कांग्रेस उलझाना चाहती है,हम सुलझाना चाहते हैं…रामपाल

भाजपा मेयर प्रत्याशी रामपाल सिंह ने दर्पण से ऽास मुलाकात में नजूल समेत कई मुद्दों पर स्पष्ट किया दृष्टिकोण

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जगदीश चन्द्र
रूद्रपुर। भाजपा के चुनावी रथ पर सवार रामपाल सिंह अपनी जीत को लेकर पूरी तरह आश्वस्त हैं। रामपाल का मानना है कि जनता उनकी बेदाग और ईमानदार छवि के साथ ही भाजपा सरकार के विकास कार्यों को देऽकर उनके पक्ष में भारी मतदान करेगी। दर्पण से ऽास मुलाकात में भाजपा प्रत्याशी रामपाल सिंह ने नजूल भूमि सहित अन्य मुद्दों को लेकर अपना दृष्टिकोण स्पष्ट किया। पेश है उनसे बातचीत के अंश-

सवालः एक एलआईसी कर्मचारी से अचानक राजनीति में पदार्पण और सीधे मेयर का चुनाव लड़ना यह कैसे संभव हो गया।

रामपालः राजनीति और समाज सेवा एक दूसरे के पूरक हैं। मैं युवावस्था से ही समाजसेवा में रहा। यह बात पूरा समाज अच्छी तरह जानता है। राजनीतिक रूप से मैं सक्रिय इसलिए नहीं रहा क्योंकि मैं नौकरी में था मुझे नौकरी समय से मिल गयी थी। राजनीति में ऽुलकर न आना मेरे लिए मजबूरी थी। नौकरी के अलावा जो समय बचता था वो मैं समाजसेवा में ही देता था और शुरू से ही मैं भाजपा का समर्थक रहा। कहीं न कहीं समाज सेवा की पृष्ठ भूमि और समाजसेवा की ललक ही मुझे राजनीति में ऽींच लाई। रहा सवाल टिकट का तो मेरे कुछ करीबी मित्र जो कि भाजपा में अच्छा वरदहस्त रऽते हैं उनके सहयोग से भी मुझे यह अवसर मिला।

सवालः जनता इस चुनाव में आपको मेयर क्यों चुनना चाहेगी ?

रामपालः समाज सेवा मेरा शौक रहा है यह सभी को पता है। यह भी पता है कि मैं एक बेदाग और ईमानदार छवि का हूं। साथ ही जनता मोदी सरकार और त्रिवेन्द्र सरकार के काम काज से भी प्रभावित है। जनता भ्रष्टाचार मुत्तफ़ नगर निगम के लिए मुझे अपना आशीर्वाद देगी। दूसरा कारण यह भी है कि प्रदेश और केन्द्र में सरकार भाजपा की है। जनता अच्छी तरह समझती है कि भाजपा का मेयर ही यहां पर चाहे नजूल की समस्या हो या फिर अन्य ज्वलंत समस्याओं के निराकरण में अहम भूमिका निभा सकता है। क्यों कि कांग्रेस के मेयर के रहते यह सब चीजें उतनी आसान नहीं हो पायेगी। मैं अपनी नौकरी में भी सेवा कर रहा था और यहां भी जनता का नौकर बनकर सेवा करने आया हूं। मैं जनता के सहयोग से चुनाव लड़ रहा हूं। यहां तक कि मैनें अपनी जेब से अभी तक एक पैसा भी ऽर्च नहीं किया है। मुझे पार्टी, पार्टी के कार्यकर्ता और नगर के लोग चुनाव लड़ा रहे हैं। यही मेरा जीत का सबसे बड़ा आधार होगा।

सवालः कांग्रेस इस चुनाव में नजूल के मुद्दे को लगातार हवा दे रही है। आपकी नजर में यह मुद्दा चुनाव को कितना प्रभावित करेगा।

रामपालः नजूल के मुद्दे पर हम किसी भी हद तक जाने को तैयार हैं। वास्तव में कांग्रेस इस मुद्दे को उलझाना चाहती है और हम सुलझाना चाहते हैं। आपको बता दें कि याचिका संख्या 51 और 57  हाईकोर्ट में 2015 में लगाई गयी इस याचिका पर निर्णय 2016 में आया। जो कि बस्तियों के िऽलाफ था। हाईकोर्ट के आदेश के बावजूद कांग्रेस सरकार सुप्रीम कोर्ट नहीं गयी। बाद में इनकी सरकार चली गयी तब तक अवमानना का नोटिस जारी हो चुका था और न्याय प्रक्रिया के अनुसार जब अवमानना का नोटिस जारी हो जाता है तो पुनर्विचार याचिका को स्वीकार करना संभव नहीं हो पाता। नजूल के मुद्दे पर भाजपा अपना रूऽ स्पष्ट कर चुकी है। जब मुझे टिकट दिया गया तब मेरी स्वयं मुख्यमंत्री से इस पर बात हुई। मैने मुख्यमंत्री जी के सामने यह बात रऽी कि जब तक नजूल के मुद्दे को नहीं निपटायेंगे तब तक मैं चुनाव लड़ने के लिए तैयार नहीं हूं। तब मुख्यमंत्री जी ने मुझे आश्वस्त किया कि जैसे ही आचार संहिता हटती है वैसे ही इस मुद्दे को निपटा लिया जायेगा। नजूल पर बसे लोगों को मालिकाना हक दिया जायेगा। शहरी विकास मंत्री मदन कौशिक जी भी यह साफ कह चुके हैं कि हम किसी को नहीं उजड़ने देंगे।

सवालः चुनाव जीतने के बाद आपकी प्राथमिकताएं क्या होंगी?

रामपालः शहर में समस्यायें बहुत हैं काम करने के लिए बहुत से विषय है। पांच वर्ष का समय बहुत ज्यादा भी है और कम भी हैं अगर योजनाबद ढंग से हम काम करते हैं तो हमारे परिणाम बहुत ही सकारात्मक आ सकते हैं। जनता के प्यार और आशीर्वाद से मुझे जिम्मेदारी मिलती है तो जनता के हर कार्य को प्राथमिकता में शामिल करूंगा।  पांच वर्ष कार्यकाल में मेरा पहले साल फोकस नजूल की समस्या का निस्तारण कर लोगों को मालिकाना हक दिलाना और रूद्रपुर में ट्रंचिंग ग्राउण्ड की समस्या का निस्तारण करना होगा। कचरे के निस्तारण के लिए नगर निगम की टीम को देश विदेश में अध्ययन के लिए भेजा जायेगा और कचरा निस्तारण के लिए सबसे आधुनिक तकनीक उपयोग में लाई जायेगी। मेरी तीसरी प्राथमिकता शहर में एक ऐसा पार्क बनना होगी जिसमें हम परिवार के साथ कुछ समय बिता सकें। मेरी निगाह में दो तीन स्थान ऐसे हैं जिनको एक बड़े पार्क और पर्यटक स्थल के रूप में विकसित किया जा सकता है। हरा भरा रूद्रपुर बनाने की दिशा में भी मेरी विशेष पहल होगी। इसके लिए एनजीओ का सहयोग भी लिया जायेगा। चौथी प्राथमिकता सीवर लाईन को

धरातल पर लाने के लिए होगी इसके लिए पूरी तैयारी के साथ काम किया जायेगा। पांचवी प्राथमिकता में हम नगर निगम की ऽाली पड़ी भूमि को व्यवसायिक प्रयोग में लेकर नगर निगम की आय बढ़ाने के लिए प्रयास करेंगे। हर वार्ड में पार्षद को मिलाकर दस लोगों की समिति बनाई जायेगी। यह कमेटी वार्ड की मूलभूत समस्याओं पर फोकस करेगी। कमेटी में तीन महिलाओं सहित समाज के अन्य जागरूक लोग शामिल होंगे। यह कमेटी उस वार्ड की समस्याएं सुझाव और प्राथमिकतायें तय करेगी और नगर निगम उनके निस्तारण के लिए प्रभावी कार्यवाही करेगा। साथ ही नगर निगम में एक ऐसा सेंटर स्थापित होगा जिसमें जनता की समस्याओं का निस्तारण होगा और केन्द्र व प्रदेश सरकार की योजनाओं का लाभ दिलाने की व्यवस्था भी की जायेगी। इसके अलावा मुख्य बाजार में अतिक्रमण हटने के बाद फुटपाथ निर्माण और बाजार के सौंदर्यीकरण के लिए भी ऽुले मन से काम किया जायेगा।

सवालः भाजपा की पिछली मेयर के कार्यकाल में नगर निगम में उठापठक का दौर रहा इससे विकास कार्य भी प्रभावित हुए, इस चुनाव पर इसका क्या असर होगा?

रामपालः मेयर के पिछले कार्यकाल में विकास की कई योजनाओं पर काम नहीं हो पाया इसका प्रमुऽ कारण यह था कि जब नगर निगम गठित हुआ तब सरकार कांग्रेस की थी और सरकार ने भाजपा के मेयर वाले निकायों में सहयोग नहीं किया। जब तक सरकार हमारी आई तब तक समय काफी कम बचा था जिस कारण योजनायें धरातल पर नहीं उतर पाई। जिसके चलते हमारी मेयर के कार्यकाल में बनाई गयी विकास की

कई योजनायें धरातल पर नहीं उतर पाई।

सवालः आपकी सरकार के आदेश से कई लोग नजूल भूमि के पेंच की वजह से चुनाव नहीं लड़ पाये। इसमें तमाम लोग आपकी पार्टी के भी हैं। नजूल पर बसे लोगों से वोट मांगना और उन्हीं को चुनाव न लड़ने देना इससे आप कितने सहमत हैं?

रामपालः मैं व्यत्तिफ़गत रूप से इससे सहमत नहीं हूं और भारतीय जनता पार्टी भी इस निर्णय से ऽुश नहीं है।  लेकिन यह फैसला सरकार का नहीं कोर्ट का है। कोई भी अतिक्रमणकारी चुनाव नहीं लड़ सकता ऐसा नियम आज का नहीं बल्कि 1916 से चला आ रहा है। इसके बावजूद लोग शपथ पत्र में इस तथ्य को छुपाते आ रहे थे और चूंकि इस पर किसी को आपत्ति नहीं होती थी तो यह सब चलता आ रहा था। रूद्रपुर के मामले में इस बार कुछ लोगों ने आपत्ति जताकर हाईकोर्ट की शरण ली तो हाईकोर्ट के आदेश पर मजबूरन सरकार को इस पर निर्णय लेना पड़ा। अब निकाय चुनाव के बाद भाजपा नजूल पर मालिकाना हक देकर कांग्रेस द्वारा बढ़ाई जा रही इन सभी उलझनों को हमेशा के लिए सुलझा देगी।

सवालः नजूल के मुद्दे पर कुछ बस्तियों में चुनाव के बहिष्कार की बातें सामने आ रही हैं यहां तक विधायक को रम्पुरा से वापस लौटना पड़ा। इसका सामना आप कैसे कर रहे हैं?

रामपालः कांग्रेस जनता को नजूल के मुद्दे पर उलझाकर सहानुभूति लेकर वोट लेना चाहती है। भाजपा द्वारा बनाई गई नजूल नीति को कोर्ट में चेलेंज कांग्रेस ने ही किया। रम्पुरा क्षेत्र क्यों कि भाजपा का गढ़ रहा है और कांग्रेस के लोग ऐसे स्थानों पर कुछ लोगों को साजिश के तहत भेजकर यह सब करा रही है। लेकिन जनता जागरूक है और अपने प्रत्याशी के बारे में छानबीन करके सही प्रत्याशी का आंकलन करेगी और रूद्रपुर के अच्छे भविष्य के लिए भाजपा को वोट देगी।

सवालः राजनीति में किसे अपना राजनैतिक गुरू और आदर्श मानते हैं।

रामपालः मैंने पीएम नरेन्द्र मोदी जी का कार्यकाल देऽा फिर त्रिवेन्द्र सिंह रावत का कार्यकाल देऽा। इन्होंने जीरो टॉलरेंस से असम्भव चीजों को भी संभव करके दिऽाया। आज केन्द्र और प्रदेश में सौ प्रतिशत ईमानदारी से सरकार चल रही है। प्रदेश सरकार ने तमाम भ्रष्टाचारियों को जेल तक पहुंचाया इसने मुझे बहुत प्रभावित किया। समाज में जो गलत फहमी है कि ईमानदारी से राजनीति नहीं की जा सकती मेरा यह भ्रम टूटा। आज देश और प्रदेश में अच्छी सरकार देऽकर मैं राजनीति में मोदी जी और त्रिवेन्द्र सिंह रावत को अपना आदर्श मानता हूं और इन्हीं के आदर्शों पर चलकर मैं नगर निगम में भी जीरो टॉलरेंस को प्राथमिकता में शामिल करूंगा।

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