फईम हत्याकांड का पुलिस ने किया खुलासा
रुद्रपुर,29नवम्बर। कार चालक फईम हत्याकांड का पुलिस ने खुलासा कर दिया। पुलिस ने इस मामले में दो हत्यारोपियों को गिरफ्रतार कर लिया। उनके कब्जे से कई तमंचे, जिंदा कारतूस, लूटी गयी कार, नेपाली पासपोर्ट, विदेशी मुद्रा बरामद की गयी। हत्यारोपी नेपाल भागने की फिराक में थे। पुलिस उनसे पूछताछ में जुटी है। इस मामले का आज रूद्रपुर कोतवाली में एसपी क्राइम कमलेश उपाध्याय और एएसपी देवेंद्र पिंचा ने खुलासा किया। गौरतलब है कि 2 नवम्बर को सिंह टूर एण्ड ट्रैवल एजेंसी से रूद्रपुर से इलाहाबाद जाने के लिए कुछ लोगों ने इनोवा कार संख्या डीएल-12टीसी/0015 की बुकिंग की थी। उसको लेकर पुरानी गल्ला मंडी किच्छा निवासी कार चालक फईम पुत्र एहसान लेकर गया था। फईम के लापता होने पर वाहन स्वामी रजनीश पुत्र वीरेंद्र कुमार ने 8नवम्बर को रूद्रपुर में मामला दर्ज कराया। बदमाशों द्वारा इनोवा कार लूट की आशंका व चालक के साथ अनहोनी घटना को लेकर एसएसपी के दिशा निर्देश पर रूद्रपुर, और एसओजी टीम का गठन किया गया जिसकी विवेचना एसएसआई कमलेश भट्ट को सौंपी गयी। क्योंकि पुलिस को फईम का शव थाना अजगेन जिला उन्नाव में मिला था ऐसे में पुलिस टीम बदमाशों की गिरफ्रतारी के लिए पंजाब, हरियाणा, चंडीगढ़ में तलाश करती रही। इसी दौरान पुलिस को सूचना मिली कि बदमाश पंजाब से वापस बरेली, पीलीभीत, पूरनपुर, खटीमा होते हुए नेपाल भागने की फिराक में हैं। सूचना मिलने पर पुलिस टीमों ने झनकैया पूरनपुर रोड पर घेराबंदी कर मुठभेड़ के दौरान दो बदमाशों को धर दबोचा। पूछताछ में उन्होंने अपना नाम पता गुरदासपुर पंजाब निवासी रविन्द्र सिंह उर्फ हैप्पी पुत्र रतन सिंह और गूलरभोज गदरपुर निवासी जगजीत सिंह उर्फ जग्गा पुत्र गुरमेल सिंह बताया। पुलिस ने दोनों के कब्जे से 315 बोर का एक तमंचा, दो जिंदा व एक खोखा कारतूस, 12 बोर का एक पोनिया, जिंदा व एक खोखा कारतूस, 9एमएम के दो कारतूस और घटना में लूटी गयी इनोवा कार बरामद कर ली। पुलिस के मुताबिक हत्यारोपी इनोवा कार से इलाहाबाद के लिए रवाना हुए थे और सीतापुर में रूकने के बाद अगली सुबह कानपुर के लिए निकले तथा जिला उन्नाव में उन्होंने पेचकस से वार कर फईम की हत्या कर दी और उ सकी लाश एक खेत में फेंककर इनोवा लेकर फरार हो गये। सीतापुर में उन्होंने कार में लगा जीपीएस सिस्टम हटा दिया ताकि लोकेशन ट्रेस न हो सके। वहां से वह पंजाब के मोहाली चले गये तथा नेपाल भागने की फिराक में थे। फईम हत्याकांड के खुलासे पर आईजी ने पुलिस टीम को 5हजार, एसएसपी ने ढाई हजार, एएसपी ने 1500रूपए और एसपी क्राइम ने 1500 रूपए इनाम देने की घोषणा की। मामले का खुलासा करने वाली टीम में एसएचओ कैलाश भट्ट, एसओ विद्यादत्त जोशी, एसएसआई कमलेश भट्ट, एसआई ओमप्रकाश, प्रकाश सिंह बिष्ट, मुकेश मिश्रा, योगेश कुमार, कां- प्रकाश भगत, चन्द्रशेखर टाकुली, प्रताप सिंह, कृष्णा नेगी, बलवंत सिंह, संतोष रावत, प्रभात चौधरी, नीरज शुक्ला, खीम सिंह, बबलू गोस्वामी, चन्द्रप्रकाश बवाड़ी शामिल थे।