उत्तराखंड में विजय दिवस पर कारगिल शहीदों को किया नमन
देहरादून/रूद्रपुर। विजय दिवस पर शहीद जांबाजों को श्रद्धांजलि दी गई। इस मौके पर शहीदों के परिजनों को सम्मानित भी किया गया। देहरादून, पिथौरागढ़, पौड़ी सहित अन्य जनपदों में भी इस मौके पर श्रद्धांजलि कार्यक्रम आयोजित हुए। देहरादून के गांधी पार्क में सीएम त्रिवेंद्र रावत ने शहीदों को श्रद्धांजलि दी। उन्होंने देश की रक्षा में शहीद हुए सैनिकों के परिजनों को सम्मानित किया। इस मौके पर सीएम ने कहा कि 1971 के युद्ध में उत्तराऽंड के 248 सैनिक और अधिकारी घायल हुए और 78 जांबाज शहीद हुए थे। इनमें अकेले देहरादून से 36 सैनिक थे। उन्हें सैनिकों को श्रद्धांजलि देते हुए कहा कि उत्तराऽंड का मान है कि आज भी देश की सुरक्षा की बागडोर उत्तराऽंडियों के हाथ में हैं । देश की सुरक्षा में सभी बड़े पदों पर हमारे राज्य के ऑफसर कमान संम्भाल रहे हैं। इस मौके पर सीएम ने रिस्पना नदी को संवारने की जिम्मेदारी भी सैनिकों के हाथ दिए जाने की बात कही। कहा कि जल्द इको टास्क फोर्स नदी की कायाकल्प कर नए स्वरुप में बदल देगी। इस मौके पर विधयाक गणेश जोशी, विनोद चमोली कुंवर प्रणव समेत अन्य रहे मौजूद। पौड़ी जिला मुख्यालय पौड़ी में आयोजित कार्यक्रम में शहीदों को श्रद्धांजलि देने के साथ ही सम्मान समारोह आयोजित किया। इसमें पूर्व सैनिक व शहीद सैनिकों के परिजनों को सम्मानित किया गया। वहीं नगर पालिका पौड़ी की ओर से निर्मित शहीद स्मारक लोकार्पण भी किया गया। इस मौके पर मुख्य अतिथि एवं विधायक मुकेश कोली ने कहा कि शहीदों के परिजनों को सम्मानित करने में वह स्वयं गौरवान्वित महसूस कर रहे हैं। कार्यक्रम की अध्यक्षता डीएम सुशील कुमार एवं संचालन अद्वैत बहुगुणा ने किया। इस अवसर पर पूर्व मंत्री मोहन सिंह रावत गांववासी, पालिकाध्यक्ष पौड़ी यशपाल बेनाम, सीडीओ रवनीत चीमा, एडीएम रामजी शरण शर्मा, जिला सैनिक अधिकारी मेजर करन रावत, सुमनलता ध्यानी, राजेंद्र टम्टा आदि मौजूद थे। रुद्रपुर-1971 के भारत- पाकिस्तान युद्ध में शहादत देने वाले देश के शहीदों की स्मृति में मनाया जाने वाला विजय दिवस जनपदभर में श्रद्धापूर्वक मनाया गया। मुख्य कार्यक्रम जिला मुख्यालय पर पुलिस लाईन स्थित शहीद स्मारक स्थल पर आयोजित हुए जहां पर 1971 के युद्ध में शहीद होने वाले जनपद के शहीद सूबेदार रामदत्त, उमेद सिंह, आन सिंह, टीकाराम, दीवानीनाथ व हीराचन्द के चित्रें पर जिलाधिकारी डा0नीरज ऽैरवाल, वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक कृष्ण कुमार वीके,विधायक राजकुमार ठुकराल, मुख्य विकास अधिकारी आलोक कुमार पाण्डेय,अपर जिलाधिकारी जगदीश चन्द्र काण्डपाल, उत्तम सिंह चौहान, एसपी कमलेश उपाध्याय सहित विभिन्न विभागों के अधिकारियों/ कर्मचारियों एवं पूर्व सैनिकों द्वारा पुष्प चक्र अर्पित किये गये। इसके बाद युवा भवन में आयोजित कार्यक्रम में जिलाधिकारी ने देश के शहीदों को नमन करते हुए कहा कि ’विजय’ शब्द यह अहसास दिलाने वाला शब्द है कि हमें देश के लिए कुछ करना चाहिये। उन्होने कहा बच्चों में देश प्रेम का जज्वा होना चाहिये ताकि वे देश की रक्षा कर सकें। उन्होने कहा बच्चो में अनुशासन होना बहुत जरूरी है ताकि वे देश की रक्षा कर सकें। उन्होंने कहा कि देश के जो जवान सीमा पर शहीद हुए हैं और जो देश की रक्षा के लिए सीमा पर तैनात हैं हमें उनके परीजनों को यह अहसास दिलाना है कि हम सभी उनके साथ हैं। इस अवसर पर जिला सैनिक कल्याण अधिकारी कै- रंजीत सेठ (अ-प्रा-) ने कहा कि विजय दिवस इसलिए महत्वपूर्ण है क्योंकि इस दिन देश की सेना ने पाकिस्तान के 90 हजार सैनिकों को आत्म समर्पण के लिए मजबूर किया। उन्होंने कहा कि हमें उन कार्यों को पूरा करना है जिनके लिए देश के वीर जवानों ने कुबार्नी दी है। उन्होंने कहा कि आज जो भी समस्याएं हमारे सामने ऽडी हैं हमें उनसे लडना है उन पर विजय हासिल करनी है। इससे पूर्व जिलाधिकारी ने 1971 के भारत-युद्ध के प्रत्यक्षदर्शी सिपाही गोकुलानन्द पाठक व दीवान चन्द्र को शॉल ओढाकर सम्मानित किया। इस अवसर पर ऽडक सिंह कार्की द्वारा भी विजय दिवस की विस्तृत जानकारी उपलब्ध करायी गयी। वहीं स्कूली छात्र-छात्रओं द्वारा देश-भत्तिफ़ से ओत-प्रोत कार्यक्रम प्रस्तुत किये गये। सर्व प्रथम प्रातः विजय दिवस के अवसर पर स्पोर्टस स्टेडियम रूद्रपुर से क्रांस कंट्री रेस का आयोजन किया गया। क्रांस क्रट्री रेस के विजेता प्रतिभगियों को जिलाधिकारी द्वारा पुरस्कृत किया गया। कार्यक्रम का संचालन राजबहादुर द्वारा किया गया। इस अवसर पर कर्नल एसपी सिंह, सूबेदार मेजर खडक सिंह कार्की, आत्मा सिंह, दिगम्बर जोशी, कैप्टन सुरजीत सिंह, डीएन कोरंगा, रघुवीर सिंह कार्की, सीएमओ शैलजा भट्टð,एसडीएम युत्तफ़ा मिश्र,तहसीलदार डा- अमृता शर्मा,सैनिक कल्याण के दर्शन सिंह,जिला शिक्षा अधिकारी रवि मेहता,जिला युवा कल्याण अधिकारी मोहन सिंह नगन्याल,पीडी हिमांशु जोशी,जिला क्रीडा अधिकारी रशिका सिद्दीकी सहित विभिन्न विभागों के अधिकारी/कर्मचारी, भूतपूर्व सैनिक उपस्थित थे।