त्रिभुवन की सेंधामारी से “त्रिकोणीय” हुआ केदारनाथ उपचुनाव का सियासी खेल: आशा ने मारी बाजी
आगामी 2027 के विस चुनाव का सेमिफाईनल माने जा रहे मुकाबले में कांग्रेस को हुआ नुकसान
देहरादून/ रूद्रप्रयाग(उद संवाददाता)। केदारनाथ विधानसभा सीट पर हुए उपचुनाव में भाजपा और कांग्रेस सहित निर्दलीय उम्मीदवारों के बीच मुकाबला बेहद रोचक रहा है। मतगणना के आकड़ों में निर्दलीय त्रिभूवन की सेंधमारी से केदारनाथ सीट पर मुकाबला त्रिकोणीय हो गया जबकि भाजपा प्रत्याशी आशा नौटियाल को बड़ी जीत हासिल हुई है। वहीं आगामी 2027 के विस चुनाव का सेमिफाईनल माने जा रहे मुकाबले में केदारनाथ के उपचुनाव का परिणाम बड़ा संदेश भी दे गया है। माना जा रहा है कि भाजपा और कांग्रेस के वोटबैंक पर निर्दलीय प्रत्याशी की सेंधमारी मेे एंटीइनकमबैक्सी वोटरों को साधने वाली कांग्रेस को नुकसान हुआ है। ऐसे में उपचुनाव के परिणाम उलट भी हो सकते थे। केदारनाथ विधानसभा उप निर्वाचन के लिए 13 राउंड में चली मतगणना प्रक्रिया के बाद भाजपा प्रत्याशी श्रीमती आशा नौटियाल को कुल 23814 मत प्राप्त हुए जिसमें ईवीएम के माध्यम से 23130 तथा 684 डाक मतपत्र प्राप्त हुए जबकि कांग्रेस प्रत्याशी श्री मनोज रावत को कुल 18192 मत प्राप्त हुए जिसमें ईवीएम से 18031 तथा 161 डाक मतपत्र से प्राप्त हुए। इस तरह भाजपा प्रत्याशी श्रीमती आशा नौटियाल ने कांग्रेस प्रत्याशी मनोज रावत को 5622 मतों के अंतर से पराजित किया। इसके अलावा निर्दलीय प्रत्याशी श्री त्रिभुवन सिंह चौहान 9311 मतों के साथ तीसरे स्थान पर रहे जबकि उत्तराखंड क्रांति दल के प्रत्याशी श्री आशुतोष भंडारी 1314 मतों के साथ चौथे, निर्दलीय प्रत्याशी श्री आरपी सिंह 493 पांचवें तथा पीपीआई ;डी के श्री प्रदीप रोशन 483 मतों के साथ छठे स्थान पर रहे। अंतिम दो स्थान पर रहे प्रत्याशियों से अधिक कुल 834 मत नोटा के पक्ष में रहे। पोस्टल बैलेट के 262 निरस्त मत निरस्त किए गए। कुल ईवीएम के माध्यम से 53513 मत प्राप्त हुए। डाक मतपत्र 1190 तथा विधान सभा उप निर्वाचन 54700 मत प्राप्त हुए। जिला निर्वाचन अधिकारी डॉ सौरभ गहरवार ने मतगणना सहित पूरी निर्वाचन प्रक्रिया सफलतापूर्वक संपन्न कराने के लिए सभी मतगणना ऑब्जर्वर, मतगणना सुपरवाइजर, मतगणना सहायकों, कार्मिकों, अधिकारी- कर्मचारियों एवं सुरक्षा बलों सहित सभी नोडल अधिकारियों, सहायक नोडल अधिकारियों एवं निर्वाचन प्रक्रिया को संपादित करने में लगे सभी कार्मिकों को बधाई एवं शुभकामनाएं दी। इसके साथ ही उन्होंने मीडिया बंधुओं का भी आभार व्यक्त किया। रिटर्निंग अधिकारी अनिल कुमार शुक्ला ने भाजपा प्रत्याशी आशा नौटियाल को विजय प्रमाण-पत्र उपलब्ध कराया। ऊखीमठ विकासखंड के दिलमी गांव निवासी आशा नौटियाल एक सामान्य परिवार से संबंध रखती हैं। उनके पति रमेश नौटियाल पत्रकारिता से जुड़े रहे हैं। वह वर्ष 1996 में पहली बार ऊखीमठ वार्ड से निर्विरोध जिला पंचायत सदस्य चुनी गईं। इसके बाद वर्ष 1997-98 में उन्हें भाजपा ने जिला उपाध्यक्ष की जिम्मेदारी सौंपी और वर्ष 1999 में उन्हें महिला मोर्चा का जिलाध्यक्ष चुना गया। वर्ष 2007 में भी भाजपा ने उन्हें प्रत्याशी बनाया और उन्होंने कांग्रेस प्रत्याशी कुंवर सिंह नेगी को पराजित कर विजयश्री हासिल की। वर्ष 2012 में लगातार तीसरी बार वह भाजपा की प्रत्याशी घोषित हुई। वर्ष 2022 में पार्टी ने पुनः शैलारानी रावत को प्रत्याशी बनाया और वह जीत गईं। वहीं, आशा नौटियाल को महिला मोर्चा का प्रदेश अध्यक्ष बना दिया, जिसके बाद वह सीधे हाईकमान के संपर्क में आ गईं। इस बार सदस्यता अभियान में भी वह गांव-गांव संपर्क करती दिखीं।