महाशिवरात्रि पर भगवान शिव की भक्ति में डूबी देवभूमि: सीएम ने खटीमा में किया जलाभिषेक

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देहरादून/रूद्रपुर/खटीमा/काशीपुर/ रामनगर। महाशिवरात्रि पर प्रदेश भर के शिवालयों में भक्तों का तांता लगा रहा। महादेव के जलाभिषेक के लिए देर रात से ही श्रद्धालु शिवालयों के बाहर लंबी कतार लगाए हुए नजर आये। बम भोले के जयकारों के साथ श्रद्धालुओं ने  जलाभिषेक किया और विधि विधान से पूजा अर्चना की। राजधानी देहरादून के विभिन्न मंदिरों में देर रात से ही कावड़ियों एवं श्रद्धालुओं की भारी भीड़ जुटने लगी, जलाभिषेक और पूजा अर्चना का सिलसिला पूरे दिन चलता रहा। खटीमा- मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने शिवरात्रि पर चकरपुर स्थित वनखंडी महादेव मंदिर में अपनी धर्मपत्नी गीता धामी के साथ विधिवत पूजा अर्चना करते हुए जलाभिषेक किया। इस दौरान उन्होनंे प्रदेशवासियों की सुख समृद्धि के लिए प्रार्थना की। इसके पश्चात सीएम धामी खटीमा स्थित गौरी मंदिर में आयोजित सामूहिक विवाह समारोह में भी शामिल हुए।
रुद्रपुर- महाशिवरात्रि पर्व पर नगर एवं निकटवर्ती ग्रामीण क्षेत्रों में स्थित सभी शिवालयों में शिव भक्तों द्वारा जलाभिषेक किया गया। प्रातः से ही हरिद्वार से गंगाजल लेकर लौटे कांवरियों सहित हजारों की संख्या में शिव भक्त शिवलिंग पर जलाभिषेक करने को शिवालयों में उमड़ पड़े। सभी मंदिरों में प्रातः से ही श्रद्धालुओं की कतारें लगनी शुरू हो गईं थीं। उन्होंने भगवान शंकर की पूजा अर्चना कर विधि विधान से शिवलिंग पर जलाभिषेक किया। इस दौरान सभी शिवालय भगवान शंकर के जयघोषों से गुंजायमान हाते रहेे। शिवालयों में े शिव भक्तों ने शिवलिंग पर बेलपत्र, दूध, फल, फूल, धूप, अगरबत्ती आदि पूजा सामग्री अर्पित करने के साथ जलाभिषेक कर पूजा अर्चना की। आवास विकास स्थित श्री शिव शक्ति मंदिर में मंदिर कमेटी द्वारा शिव भक्तों के लिए प्रसाद की विशेष व्यवस्था की गई थी वहीं मंदिर में व्यवस्थाओं को बनाये रखने के लिए पर्याप्त बन्दोबस्त किये गये थे। इस दौरान पवन वर्मा, गगन दुनेजा, विकास भल्ला, हरीश कुमार, अरविन्द मामू, पिंची, अभय गोयल, अशोक चोपड़ा, विश्वजीत यादव,  भूपेन्द्र चौधरी, आशू नागपाल, सौरभ बेहड़, राजेश जग्गा आदि ने सहयोग किया। नगर के श्री लक्ष्मी नारायण मंदिर, श्री मनकामेश्वर मंदिर,  श्री दूधिया बाबा मंदिर, मां अटरिया देवी मंदिर, श्री बृहस्पति देव मंदिर, श्री नव दुर्गा मंदिर, श्री वैष्णों देवी मंदिर, श्री चामुण्डा मंदिर, श्री दुर्गा मंदिर, श्री शिव मंदिर सहित आवास विकास, इन्द्रा कालोनी, सिंह कालोनी, रम्पुरा, भूतबंगला, पहाडगंज, भदईपुरा, आदर्श इंदिरा बंगाली कालोनी, मॉडल कालोनी, दरिया नगर, घास मंडी, ईश्वर कालोनी, आदर्श कालोनी, ट्रांजिट कैम्प, सिडकुल चौकी परिसर, कोतवाली परिसर, सिडकुल चौक, संजय नगर, अटरिया रोड़, काशीपुर बाईपास रोड़, जगतपुरा, दूधिया नगर, खेड़ा, शक्ति विहार, पीएसी परिसर, गंगापुर रोड़, निकटवर्ती ग्राम डिबडिबा, दानपुर, भगवानपुर, बगवाड़ा, छतरपुर, मटकोटा, रामनगर, भूरारानी, फुलसुंगा, फुलसुंगी, प्रीत विहार, फाजलपुर महरोला आदि क्षेत्रों में स्थित शिवालयों में हजारों की संख्या में शिव भक्तों ने जलाभिषेक किया। मंदिरों के बाहर पूजा सामग्री बेचने वालों की कई दुकानें सजी र्हुइं थीं। साथ हीे मंदिरों को फूलमालाओं व रोशनी से भव्य रूप से सजाया गया है। अनेक मंदिरों में शिव भक्तों द्वारा धार्मिक कार्यक्रम भी आयोजित किये जा रहे हैं।
काशीपुर- महाशिवरात्रि के पावन मौके पर क्षेत्र के शिवालयों में भगवान भोलेनाथ की पूजा अर्चना एवं जलाभिषेक करने को लेकर श्रद्धालुओं की भारी भीड़ उमड़ रही है। रात्रि 12 बजे के बाद से चैती मेला मैदान स्थित मोटेश्वर महादेव मंदिर पर जहां एक और हजारों की तादाद में हरिद्वार से पवित्र गंगाजल लाकर कांवरियों द्वारा भोले बाबा का विधिवत जलाभिषेक किया जा रहा है वहीं दूसरी ओर स्थानीय शिव भक्त भी पूरी श्रद्धा के साथ मंदिरों में कतार बंद होकर महादेव की पूजा अर्चना के बीच घर परिवार के सुख समृद्धि की कामना कर रहे हैं। धर्म ग्रंथों के अनुसार आज ही के दिन भगवान भोलेनाथ एवं माता पार्वती परिणय-सूत्र  बंधन में बंधे थी। महाशिवरात्रि के पावन मौके पर मोटेश्वर महादेव मंदिर के अलावा मोहल्ला पक्काकोट स्थित नागनाथ मंदिर, मोहल्ला कवि नगर स्थित शिव मंदिर, आवास विकास स्थित शिव मंदिर, मोहल्ला जसपुर खुर्द स्थित बासियों वाला मंदिर समेत क्षेत्र के दर्जनों शिवालयों में हर हर बम बम के उद्घोष ने इलाके को पूरी तरह भक्तिमय दिया है। महाशिवरात्रि के पावन पर्व पर कुंवारी कन्याएं मनचाहे पति की कामना करती है तो वही विवाहित स्त्रियां पावन पर्व पर भगवान भोलेनाथ से सुखद दांपत्य जीवन की कामना करती है। महाशिवरात्रि के पावन मौके पर  शिव भक्तों ने प्रातः स्नान आदि से निवृत होने के बाद भगवान भोलेनाथ का स्मरण किया और व्रत का संकल्प लिया। उपवास रखकर धूप दीप नैवेद्य मिष्ठान पुष्प जनेऊ शमी के पत्ते बेलपत्र सफेद चंदन दीप लौंग इलाइची वस्त्र केसर पान गाय का दूध अक्षत रोली भांग धतूरा चंदन आदि से भगवान भोलेनाथ की विधिवत पूजा अर्चना के उपरांत उनका जलाभिषेक कर परिवार की सुख समृद्धि की कामना की। तो वहीं दूसरी ओर तमाम शिव भक्तों ने भोलेनाथ को दूध दही से अभिषेक किया। महाशिवरात्रि के दिन शिवालयों में चौबीस घंटे पूजा अनुष्ठान का विधान है। मान्यता है कि महाशिवरात्रि के दिन जो शिव भक्त सच्चे दिल से भगवान से मांगते हैं उनकी मुराद पूरी होती है।

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