मां की गोद में सोये मासूम पर झपटा गुलदार,मां की बहादुरी से बच गई जान
बागेश्वर। बागेश्वर में गुलदार का आतंक थमने का नाम नहीं ले रहा है। घर के आंगन से एक और मासूम को गुलदार उठा ले गया,लेकिन इस बीच चीखपुकार की आवाज सुनकार बच्चे की मां ने बहादुरी दिखाते हुए गुलदार का पीछा किया। कुछ दूरी पर गुलदार ने मासूम को छोड़ दिया, बच्चा सकुशल है।घर के आंगन से तेंदुए ने बच्चे को मां की गोद से खींचकर ले जाने की कोशिश की। लेकिन साहसी मां तेंदुए से संघर्ष करते हुए बच्चे को उसके मुंह से खींच लाई। नुमाईशखेत में तेंदुए ने बुधवार देर रात आंगन में मां के साथ खड़े एक मासूम पर हमला कर दिया। महिला के साहस और मौके पर भीड़ जुटती देख तेंदुआ भाग निकला। रात करीब नौ बजे नुमाईशखेत निवासी छह साल का मासूम दक्ष पुत्र प्रदीप सिंह मां के साथ आंगन में मौजूद था। रामलीला और दुर्गा महोत्सव का नजारा देख रहे थे। मां और बेटा पास ही नुमाईशखेत में चल रहे रामलीला और दुर्गा महोत्सव का नजारा देख रहे थे। तभी एक तेंदुआ दक्ष पर झपट पड़ा और उसे मां के हाथ से खींचकर ले जाने की कोशिश करने लगा। महिला ने साहस दिखाते हुए बच्चे को कसकर पकड़ लिया। साथ ही तेंदुए से करीब पांच मिनट तक संघर्ष किया। इस बीच महिला की चीख पुकार सुन मौके पर लोगों के आने से तेंदुआ भाग गया। घायल मासूम को जिला अस्पताल में भर्ती कराया गया है जहां उसकी हालत खतरे से बाहर है। इध्र देर रात ही शिकारी लखपत सिंह ने वन कर्मियों के साथ नुमाईशखेत में मोर्चा संभाल लिया है।