अमृतसर ट्रेन हादसा : अब तक साठ लोगों की मौत,जांच से इनकार
रेल राज्य मंत्री बोले-रेलवे की कोई गलती नहीं
नई दिल्ली, 20 अक्टूबर। रेल राज्य मंत्री मनोज सिन्हा ने अमृतसर ट्रेन हादसा में किसी भी तरह की जांच से इनकार किया है। घटना में गेटमैन का बचाव करते हुए उन्होंने कहा कि जिस जगह पर हादसा हुआ है, वो रेल फाटक से 3 सौ मीटर दूर है। पत्रकारों से बात करते हुए उन्होंने कहा कि इस घटना में रेलवे की कोई भागीदारी नहीं है। उन्होंने कहा कि कानून व्यवस्था राज सरकार का जिम्मा है और लोगों को रेलवे ट्रैक पर जमा नहीं होना चाहिए था, जबकि हादसे के वत्तफ़ लोग ट्रैक पर बैठे थे। मनोज सिन्हा ने कहा कि इस मामले में किसी को राजनीति नहीं करनी चाहिए, ये काफी दुऽद घटना है। ये हादसा अमृतसर और मनावला के बीच फाटक नंबर 27 के पास हुआ. दरअसल, शुक्रवार की शाम करीब 7 बजे अमृतसर के चौड़ा बाजार स्थित जोड़ा फाटक के रेलवे ट्रैक पर लोग मौजूद थे. पटरियों से महज 200 फीट की दूरी पर पुतला जलाया जा रहा था. इसी दौरान जालंधर से अमृतसर जा रही डीएमयू ट्रेन नंबर 74943 वहां से गुजरी.ट्रेन की रफ्तार करीब 100 किमी. प्रति घंटा थी. तेज रफ्तार इस ट्रेन ने ट्रैक पर मौजूद लोगों को कुचल दिया और देखते ही देखते 150 मीटर के दायरे में लाशें बिछ गईं. हादसे के बाद अभी तक 60 लोगों के मारे जाने की पुष्टि की जा चुकी है. जानकारी के मुताबिक 40 शव सिविल अस्पताल में और 19 शव गुरुनानक अस्पताल में रखे गए हैं.वहीं हादसे के बाद स्थानीय विधायक नवजोत सिंह सिद्धू की पत्नी और पेशे से डॉक्टर नवजोत कौर निशाने पर आ गई हैं. प्रत्यक्षदर्शियों का कहना है कि रावण दहन कार्यक्रम के दौरान कांग्रेस नेता डॉ. नवजोत कौर मंच पर मौजूद थीं, लेकिन घटना के बाद कार लेकर मौके से चली गईं.वहीं शनिवार सुबह नवजोत सिंह सिद्धू ने अस्पताल पहुंचकर घायलों का हालचाल पूछा..इस हादसे को लेकर बीजेपी और कांग्रेस के बीच राजनीति भी शुरू हो गई है. हालांकि रेल राज्यमंत्री मनोज सिन्हा ने कहा कि हमें राजनीति नहीं करनी चाहिए.उन्होंने एक बार फिर दोहराया कि रेलवे को इस कार्यक्रम की कोई सूचना नहीं है। जब पत्रकारों ने उनसे पूछा कि क्या ड्राइवर ट्रेन की रफ्रतार धीमी कर सकता था तो उन्होंने कहा कि ट्रेन की रफ्रतार कहां कम करनी है ये ड्राइवरों को पहले से ही निर्देश दिया हुआ होता है। मनोज सिन्हा ने कहा कि घटना के वत्तफ़ सांझ हो चुकी थी, घटना की जगह पर रेलवे की पटरी घुमावदार थी, ड्राइवर को आगे भी नहीं दिऽाई पड़ रहा होगा। ट्रेन की रफ्रतार के बारे में उन्होंने कहा कि ट्रेन स्पीड से ही चलती है। इस मामले में पत्रकारों ने जब गेटमैन के िऽलाफ कार्रवाई की बात पूछी तो उन्होंने कहा कि जिस जगह पर रावण का पुतला जलाया जा रहा था वहां से रेल फाटक 300 मीटर दूर है। इस मामले में जब रेल मंत्रलय द्वारा जांच की बात पूछी गई तो मंत्री महोदय ने साफ-साफ कहा, किस बात की इनक्वायरी हम कराएं। जब उनसे पूछा गया कि क्या ड्राइवर किसी भी तरह ट्रेन नहीं रोक सकता था। इस पर मनोज सिन्हा ने कहा कि पटरी से 70 मीटर दूर कार्यक्रम हो रहा था, इसके अलावा वहां हलका मोड़ भी था, तो ड्राइवर को कैसे दिऽाई देता?