सांनद की मौत से कांग्रेस आक्रेशित,कैंडल मार्च निकाला
देहरादून। कांग्रेस ने गंगा के लिए 112 दिन से अनशनरत स्वामी सानंद की मौत के लिए केंद्र व राज्य सरकारों को जिम्मेदार बताते हुए प्रदेश कांग्रेस मुख्यालय से घंटाघर तक कैंडिल मार्च निकाला। कांग्रेसियों ने गंगा पुत्र संत सानंद प्रो- जीडी अग्रवाल की आत्मा की शान्ति के लिए प्रार्थना भी की। इस मौके पर कांग्रेस नेताओं ने कहा कि केंद्र की मोदी सरकार की हठधर्मिता एवं गंगा के प्रति उपेक्षापूर्ण रवैये के कारण व्यथित होकर स्वामी सानंद को आमरण अनशन करने पर मजबूर होना पड़ा। स्वामी सानंद के निधन को अपूरणीय क्षति बताते हुए वक्ताओं ने कहा कि भाजपा सरकार की संवेदनहीनता के कारण 111 दिनों तक आमरण अनशन पर बैठे गंगा पुत्र संत सानंद ने जब जल त्यागने का निर्णय लिया तो उसके बाद राज्य सरकार हरकत में आई और जबरन एम्स ऋषिकेश में भर्ती करा दिया गया, जहां उन्होंने अपने प्राण त्याग दिये। उन्होंने कहा कि इस प्रकरण की जितनी भी र्भत्सना की जाए कम है। उन्होंने कहा कि नमामि गंगे के नाम पर प्रधानमंत्री, भाजपा के मंत्रियों एवं नेताओं द्वारा पिछले साढ़े चार साल से मीडिया में लगातार महज बयानबाजी की जा रही है लेकिन इस महत्वाकांक्षी योजना में जनता की गाढ़ी कमाई के लगभग 20 हजार करोड़ रुपये खर्च होने के बाद भी गंगा की स्थिति जस की तस बनी हुई है। एक ओर केंद्र सरकार भारी भरकम पैकेज देकर गंगा सफाई अभियान की बात करती है और वहीं गंगा को स्वच्छ बनाये जाने की मांग को लेकर 111 दिन से आमरण अनशन पर बैठे संत की न ही केंद्र सरकार और न ही राज्य सरकार ने सुध ली, उनकी मांगों का भी कोई संज्ञान नहीं लिया गया। उससे भी दुर्भाग्यपूर्ण और शर्मनाक यह है कि राज्य सरकार का कोई भी प्रदेशस्तरीय नेता और मंत्री स्व- संत को श्र)ांजलि देने व उनके परिजनों को सांत्वना ढांढ़स बधाने तक नहीं पहुंचा, इससे भाजपा की संतों तथा नमामि गंगे की प्रति निष्ठा उजागर होती है। कैंडिल मार्च कार्यक्रम में पूर्व प्रदेश अध्यक्ष किशोर उपाध्याय, पूर्व मंत्री दिनेश अग्रवाल, प्रदेश उपाध्यक्ष सूर्यकान्त धस्माना, पूर्व विधायक राजकुमार, जोत सिंह बिष्ट, मुख्य प्रवक्ता मथुरा दत्त जोशी, महानगर अध्यक्ष लालचन्द शर्मा, प्रदेश प्रवक्ता डा- आरपी रतूड़ी, गरिमा महरा दसौनी, समन्वयक राजेन्द्र शाह, प्रमोद कुमार सिंह, पृवीराज चौहान, महन्त विनय सारस्वत, जिला कांगेस कमेटी के अध्यक्ष गौरव चौधरी, संजय किशोर, नवीन जोशी, अशोक वर्मा, अमरजीत सिंह, राजेश शर्मा, कमलेश रमन, महेन्द्र सिंह राणा, सुनित राठौर, नीनू सहगल, अजय सिंह, संजय डोभाल, महेश जोशी, प्रदीप जोशी, राजीव महर्षि, राजेश चमोली, दीवान तोमर समेत सैकड़ों नेता व कार्यकर्ता शामिल हुए।