प्रभावितों को बसाने के लिये भूमि ढूंढ़ रही है सरकार : अजय
रुद्रपुर। भाजपा प्रदेश अध्यक्ष अजय भटट ने कहा कि राज्य में नजूल भूमि के मसले पर सरकार गंभीर है। इस मामले को लेकर मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत से वार्ता हो चुकी है और जिस भूमि को हाईकोर्ट के आदेश के बाद खाली कराया जायेगा वहां बसे लोगों के लिए सरकार भूमि ढूंढ़ रही है ताकि उन्हें वहां बसाया जा सके। श्री भट्ट लोक निर्माण विभाग में पत्रकारों से वार्ता कर रहे थे। एक सवाल के जबाब में उन्होंने कहा कि नजूल भूमि से उजाड़े जाने की आशंका को लेकर जो धरना प्रदर्शन कर रहे हैं वह उनका मौलिक अधिकार है लेकिन यदि भाजपा कार्यकर्ताओं ने सरकार के खिलाफ विरोध जताया तो जिला अध्यक्ष और मण्डल अध्यक्ष की शिकायत पर उन पर कार्रवाई की जायेगी। भाजपा प्रदेश अध्यक्ष भट्ट ने कहा कि भाजपा सभी का विकास चाहती है। उन्होंने कहा कि नजूल भूमि पर मालिकाना हक देने के लिए जिन लोगों ने धनराशि जमा करायी थी वह लगभग 300 से 400 करोड़ है। सरकार का प्रयास है कि नजूल भूमि से उजाड़े गये लोगों को उसके एवज में जगह दी जायेगी या उन्हें उनकी धनराशि वापस की जायेगी। श्री भट्ट ने कहा कि 2अक्टूबर गांधी जयंती से 17अक्टूबर तक राज्य के सभी विधायक कार्यकर्ताओं के साथ अपनी विधानसभा का भ्रमण करेंगे और केंद्र सरकार की उपलब्धियां जनजन तक पहुंचायेंगे। श्री भट्ट ने कहा कि भाजपा जनहित से जुड़े प्रत्येक मुद्दे पर गंभीर है और सरकार का प्रयास है कि किसी भी व्यक्ति का अहित न हो। उन्होंने कहा कि समीपवर्ती गांव रतनपुरा में बालेन्दु आश्रम खोल रहे हैं। इससे पूर्व उनका आश्रम देहरादून में था। डा- बालेन्दु देश के नामी आयुर्वेदाचार्य हैं और कैंसर का उपचार करते हैं। उनके पास विदेशों से भी कैंसर पीडि़त रोगी आते हैं। ऐसे में क्षेत्र में यह आश्रम खोलना सौभाग्य की बात है। उन्होंने कहा कि डॉ- बालेन्दु के रतनपुरा में आश्रम खोले जाने पर इसका लाभ क्षेत्र ही नहीं वरन उत्तराखण्ड की जनता को भी मिलेगा। इस दौरान जिलाध्यक्ष शिव अरोरा, विधायक राजकुमार ठुकराल, राजीव गंगवार, विवेक सक्सेना, किरन विर्क, दीपक ग्रोवर, आनंद शर्मा, ललित बिष्ट, बंटी कोली, किरन राठौर, विजय फुटेला आदि मौजूद थे।