देहरादून। उत्तराखंड में भाजपा सरकार ने कुमायूं और गढ़वाल में 14 भाजपाईयों को दायित्व सौंप राजनैतिक संतुलन साधने का प्रयास किया है। यह माना जा रहा है कि आगामी लोकसभा चुनाव से पहले भाजपा कुमायूं और गढ़वाल की जमीन मजबूत करना चाहती है ताकि पिछले लोकसभा चुनाव की तरह इस बार भी राज्य की पांचों लोकसभा सीटें भाजपा के पक्ष में आ सकें। आखिरकार लम्बी जद्दोजहद के बाद पूर्व भाजयुमो प्रदेश अध्यक्ष गजराज बिष्ट और बाजपुर के युवा नेता राजेश कुमार समेत राज्य के 14 भाजपा नेताओं को भाजपा सरकार ने दायित्व सौंप दिये हैं। गजराज बिष्ट को उत्तराखंड कृषि उत्पादन विपणन बोर्ड का अध्यक्ष बनाया तो राजेश कुमार को समाज कल्याण अनुश्रवण समिति का अध्यक्ष मनोनीत किया है। माना जा रहा है कि जल्द ही अगली सूची भी जारी कर दी जायेगी जिसमें अन्य नेताओं की फेहरिस्त भी शामिल की जायेगी। भाजपा सरकार गठन के बाद लम्बे अरसे से भाजपा नेता दायित्व वितरण की बाट जोह रहे थे। समय बीतने के साथ साथ इसकी सुगबुगाहट चलती रही लेकिन नेताओं की आशा परवान नहीं चढ़ी। आखिरकार अब भाजपा ने लोकसभा चुनाव से पहले दायित्वों का वितरण शुरू कर दिया। मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत ने सभी दायित्वधारियों को अपने आवास पर आमंत्रित किया और उन्हें दायित्व सौंप शुभकामनाएं दीं। गजराज बिष्ट और राजेश कुमार के अलावा मोहन प्रसाद थपलियाल को बद्रीनाथ, केदारनाथ मंदिर समिति का अध्यक्ष, महावीर सिंह रांगड़ को गढ़वाल मंडल विकास निगम का अध्यक्ष, केदार जोशी को कुमायूं मंडल विकास निगम का अध्यक्ष, डा- आरके जैन को अल्प संख्यक आयोग अध्यक्ष, शमीम आलम को उत्तराखंड राज्य हज समिति का अध्यक्ष, नरेश बंसल को राज्य स्तरीय बीस सूत्रीय कार्यक्रम क्रियान्वयन समिति का उपाध्यक्ष, दीप्ति रावत को उच्च शिक्षा उन्नयन समिति का उपाध्यक्ष, विजय बर्थ्वाल को उत्तराखंड राज्य महिला आयोग का अध्यक्ष, घनानंद को उत्तराखंड संस्कृत साहित्य एवं कला परिषद का उपाध्यक्ष, ज्ञान सिंह नेगी को राज्य ग्रामीण स्वास्थ्य सलाहकार परिषद का उपाध्यक्ष, डॉ- विनोद आर्य को पशु कल्याण बोर्ड का उपाध्यक्ष और शमशेर सिंह सत्याल को श्रम संविदा सलाहकार बोर्ड का अध्यक्ष मनोनीत किया। उनके मनोनयन पर तमाम भाजपा नेताओं ने उन्हें शुभकामनाएं दीं।
परिहार को भी मिल सकता है दायित्व
देहरादून। गत दिवस भाजपा ने राज्य के 14 नेताओं को दायित्व सौंप दिये। उन्हें विभिन्न निगमों, आयोगों, बोर्डों और परिषदों में अहम जिम्मेदारियां सौंपी गयी हैं जिसमें पूर्व विधायक व संगठन के वरिष्ठ पदाधिकारी व कार्यकर्ता शामिल हैं। माना जा रहा है कि पहली सूची जारी होने के बाद अब जल्द ही दूसरी और तीसरी सूची जारी की जायेगी। जिसमें जनपद उधमसिंहनगर के पूर्व जिलाध्यक्ष सुरेश परिहार भी शामिल हो सकते हैं। श्री परिहार भाजपा के समर्पित कार्यकर्ता रहे हैं और उन्होंने बतौर जिलाध्यक्ष रहते हुए पार्टी हित में अनेक कार्य किये और संगठन को आगे बढ़ाने का कार्य किया। पिछले विधानसभा व नगर निगम चुनाव में उन्होंने अपना दायित्व बखूबी संभाला और जीत हासिल की। श्री परिहार समय-समय पर किसानों की समस्याओं को भी सरकार और पार्टी के सामने उठा चुके है। यही नही श्री परिहार नजूल भूमि का मामला भी सरकार के सामने कई बार रख चुके है। गत दिनों मुख्यमंत्री त्रिवेन्द्र सिंह रावत और शहरी विकास मंत्री मदन कौशिक के जनपद आगमन पर भी किसानों की समस्याओं और नजूल भूमि का मुद्दा रखा। जिसपर मुख्यमंत्री श्री रावत ने किसानों के करोड़ो रूपये के बकाये भुगतान की घोषणा कर दी। माना जा रहा है कि साल के अंत तक राज्य के किसानों को उनका करोड़ों रूपये का भुगतान सरकार चुकता कर देगी। श्री परिहार कार्यकर्ताओं के साथ-साथ क्षेत्र में भी काफी लोकप्रिय है। श्री परिहार की ईमानदारी, कर्मठता और जुझारूपन को देखते हुए माना जा रहा है कि अगली सूची में श्री परिहार को भीे दायित्व दिया जायेगा।