उत्तराखंड क्रांति दल के पूर्व अध्यक्ष बीडी रतूड़ी का निधन: मुख्यमंत्री धामी सहित विभिन्न राजनीतिक दलों और सामाजिक संगठनों ने जताया शोक
उत्तराखंड क्रांति दल परिवार में गहरा शोक व्याप्त,वर्ष 2007 से 2012 तक वे राज्यमंत्री के पद पर भी कार्यरत रहे
देहरादून। उत्तराखंड क्रांति दल के पूर्व अध्यक्ष और संरक्षक बीडी रतूड़ी का निधन हो गया है। बताया जा रहा है कि बीडी रतूड़ी लंबे समय से बीमार थे और उनका देहरादून के जॉलीग्रांट हॉस्पिटल में इलाज चल रहा था। उनके निधन पर मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने शोक व्यक्त किया है। इसके साथ ही उनके निधन पर विभिन्न राजनीतिक दलों और सामाजिक संगठनों ने दुख जताया। मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने पूर्व राज्यमंत्री और उत्तराखंड क्रांति दल के पूर्व अध्यक्ष, संरक्षक बीडी रतूड़ी के निधन पर दुःख व्यक्त किया। उन्होंने दिवंगत आत्म की शांति और शोकाकुल परिजनों को धैर्य प्रदान करने की ईश्वर से कामना की है। क्षेत्रीय जन भावनाओं के जोरदार पक्षधर रहे बी डी रतूड़ी 2007 से 2012 तक राज्य मंत्री के रूप में भागीरथी घाटी नदी प्राधिकरण के उपाध्यक्ष रहे। इसके अलावा सरकारी नौकरी से सेवानिवृत होने के बाद वह तुरंत उत्तराखंड क्रांति दल से जुड़ गए सबसे पहले उन्होंने जिला अध्यक्ष देहरादून के पद पर क्रांति दल को सेवा दी। उनके निधन पर दल के वरिष्ठ नेता काशी सिंह ऐरी दिवाकर भट्ट, पूरन सिंह कठैत त्रिवेंद्र सिंह पवार दिनेश भट्ट सुशील उनियाल भुवन जोशी इंद्र सिंह मनराल जिलाध्यक्ष राकेश चौहान आनंद सिंह असगोला, समेत उत्तराखंड क्रांति की सभी कार्यकर्ताओं ने दुख व्यक्त किया है। वहीं मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने पूर्व राज्यमंत्री एवं उत्तराखंड क्रांति दल के पूर्व अध्यक्ष व संरक्षक बी.डी. रतूड़ी के निधन पर दुःख व्यक्त किया। उन्होंने दिवंगत आत्मा की शांति और शोकाकुल परिजनों को धैर्य प्रदान करने की ईश्वर से कामना की है। उत्तराखंड परिवर्तन पार्टी ने राज्य आंदोलन के प्रमुख नेतृत्वकारियों में से एक, उक्रांद के पूर्व केंद्रीय अध्यक्ष बी डी रतूड़ी के निधन पर शोक व्यक्त किया है। उपपा के केंद्रीय अध्यक्ष पी सी तिवारी ने कहा कि स्व बी डी रतूड़ी जी एक प्रतिबद्ध राज्य आंदोलनकारी, राज्य आंदोलन के अगुवा, शालीन व दृढ़ निश्चयी व्यक्तित्व के धनी रहे। एक अधिवक्ता के रूप में भी वे हमेशा पीड़ित लोगों की मदद के लिए तैयार रहते थे। बी सी खंडूरी जी की सरकार में वे भागीरथी विकास प्राधिकरण के उपाध्यक्ष भी रहे। उपपा ने उनके निधन पर श्रद्धांजलि अर्पित करते हुए कहा कि उनकी मृत्यु से हमने उत्तराखंड के एक अनुभवी नेतृत्वकारी साथी को खो दिया है जिनकी कमी हमेशा रहेगी। उत्तराखंड क्रांति दल के पूर्व अध्यक्ष व संरक्षक बी डी रतूड़ी का शुक्रवार सायं निधन हो गया। विगत लंबे समय से वे अस्वस्थ चल रहे थे तथा उनका हिमालयन अस्पताल जौलीग्रांट से इलाज चल रहा था। लगभग 4 बजे उन्होंने अपने आवास पर अंतिम सांस ली।उन्होंने अपना राजनीतिक जीवन उत्तराखंड क्रांति दल के जिलाध्यक्ष देहरादून के पद से प्रारंभ किया तथा स्वर्गीय इन्द्रमणि बडोनी व डा0 डी डी पंत स्वर्गीय विपिन त्रिपाठी के साथ कंधे से कंधा मिलाकर कर उत्तराखंड राज्य का विगुल बजाया तथा लगातार संघर्ष कर अंततोगत्वा राज्य की प्राप्ति की। उत्तराखंड राज्य के इतिहास में उनका योगदान हमेशा याद किया जायेगा। जिला देहरादून के अध्यक्ष के पद से केन्द्रीय अध्यक्ष के पद तक उन्होंने सभी पदों पर कार्य किया। वर्ष 2007 से 2012 तक वे राज्यमंत्री के रूप में भगीरथी नदी घाटी विकास प्राधिकरण के अध्यक्ष के पद पर भी कार्यरत रहे। वे अपने मधुर स्वभाव व सांगठनिक कार्य कुशलता के लिए जाने जाते थे। वे अपने पीछे अपनी धर्मपत्नी, दो बेटे, बहुएं व दो पोते व दो पोतियां छोड़ गये। उनके निधन से उत्तराखंड क्रांति दल परिवार में गहरा शोक व्याप्त है।
कांग्रेस के वरिष्ठ नेता एवं पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत ने यूकेडी के वरिष्ठ नेता दिवंगत बीडी रतूड़ी को भावभनी श्रद्धाजलि अर्पित करते हुए शोक संवेदना व्यक्त की है। पूर्व सीएम हरदा ने कहा कि
श्री बी.डी. रतूड़ी ने विनम्र, शालीन, पर्वतीय व्यक्तित्व, मगर विचारों से ध्रुपद परिवर्तन वादी, यूकेडी के प्रदेश अध्यक्ष के रूप में मुझे अपनी पार्टी के उनके साथ रिश्तों को आगे बढ़ाने की चाहत ने कई बार बातचीत करने का सौभाग्य मिला। सचमुच एक चलते-फिरते राजनीतिक धरोहर थे श्री बी. डी. रतूड़ी। एक-एक कर पृथक राज्य, पर्वतीय राज्य फिर उत्तराखंड राज्य शब्द के उद्घोषक, इतिहास के विशाल ग्रंथ का हिस्सा बनते जा रहे श्री त्रेपन सिंह नेगी, श्री प्रताप सिंह नेगी, श्री नरेंद्र सिंह बिष्ट, श्री इंद्रमणि बड़ोनी, श्री गोविंद सिंह महरा, श्री देवी दत्त छिमवाल, श्रीमती सुमनलता भदोला, श्री कुंवर सिंह मनराल, फिर उक्रांद का सिलसिला, इंद्रमणि बड़ोनी पार्ट-2, जसवंत सिंह बिष्ट, पूरन सिंह डंगवाल, बिपिन चंद्र त्रिपाठी, यह बड़ी श्रृंखला है राज्य के इन क्रांतिवीरों की, कुछ आज भी हमारे मध्य हैं उनके दीर्घ जीवन की मैं कामना करता हूं। मेरे दिल में चाहत है इतिहास के इस संस्करण जिसमें श्री डी.डी. पंत से पहले का कांग्रेस संस्करण और डी.डी. पंत के बाद का उक्रांद संस्करण के नायकों पर कुछ लिखूं। भगवान शक्ति दें।
एतद् मैं, कामरेड बी.डी. रतूड़ी को अपनी भावभीनी श्रद्धांजलि अर्पित करता हूं। उनके भाई श्री आर.पी. रतूड़ी सहित उनके समस्त कुटुंबीजनों तक अपनी शोक संवेदना प्रेषित करता हूं। भगवान दिवंगत आत्मा को अपने श्रीचरणों में स्थान दें।
।।ॐ शांति।।
उत्तराखंड कांग्रेस के वरिष्ठ उपाध्यक्ष और चिन्हित राज्य आंदोलनकारी संयुक्त समिति के केंद्रीय मुख्य संरक्षक धीरेंद्र प्रताप ने उत्तराखंड आंदोलन के जाने-माने चेहरे और उत्तराखंड क्रांति दल के पूर्व अध्यक्ष बीडी रतूड़ी के निधन पर गहरा दुख और शोक व्यक्त किया है। उत्तराखंड राज्य निर्माण आंदोलन में बीडी रतूड़ी की भूमिका को बहुत ही शानदार बताते हुए धीरेंद्र प्रताप ने कहा कि उन्होंने लंबे समय तक राज्य आंदोलन की अगुवाई की और उत्तराखंड क्रांति दल के अध्यक्ष के रूप में भी राज्य आंदोलन की मुहिम को गति प्रदान की उन्होंने कहा उनके निधन से उत्तराखंड राज्य में अपना एक बहुत ही योग्यतम सपूत को दिया है । उन्होंने उन्हें एक बहुत ही सज्जन नेता बताते हुए कहा कि वो आजीवन ईमानदारी से राजनीतिक सिद्धांतों के प्रति प्रतिबद्ध रहे उन्होंने कहा उनके निधन से राज्य आंदोलन कि राज्य को वैभवशाली और आत्मनिर्भर राज्य बनाने की परिकल्पना को धक्का पहुंचा है।