कई अनशनकारियों की हालत बिगड़ी
रुद्रपुर,9दिसम्बर। मिंडा एवं इंटरार्क के अनशनकारियों को जबरन ग्लूकोज चढ़ाने व उन्हें जूस पिलाने के लिए मध्यरात्रि प्रशासनिक एवं पुलिस अधिकारियों ने भारी संख्या में महिला एवं पुरूष पुलिस बल के साथ जिला चिकित्सालय को छावनी का रूप दे दिया और जिन वार्डों मे अनशनकारियों कोा भर्ती कराया गया है वहां जबरन अनशनकारियों को न सिर्फ चिकित्सा कर्मियों की मदद से ग्लूकोज चढ़ाया गया बल्कि महिला अनशनकारियों को जूस पिलाने का भी प्रयास किया गया। इस दौरान महिला अनशनकारियों ने पुलिस की इस कार्रवाई का कड़ा विरोध किया और जूस पीने से साफ इंकार कर दिया। महिला अनशनकारियों ने पुलिस पर मारपीट करने का भी आरोप लगाया है। इधर सभीा अनशनकारियों की हालत निरन्तर बिगड़ती जा रही है। संभवतः उन्हें जिला चिकित्सालय से अन्यत्र रेफर भी किया जा सकता है। गौरतलब है कि अपनी विभिन्न मांगों को लेकर सिडकुल स्थित मिंडा एवं इंटरार्क के श्रमिक व उनके परिजन पिछले कई दिनों से आमरण अनशन पर बैठे थे जिन्हें विगत तड़के प्रशासनिक एवं पुलिस अधिकारियों ने जबरन उठाकर जिला चिकित्सालय उपचार के लिए भर्ती करा दिया। लेकिन सभी अनशनकारियों निहारिका सिंह, अखिलेश, नाजिया बेगम, विजय पांडे, अजीत कुमार, विनय कुमार, आशा, हेमचंद नैनवाल, तारा, हेमचंद कबडवाल ने जिला चिकित्सालय में भी अपना अनशन जारी रखा जिससे उनकी हालत और तेजी से बिगड़ती गयी। वहीं प्रशासनिक एवं चिकित्सा अधिकारी भी अनशनकारियों के स्वास्थ्य पर निरन्तर निगाह रखे रहे। मध्यरात्रि उपजिलाधिकारी युक्ता मिश्रा, एएसपी देवेंद्र पिंचा, सीओ स्वतंत्र कुमार, कोतवाल कैलाश भट्ट, पंतनगर थाना इंचार्ज संजय पाठक, सिडकुल चौकी प्रभारी केजी मठपाल के साथ भारी संख्या में महिला एवं पुरूष पुलिसकर्मी जिला चिकित्सालय पहुंचे जहां उन्होंने विभिन्न वार्डों में भर्ती कराये गये अनशनकारियों को चिकित्साकर्मियों की मदद से जबरन ग्लूकोज चढ़ाया। वहीं महिला अनशनकारियों को जूस पिलाने की भी कोशिश की। इस दौरान महिला अनशनकारियों की पुलिसकर्मियाेें से न सिर्फ तीखी नोंकझोंक हुई बल्कि महिलाओं ने जूस भी हलक से नीचे नहीं उतारा। आज जब महिला अनशनकारियों से इस संदर्भ में बातचीत की गयी तो उन्होंने बताया कि मध्यरात्रि एसडीएम व पुलिस अधिकारियों की अगुवाई में पुलिसकर्मी अचानक वार्ड में आ गये और उन्होंने वार्ड में मौजूद तीनों महिला अनशनकारियों निहारिका, अखिलेश व नाजिया को जबरन पकड़ लिया और उनके हाथों में ग्लूकोज चढ़वायी साथ ही बाल खींचकर मुंह पक्का पकड़ लिया और जबरन जूस पिलाने की भी कोशिश की लेकिन जूस नहीं पिया। अनशन कारियों का कहना था कि वह किसी भी हालत में जूस नहीं पियेंगे और जब तक उनकी मांगें नहीं मानी जातीं अनशन जारी रखेंगी। अनशनकारियों का यह भी कहना था कि पुलिस जबरन उन पर अनशन तोड़ने का दबाव बना रही है लेकिन वह पीछे नहीं हटेंगे। प्रशासनिक व पुलिस अधिकारियों द्वारा जिला चिकित्सालय में भर्ती अनशनकारियों को जबरन ग्लूकोज चढ़ाने व जूस पिलाने के प्रयास से जानकारी मिलने पर आंदोलनकारी श्रमिकों में भारी रोष व्याप्त है। वहीं आंदोलनकारी श्रमिकों ने अनशन स्थल पर अपना अनशन जारी रखा और धरना देकर चेतावनी देते हुए कहा कि प्रशासनिक एवं पुलिस अधिकारियों की इस कार्रवाई को बर्दाश्त नहीं किया जायेगा। यदि श्रमिक उत्पीड़ननहीं रूका तो वह आंदोलन और तेज करने को बाध्य होंगे। इधर चिकित्सा सूत्रें से ज्ञात हुआ है कि जिला चिकित्सालय में भर्ती अनशनकारियों की हालत निरन्तर बिगड़ने पर उन्हें जिला चिकित्सालय से अन्यत्र रेफर किया जा सकता है। वर्तमान में जिला चिकित्सालय में भारी पुलिस बल तैनात है वहीं जिन वार्डों में अनशनकारियों को भर्ती कराया गया है वहां आने जाने वालों पर भी पैनी नजर रखी जा रही है।