एनडी तिवारी से ‘बड़ी लकीर’ खींचने में जुटे सीएम धामी: पुराने लोगों को नाम सहित याद रखने की उनके अंदर अद्भुत क्षमता !

0

सीएम धामी की सरलता एवं सौम्यता की बानगी: लोगों के बीच पहुंच कर सहज ही मिटा देते हैं सत्ता और आम इंसान के बीच का फासला
देहरादून(उद ब्यूरो)। उत्तराखंड की सियासी जमीन से जुड़े और सरकार में अब तक सबसे लंबे कार्यकाल के लिए समर्पित रहे विकास पुरूष स्व. एनडी तिवारी की भांति अब सीएम पुष्कर सिंह धामी भी प्रदेशवासियों के लिए नयी मिसाल बन चुके हैं। उत्तराखंड के पूर्व मुख्यमंत्री स्वर्गीय नारायण दत्त तिवारी अपने राजनीतिक जीवन के उत्कर्ष के दौरान विकास पुरुष के रूप में जाने तो जाते ही थे, साथ ही सहजता और सरलता के कारण उनकी आम लोगों के बीच एक विशेष तरह की लोकप्रियता थी। उनके बारे में कहा जाता है कि वे जहां भी जाते थे वहां उनका काफिला अपने आप बनने लगता था। पुराने लोगों को नाम सहित याद रखने की उनके अंदर अद्भुत क्षमता थी । दशकों पहले मिले व्यक्ति को भी वे देखते ही पहचान लेते थे और उससे बेहद सहज भाव से आम आदमी की तरह मिलते थे।भले ही उस समय वे मुख्यमंत्री, केंद्रीय मंत्री ,सांसद अथवा विधायक क्यों ना रहे हो? लेकिन उन्होंने सामने वाले को यह कभी एहसास नहीं होने दिया कि वह किसी खास शख्सियत से रूबरू हैं। एनडी तिवारी के बाद उत्तराखंड में कई मुख्यमंत्री आए और चले भी गए ,लेकिन किसी भी मुख्यमंत्री ने जन सामान्य के बीच एक आम इंसान की भांति मौजूदगी दर्ज करने में रुचि नहीं दिखाई। उन्होंने आमतौर पर सत्ता और आम इंसान के बीच के फासले को बनाए रखने में ही अपनी शान समझी, मगर उत्तराखंड के वर्तमान मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी का कार्य व्यवहार अपने पूर्ववर्ती शासन प्रमुखों से बिल्कुल जुदा है। ऐसा लगता है जैसे वह सरलता एवं सहज भाव से सामान्य लोगों से मिलने के क्रम में, एनडी तिवारी द्वारा खींची गई लाइन से कहीं बड़ी लाइन खींचने की कोशिश में जुटे हैं। सीएम धामी की सरलता एवं सौम्यता की बानगी कुछ ऐसी है कि वह जनता के बीच एक पल में ही खास से आम बन, सत्ता और आम इंसान के बीच का फैसला चुटकियों में खत्म करके जनसाधारण को आश्चर्य चकित कर देते हैं। अक्सर देखा गया है कि सीएम धामी अपने प्रवास के दौरान मॉर्निंग वॉक में जरूर निकलते हैं। मॉर्निंग वॉक के दौरान आम लोगों से मिलकर उनका हाल-चाल जानने और सामान्य लोगों के बीच जलपान करने तथा सरकार के कार्यों का फीडबैक लेने में तनिक भी गुरेज नहीं करते। लोकसभा चुनाव के दौरान सीएम धामी के मुंबई प्रवास के समय का मॉर्निंग वॉक का वीडियो सोशल मीडिया में पिछले दिनों काफी वायरल हुआ था। इसी प्रकार मुख्यमंत्री ने कुछ दिनों पूर्व उत्तराखंड की ग्रीष्मकालीन राजधानी गैरसैण में आम लोगों से बड़ी ही आत्मीयता से मुलाकात की थी और साथ में बैठकर चाय का आनंद भी लिया था। केदारनाथ उपचुनाव के प्रचार के दौरान मुख्यमंत्री ने काली मठ के दर्शन करके लौटते वक्त अचानक रास्ते में फ्रलीट रोक दी थी तथा गुप्तकाशी बाजार में कपड़े की दुकान में जा पहुंचे थे और एक सामान्य आदमी की तरह खरीददारी की थी। मुख्यमंत्री को दुकान में बड़ी सादगी के साथ खरीदारी करते देख हर कोई हैरान रह गया।मुख्यमंत्री ने दुकानदार की कुशलक्षेम पूछने के बाद एक जैकेट दिखाने को कहा। राज्य के मुख्यमंत्री को सामान्य ग्राहक की भांति व्यवहार करते देख दुकानदार हैरान रह गया। इस दौरान दुकानदार ने मुख्यमंत्री से चाय पीने का अनुरोध किया तो मुख्यमंत्री ने सहज स्वीकार किया।बाद में मुख्यमंत्री धामी ने जैकेट खरीदकर दुकानदार को जैकेट के दाम चुकाए और धन्यवाद दिया। इस दौरान दुकानदार प्रदीप कुमार ने मुख्यमंत्री का आभार जताया और कहा कि 31 साल की दुकानदारी में इतने सरल, सौम्य और सादगी वाला नेता नहीं देखा ।बीते रोज धामी ने एक बार फिर सत्ता और आम इंसान के बीच का फासला पूरी तरह खत्म कर दिया। इस दफा दिल्ली दौरे से लौटे मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने मंगलवार को यमुना कॉलोनी चौक में काफिला रुकवाकर अपने पुराने परिचित दुकानदारों एवं आम जन से मुलाकात कर उनकी कुशलक्षेम पूछी और अपनी पुरानी यादों को ताजा करते हुए मुख्यमंत्री दुकानों में खरीददारी करने लगे । इस दौरान मुख्यमंत्री ने उपकार पान भंडार में राजेश कुमार ‘राजू भैया’ से भी मुलाकात की। मुख्यमंत्री को अपने बीच में पाकर राजेश कुमार भावुक नजर आए। मुख्यमंत्री ने अन्य लोगों से भी मुलाकात कर उनके हाल चाल जाना एवं सरकार की विभिन्न योजनाओं का फीडबैक भी लिया। मुख्यमंत्री श्री धामी अपने सरल और सौम्य व्यवहार के चलते आम जनता के बीच एक अलग पहचान बनाने में जुटे हुए हैं। आम जनता भी श्री धामी को अपने बीच पाकर काफी प्रफुल्लित और गोरवान्वित महसूस करती है। श्री धामी उत्तराखंड में ही नहीं बल्कि पूरे देश में एक रोल मॉडल नेता के रूप में उभर कर सामने आ रहे हैं और पूरे देश में उनके प्रशंसकों की संख्या में खूब इजाफा हो रहा है।

Leave A Reply

Your email address will not be published.