बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ का नारा किया बुलंद
रूद्रपुर। फेडरेशन ऑफ ऑब्सटेट्रिकल एंड गायनेलॉजिकल सोसायटी ऑफ इंडिया (फॉग्सी) और भोर संस्था के तत्वाधान में आज शहरवासियों ने पैदल मार्च निकालकर ‘बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ’ का नारा बुलंद किया। गांधी पार्क से शुरू हुआ पैदल मार्च विभिन्न मार्गों से होते हुए फुटेला अस्पताल पहुंचकर समाप्त हुआ। बता दें फॉग्सी संस्था ने नये वर्ष को महिला सशक्तिकरण और बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओं के लिए समर्पित करने का ऐलान किया था। जिसके तहत आज देश भर में 150 से अधिक स्थानों पर फॉक्सी संस्था के तत्वाधान में ‘वॉक फॉर ए कॉज’ पैदल रैली का आयोजन किया गया। इसी के अंतर्गत शहर के गांधी पार्क में फॉग्सी पब्लिक एवेयरनेस कमेटी, स्मृति संस्था, भोर संस्था, सक्षम आदि सहित विभिन्न संस्थाओं के सामाजिक कार्यकर्ता एवं स्कूली बच्चे गांधी पार्क में एकत्र हुए। यहां से विधायक राजकुमार ठुकराल ने बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ जनजागरूकता पैदल रैली को हरी झण्डी दिखाकर रवाना किया। रैली गांधी पार्क से काशीपुर बाईपास, सिविल लाईन होते हुए फुटेला अस्पताल पहुंचकर समाप्त हुई। रैली में सामाजिक कार्यकर्ता, चिकित्सक, स्कूली बच्चे एवं दिव्यांग बच्चों ने स्लोगन लेकर लोगों को जागरूक किया। इससे पूर्व गांधी पार्क में आयोजित विचार गोष्ठी में वक्ताओं ने कन्या भ्रूण हत्या पर अपने विचार रखते हुए इस विषय पर विस्तार से चर्चा की। गोष्ठी को सम्बोधित करते हुए विधायक ठुकराल ने कहा कि बेटियां बोझ नहीं बल्कि भाग्य विधाता है। श्री ठुकराल ने कहा उनकी खुद की दो बेटियां हैं और उन्हें बेटियां होने पर गर्व है। श्री ठुकराल ने कहा कि आज वह जो कुछ भी हैं उसमें उनकी बेटियाें और मातृ शक्ति का भी अहम योगदान है। श्री ठुकराल ने कहा कि कन्या भ्रूण हत्या महापाप है। इसे रोकने के लिए समाज के हर व्यक्ति को अपना योगदान देना होगा। उन्होंने कहा कि हिंदू धर्म में नारी को देवी कहा गया है। बेटियां पढ़ी लिखी होंगी तो समाज को भी सही दिशा मिलेगी। एक बेटी को पढ़ाने से एक पूरा परिवार शिक्षित हो सकता है। विचार गोष्ठी को सम्बोधित करते हुए रूद्रपुर फॉग्सी पब्लिक एवेयरनेस कमेटी की अध्यक्ष एवं महिला रोग विशेषज्ञ डा0 अनुपमा रवि फुटेला ने कहा कि फॉग्सी के तत्वाधान में इस बार देश भर में नये साल का आगाज बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ नारे के साथ किया जा रहा है। समय समय पर समाज में ऐसे प्रयास जरूरी है तभी हम लोगों को जागरूक कर पायेंगे। डा0 फुटेला ने कहा कि समाज में अभी भी बेटियों के प्रति लोगों की सोच नहीं बदली है। यह बात उन्हें बहुत खलती है जब किसी घर में कोई बेटी जन्म लेती है तो परिवार के लोग उतने खुश नहीं होते जितना बेटे के जन्म लेने पर होते हैं। समाज में इसी विचारधाराको बदलने की जरूरत है। उन्होंने कहा कि लोगों को बेटियों के प्रति अपनी सोच बदलनी होगी। बेटियों को पढ़ाने के साथ ही उनकी प्रतिभा को निखरने का मौका दें और उन्हें समाज में आगे बढ़ने के लिए प्रेरित करें। डा0 फुटेला ने कहा कि कन्या भ्रूण हत्या रोकने के लिए किसी कड़े कानून की नहीं बल्कि सोच बदलने की जरूरत है। जब तक बेटियों को लेकर सोच नहीं बदलेगी तब तक बेटियां सुरक्षित नहीं रह पायेंगी। गोष्ठी को भोर संस्था की अध्यक्ष श्रीमती वीना चड्डा, डा0 सुरभि, आशा मुंजाल आदि सहित अन्य वक्ताओं ने भी सम्बोधित किया। संचालन पूर्व पार्षद ललित मिगलानी ने किया।गोष्ठी और रैली में डा0 रवि फुटेला,श्रीमती अनिल सिंह, डा0 अर्चना वर्मा,डा0 पवनप्रीत गिल,डा0 जयदीप मल्होत्र,सुषमा अग्रवाल, राजेश ग्रोवर, आनन्द शर्मा, राजकुमार कालरा,डा0 शिवकी, संजय, अर्पित भट्ट, हंस राय, शशांक, लक्ष्मी, मुरारी, चंदर, शिवचरन, शरीफ, डा0 मनीष, जसदीप, कोकिला, सचिन शर्मा,उमेश, गुरप्रीत, हरजीत, शगुन सेमवाल, वर्तिका गुप्ता, अंबालिका शर्मा, आयुषी राना,सोनिया पाण्डे, मोनिका सागर, रश्मि, नाजिया, अजय, रंजीत,प्रेम पाल, सोभित चौहान, मोहम्मद अरबास,नरेन्द्र कुमार,नवनीत कौर, निशांत, दिनेश राय, अन्नू, डा0 स्वाति, मनीष कश्यप, परमानंद, किशनपाल, गेंदन लाल, देव गंगवार, महेंद्रपाल, कुलदीप आदि सहित तमाम लोग मौजूद थे।