यहां पहुंचे और ससुरालियों पर दहेज हत्या का आरोप लगाया। बताया जाता है कि मूलरूप से ग्राम बिसौली बदायूं निवासी सोहनलाल की सबसे छोटी पुत्री 19वर्षीय माया का गत 2 नवम्बर को यहां सुभाष कालोनी निवासी मुन्नालाल के पुत्र शंकर से हुआ था। बारात रूद्रपुर से किच्छा गई थी। शंकर चार दिन पूर्व ही माया को उसके मायके से लेकर यहां वापस लौटा था। बताया जाता है कि गतरात्रि माया ने कमरा अंदर से बंद कर लिया और फांसी लगा ली। जब माया काफी देर तक कमरे से बाहर नहीं निकली तो शंकर ने उसे आवाज लगायी। माया के बाहर न आने पर शंकर ने कमरे की खिड़की से भीतर झांका तो माया को फांसी पर लटका पाया। किसी तरह कमरे का दरवाजा खोला और माया को फांसी से नीचे उतारा गया। साथ ही घटना की सूचना पुलिस को दी। मामले की जानकारी मिलते ही बाजार चौकी पुलिसकर्मी मौके पर पहुंचे और उन्होंने मृतका के शव को कब्जे में लेकर घटनास्थल का निरीक्षण किया और परिजनों से अ शवश्यक जानकारी ली। मृतका को जिला चिकित्सालय पहुंचाया गया जहां चिकित्सकों ने उसे मृत घोषित किया। पुलिस ने घटना की सूचना मृतका के परिजनों को दी। आज प्रातः परिजन यहां पहुंचे तो माया के शव को देखकर उनमें कोहराम मच गया। उन्होंने रोते बिलखते पुलिस को बताया कि माया को दहेज की बली चढ़ा दिया गया है। पुलिस ने शव का पंचनामा भरकर पोस्टमार्टम के लिए भिजवा दिया। दोपहर बाद तहसीलदार अमृता शर्मा ने जिला अस्पताल पहुंचकर मृतका के परिजनों से घटना की विस्तार से जानकारी ली।
माया को दहेज के लिए परेशान करते थे ससुरालीःमनोज
रूद्रपुर। गतरात्रि मोहल्ला सुभाष कालोनी में फांसी लगने से हुई माया की मौत की जानकारी मिलने पर किच्छा से आये उसके बड़े भाई ने पुलिस को बताया कि उसकी छोटी बहन को ससुरालियों ने दहेज के लिए आत्महत्या के लिए मजबूर कर दिया। मनोज का कहना था कि पिता सोहनलाल जो मेहनत मजदूरी कर परिवार का भरण पोषण करते हैं आर्थिक तंगी के बावजूद माया का अच्छा विवाह कराया और यथासम्भव दान दहेज भी दिया। मनोज ने बताया कि चार बहनों और दो भाईयों में माया सबसे छोटी थी। बारात रूद्रपुर से किच्छा गई थी। 2 नवम्बर को विवाह समारोह आयोजित हुआ। जब बाराती खाना खा रहे थे उस दौरान भी माया के पति शंकर व उसके बहनोईयों ने दहेज मांगते हुए कहा कि मोटरसाइकिल व एलसीडी देने की बात कही गयी थी। यदि नहीं दी तो वह अभी शादी नहीं करेंगे। मनोज का कहना है कि किसी तरह उन्हें समझाया गया जिस पर वह शादी को राजी हुए। प्रातः माया को ससुराल विदा किया गया। विवाह के कुछ दिन पश्चात ही ससुरालियों द्वारा दहेज मांग को लेकर उसे प्रताड़ित किया जाने लगा। बीते दिनों रूद्रपुर में पंचायत भी आयोजित की गयी जिसमें शंकर के परिजनों को भरोसा दिलाया गया कि पैसे की व्यवस्था होने पर बाइक व एलसीडी दे दी जायेगी। लेकिन उनका उत्पीड़न नहीं रूका। नववर्ष पर माया मायके गयी थी जहां उसने ससुरालियों द्वारा किये जा रहे उत्पीड़न की जानकारी दी। 2 जनवरी को शंकर माया को मायके से लेकर यहां पहुंचा लेकिन दहेज उत्पीड़न जारी रहा। संभवतः बहन माया ससुरालियों के उत्पीड़न से तंग आकर फांसी लगाने पर मजबूर हुई। मनोज ने पुलिस से माया की मौत का जिम्मेदार उसके ससुरालियों को बताया। मृतक माया का पति शंकर पंतनगर में गैस एजेंसी में काम करता है जबकि छोटा भाई बबलू चाय बेचता है। मां सोमवती का आठ माह पूर्व निधन हो चुका है। जबकि पिता मुन्नालाल मजदूरी करते हैं। पुलिस मामले की जांच में जुटी है। समाचार लिखे जाने तक तहरीर नहीं दी गयी थी।