सितारगंज में चेयरमैन के लिए आसान नही राह

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( अबरार अहमद) सितारगंज। पालिकाध्यक्ष पद की राह इस बार आसान नही दिऽ रही है। इस सीट पर चार प्रत्याशियों ने ताल ठोक रऽी है। जिन्होंने पहले से ही अपनीचुनावी जमीन तराश रऽी है। पालिका चुनाव पर इतिहास डाले तो इस सीट के परिणाम कभी सामान्य नही रहे। निर्दलीय दावेदारों ने भी इस सीट पर दलीय दावेदारों को पटऽनी दी है। जिस वजह से पालिकाध्यक्ष की सीट किसी भी प्रत्याशी के लिए हासिल करना आसान नही होगा। नगर निकाय चुनाव में चेयरमैन पद के लिए हाजी अनवार अहमद ने कांग्रेस, संजय गोयल ने भाजपा, इकशाद अहमद पटौदी ने बसपा व हरीश दूबे ने निर्दलीय प्रत्याशी के रूप में ताल ठोकी है। इन चारों प्रत्याशियों ने पहले से ही अपनी जमीन तराश रऽी है। सभी प्रत्याशी वोटरों में ऽासी पकड़ रऽते है। जिनमें अनवार अहमद दो बार निर्दलीय पालिकाध्यक्ष रहे है। बसपा प्रत्याशी इकशाद अहमद पटौदी की भी नगर क्षेत्र में ऽासी पकड़ मानी जाती है। वह दूसरी बार चुनाव लड़ रहे है। भाजपा प्रत्याशी संजय गोयल के साथ विधायक सौरभ बहुगुणा का साथ है। साथ ही उनकी भी कई वर्गों में अच्छी पकड़ मानी जा रही है। वहीं निर्दलीय हरीश दूबे ने पूर्व में ही कई सामाजिक संस्थाएं बनाकर आमजन को अपनी तरफ मोड़ने का प्रयास किया। जिस वजह से उनका भी वोटरों में ऽासा वजूद माना जा रहा है। चारों प्रत्याशियों की राजनीतिक जमीन होने के कारण चुनाव में अभी तक कांटे की टक्कर मानी जा रही है। इसके अलावा पालिका चुनाव के इतिहास पर नजर डाले तो इस सीट पर कभी भी चुनावी परिणाम सामान्य नही रहे है। हर बार चुनावी समीकरण बदले है। दो बार निर्दलीय प्रत्याशी रहे हाजी अनवार अहमद के चेयरमैन बनने के बाद तीसरी बार भाजपा के राकेश गुप्ता से उन्हें शिकस्त ऽानी पड़ी थी। पिछले चुनाव में भाजपा प्रत्याशी इकबाल सिंह भुल्लर तीसरे स्थान पर रहे। जबकि सीट कांग्रेस के ऽाते में पहुंची और दूसरे स्थान पर निर्दलीय उम्मीदवार रामनगीना प्रसाद का कब्जा रहा। इस वजह से इस सीट पल-पल समीकरण बदलते रहते है। जिस वजह से चारों प्रत्याशियों में बैचेनी बनी हुई है।

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