कड़ाके की ठण्ड के बीच मिंडा श्रमिकों का धरना जारी
रुद्रपुर। स्पार्क मिन्डा श्रमिकों का गांधी पार्क में अपनी कार्य बहाली करने के लिए धरने पर बैठे हुए हैं। वहीं कल सायं श्रमिकों ने शहर में फ्रलैग मार्च निकाल अपने गुस्से का इजहार किया। बता दें कि पिछले 99दिनों से स्पार्क मिन्डा के श्रमिक प्रबंधन द्वारा गेट बन्दी और श्रमिकों को निकले जाने के विरोध में शहर के गाँधी पार्क में धरना दे रहे हैं। लम्बे अर्से से अन्दोलित इन श्रमिकों की मागो पर अब कंपनी प्रबंधन द्वारा कोई कार्रवाई नहीं की गई है। यह श्रमिक 24 दिनों तक आमरण अनशन पर बैठे हुए थे। इसके बावजूद न तो स्थानीय प्रशासन और न ही प्रबंधन इनकी मागो पर आज तक कारवाई कर पाया। सिडकुल के अधिकांश मजदूर वर्तमान में अन्दोलित है। प्रबंधन द्वारा लगातार मजदूरों के उत्पीड़न के मामले सामने आ रहे हैं। लेकिन ना तो यहा का स्थानीय प्रशासन का ध्यान दे रहा है ना ही उत्तराऽंड सरकार इन मजदूरों के हित में सोच रही है। और स्पार्क मिंडा श्रमिकों के इस अन्दोलन को विभिन्न राजनीतिक सगठनो के अलावा कई सामाजिक सगठनो का समर्थन भी प्राप्त हैं। इस मामले में रुद्रपुर के विधायक राजकुमार ठुकराल ने पहल भी की थी। लेकिन उन्होंने भी इस मामले से हाथ पीछे ऽींच लिया जिन्होंने मजदूरों के सामने उपश्रमायुत्तफ़ से यह स्पष्ट बात की थी कि यदि दो दिन में तुम्हारे द्वारा इन मजदूरों की समस्या का समाधान नहीं किया गया तो में इस कार्यालय में ताला लगा दुंगा लेकिन दो दिन क्या 10-12दिन बीत जाने के बाद भी श्रम आयुत्तफ़ द्वारा कोई कार्रवाई नहीं की गयी और ना ही उसके बाद विधायक नजर आये। जबकि कई बार स्पार्क मिंडा के श्रमिक विधायक राजकुमार ठुकराल के घर भी गये जिले के वरिष्ठ अधिकारियों की नाक के नीचे सिडकुल में स्थिति विभिन्न कंपनियों द्वारा ऽुलेआम मजदूर वर्ग का शोषण किया जा रहा है। मेहनत के अनुरूप मेहनतना न देकर मजदूर अधिनियमों का उल्लंघन किया जा रहा है। इसके अलावा प्रबंधन तंत्र अपनी मजबूत पकड़ और राजनीतिक दलों की साठ गांठ के दम पर श्रमिकों का दमन कर रहे हैं। और सुबे के सत्ताधारी व प्रशासनिक अधिकारी मूकदर्शक बने हुए हैं। पिछले दिनों केन्द्र सरकार ने भी मजदूरों के शोषण पर रोक लगाने के लिए मजदूर एक्ट अधिनियम में बडे बदलाव किए। इस सब के बाद भी मजदूर अधिनियम का उल्लंघन जारी है।