किच्छा में ठेली फड़ वालों के लिए वेंडिंग जोन चिन्हित,जिला एवं पुलिस प्रशासन सक्रिय

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किच्छा। त्यौहारों के दौरान नगर में बढ़ती भीड़ और यातायात व्यवस्था को बेहतर करने के लिए जिला एवं पुलिस प्रशासन सक्रिय हो गया है। नगर क्षेत्रा में मुख्य बाजार से यातायात की व्यवस्था को सुचारू बनाने के लिए उप जिलाधिकारी द्वारा सभी फड़ ठेला व्यापारियों को वेडिंग जोन में बसाए जाने की कार्यवाही को लेकर राजनीतिक एवं सामाजिक संगठनों ने पहल का स्वागत किया है। फल ठेला व्यवसाईयों को नगर में तीन स्थान चिन्हित कर वेंडिंग जोन बनाकर नियमानुसार क्रमानुसार व्यापार करने की अनुमति दिए जाने का प्रयास किया जा रहा है। हल्द्वानी रोड पर खाली पड़ी सरकारी भूमि पर वेडिंग जोन बनाने को लेकर गत दो दिनों से चल रहे प्रयास आज सार्थक हो गए हैं इसके अलावा जबकि एक अन्य वेंडिंग जोन पुराना अस्पताल रोड पर खाली पड़ी सरकारी भूमि पर बनाया गया है। उल्लेखनीय है कि महाराणा चौक से लेकर रेलवे स्टेशन तक और महाराणा चौक से लेकर डीडी चौक तक डीडी चौक से लेकर आवास विकास तक यातायात की व्यवस्था बुरी तरह चरमराई हुई थी जिसका मुख्य कारण सड़क के दोनों और फल ठेला लगाकर व्यवसाय करने वाले व्यापारियों को बताया जा रहा था जिसको लेकर उप जिलाधिकारी कौस्तुभ मिश्र एवं कोतवाली प्रभारी सुंदरम शर्मा तथा अधिशासी अधिकारी गुरमीत सिंह पिछले काफी समय समाधान के लिए कड़ी मशक्कत कर रहे थे। अंतिम रूप से चयनित भूमि पर गत दो दिनों से फड़ ठेला व्यवसाईयों को बसाए जाने पर कार्यवाही की जा रही थी जिस पर अंतिम निर्णय ले लिया गया है। अब डीडी चौक से लेकर महाराणा चौक तक एवं महाराणा चौक से लेकर के रेलवे स्टेशन तक के व्यापारियों को राज पेट्रोल पंप से लेकर के बंडिया तक वेडिंग जोन बनाकर फड़ व्यवसाय करने की अनुमति दी गई है इसके अलावा संजय गांधी पार्क में फास्ट फूड के कार्य में लगे फड़ ठेला व्यवसाईयों को पुराना अस्पताल पर सरकार की खाली भूमि पर व्यवसाय करने की अनुमति दी गई है। इसके अलावा रेलवे क्रॉसिंग के पास स्थित समस्त फड़ ठेला व्यवसाईयों को पुरानी मछली बाजार के पास खाली पड़ी सरकारी भूमि पर वेडिंग जोन बनाकर व्यवसाय करने की अनुमति दी गई है। इसके अलावा आवास विकास से लेकर दरऊ रोड चौराहे फड़ व्यवसाईयों को भी वेंडिंग जोन बनाकर नवीन गल्ला मंडी के आसपास खाली पड़ी सरकारी भूमि पर बसाए जाने की कार्यवाही अमल में लाने का प्रयास किया जा रहा है। अभी तक मीट मछली व्यापारियों के संबंध में कोई भी निर्णय नहीं लिया गया है किंतु उनके पुनर्वासन हेतु भी उप जिलाधिकारी कौस्तुभ मिश्र द्वारा स्थान की तलाश की जा रही है ताकि सड़क के किनारे पर फड़ ठेला व्यवसाईयों का पूर्ण रूप से आधिपत्य समाप्त किया जा सके और यातायात की व्यवस्था सुचारू बनी रहे आमनागरिकों को जाम से निजात मिल सके।
किच्छा में ठेली वालों का शोषण नहीं होने दिया जायेगाः बेहड़
किच्छा। विधायक तिलक राज बेहड़ ने जारी बयान में किच्छा प्रशासन की कार्यप्रणाली पर सवाल उठाये और अपनी घोर नराजगी जताते हुए कहा कि इस समय पूरे देश में हिन्दुओं का बहुत बड़ा नवरात्रों का त्यौहार चल रहा है जो कि हर हिन्दू की आस्था से जुडा हुआ है और इस समय प्रत्येक हिन्दू परिवार में फलों का भोग देवी-देवताओं को लगाया जाता है। ऐसे में किच्छा उपजिलाधिकारी और किच्छा कोतवाल द्वारा त्यौहार प्रारम्भ होने से पूर्व ही किच्छा के समस्त छोटे व गरीब व्यापारी जो की वर्षों से फल व दैनिक उपभोग की घरेलू वस्तुएं ठेलें में लगाकर किच्छा शहर में बेचते हैं उनकों बीच शहर से उजाड़ कर शहर के बाहर निकाल देना बहुत ही निंदनीय कृत्य है। किच्छा उपजिलाधिकारी और किच्छा कोतवाल ने नवरात्रों का भी ख्याल नही रखा जबकि इस विषय में उनकी किच्छा प्रशासन से वार्ता भी हुई थी किन्तु वार्ता के बाद प्रशासन अपनी बात से मुकर गया और अपनी हठकर्मिता के कारण गरीबों को उनके त्यौहार से वंचित रखने के लिए ये घिनौना कृत किया है। बेहड़ ने कहा कि जिस तरह से किच्छा में गरीब ठेलें वालो को त्यौहारों पर हटाया गया है इससे भाजपा सरकार की मंशा साफ जाहिर होती है । एक तरफ तो भाजपा सरकार जो देश में हिंदुत्व की बात करती है वहीं दूसरी तरफ भाजपा की प्रदेश सरकार के चलते हिन्दुओं को उनके त्यौहार में भी अधिकारियों द्वारा नहीं बख्शा जाता। उन्होंने प्रशासन को साफ चेतावनी देते हुए कहा कि वे किच्छा में समस्त छोटे बड़े व्यापारियों के साथ खड़े है गरीब ठेले वालो का उत्पीड़न नहीं होने दिया जायेगा। प्रशासन के इस गलत निर्णय के खिलाफ किच्छा की आम जनता में भी भारी रोष है और उन्हें अपने भगवान को भोग लगाने के लिए शहर के अंदर फल प्राप्त नहीं हो पा रहा है।

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