संतो को उठाने के लिये जिलाधिकारी ने तोड़ा कानून!
स्वामी शिवानंद ने अफ़सरों पर लगाये गंभीर आरोप
देहरादून/ हरिद्वार। मातृसदन के परामाध्यक्ष स्वामी शिवानंद ने हरिद्वार जिलाप्रशासन के साथ ही पुलिस अधिकारियों पर बड़ा आरोप लगाया है। इतना ही उन्होंने दावा किया है कि जिला न्यायालय में शिकायत के बाद कोर्ट ने जिलाधिकारी दीपक रावत समेत सिटी मजिस्ट्रेट मनीष सिंह, तत्कालीन अपर सिटी मजिस्ट्रेट संगीता कनौजिया, सीओ कनखल स्वप्न किशोर सिंह व तहसीलदार सुनैना राणा के खिलाफ आदेशों की अवमानना करने का मुकदमा दर्ज कराया है। शिवानंद ने यहां मातृसदन में पत्रकारों से वार्ता करते हुए कहा कि पूर्व में कोर्ट ने आश्रम क्षेत्र में धारा 144 लागू करने पर रोक लगायी थी। लेकिन जिला प्रशासन और पुलिस के अधिकारी कई बार नियमों का उल्लंघन कर जबरन संतों को उठाकर उनकी तपस्या भंग कर रहे हैं। स्वामी शिवानंद ने कहा कि गंगा की रक्षा के लिये अपने प्राणों की आहूति देने वाले स्व- सानंद ने जिस संशोधित गंगा एक्ट को लागू कराने की मांग की थी उसे भी केंद्र की मोदी सरकार लागू नहीं करवा रही है। उन्होंने बताया कि संसद के आगामी शीतकालीन सत्र में केद्रीय जलसंसाधन मंत्री नितिन गडकरी गंगा एक्ट को लेकर सरकारी बिल पेश करने वाले है। लेकि उक्त बिल में स्व- सांनद के संसोधित प्रावधानों को सम्मिलत नहीं किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि केंद्र सरकार लगातार संतों का अपमान कर रही है। वहीं स्वामी शिवानंद ने आरोप लगाया कि गंगा रक्षा के लिये अनशनरत संत गोपाल दास का उत्पीड़न किया जा रहा हैं उन्हें कभी चंडीगढ़ तो कभी ऋषिकेष तो कभी दिल्ली के अस्पतालों में भेजा जा रहा है। उन्होंने कहा कि गोपालदास को अनशन तोड़ने के लिये दबाव डाला जा रहा है। इधर मातृसदन में अनशनरत स्वमी आत्मबोधानंद का स्वास्थ्य परीक्षण करने के लिये चिकित्सकों की टीम पहुंची और उनके स्वास्थ्य की जांच की। गौर हो कि स्व- ज्ञानस्वरूप प्रो जीडी अग्रवाल की मांगों को पूरा करने के लिये आत्मबोधानंद भी गंगा की निर्मलता व अविरलता के लिये अनशन कर रहे हैं।