डीजीपी अभिनव कुमार ने किया जनसंवादः शिकायतकर्ताओं के साथ शिष्टाचार से पेश आयें पुलिसकर्मी

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तीन दिवसीय कुमांऊ भ्रमण पर पहुंचे डीजीपी अभिनव: गुंडे बदमाश तथा फरार अपराधियों के विरूद्ध त्वरित कार्यवाही के निर्देश दिए
हल्द्वानी(उद संवाददाता)। प्रदेश में बढ़ती का्रईम की वारदातों पर अंकुश लगाने के लिए उत्तराखंड पुलिस ताबड़तोड़ एकशन में दिख रही है। कुमाऊं में तीन दिवसीय दौरे पर गुरूवार को प्रदेश के पुलिस महानिदेशक श्री अभिनव कुमार द्वारा हल्द्वानी कोतवाली हल्द्वानी परिसर में गार्द की सलामी ली गई। सभागार में सम्भ्रान्त नागरिकों, व्यापार मण्डल आदि के साथ जनसंवाद कार्यक्रम का आयोजन किया गया। वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक नैनीताल श्री प्रहलाद नारायण मीणा द्वारा पुलिस महानिदेशक का पुष्प गुच्छ देकर अभिनन्दन किया गया, इसके पश्चात व्यापार मंडल सम्भ्रान्त नागरिकों तथा सेवानिवृत्त आईजी श्री मोहन सिंह बंग्याल द्वारा भी को पुष्प गुच्छ भेंट कर स्वागत किया गया। स्थानीय सम्भ्रान्त नागरिकों के साथ जनसंवाद के दौरान नागरिकों ने यातायात व्यवस्था, युवाओ में बढ़ते नशे, महिला सम्बन्धित अपराधों की समस्याओं और सुझावों को प्रस्तुत किया, जिन पर विस्तृत विचार- विमर्श किया गया। नशे में लिप्त बच्चों की काउंसलिंग कराने का सुझाव दिया गया, जिस पर द्वारा सहमति व्यक्त करते हुए नशा उन्मूलन हेतु प्रभावी कार्यवाही तथा नशें में लिप्त बच्चों की काउंसलिंग कराने का आश्वासन’ दिया गया। डीजीपी ने नागरिकों को सुनते हुए उन्हें आश्वासन दिया कि पुलिस विभाग उनकी समस्याओं के समाधान के लिए गंभीरता से कार्य करेगा। पुलिस द्वारा चलाये जा रहे अभियानों को जनता के सहयोग से सफल बनाने के लिए निरन्तर कार्य कर रहे हैं। उन्होने इस संवाद को महत्वपूर्ण बताते हुए कहा कि इस तरह की चर्चाएँ पुलिस और जनता के बीच विश्वास और सहयोग को बढ़ाने में सहायक हैं। साथ ही कहा कि उत्तराखण्ड को नशामुक्त बनाना हमारा ध्येय है, यदि कोई पुलिसकर्मी नशे के कारोबार में लिप्त पाया गया, या नशा कारोबारी को सहयोग करता पाया गया तो उसके विरूद्ध कड़ी से कड़ी कार्यवाही अमल में लायी जायेगी। कहा कि यदि आपके आस-पास कोई नशे का कारोबार चल रहा हो या कोई अपराध कारित होने की सूचना हो तो उसकी सूचना तत्काल पुलिस को दें कानून व्यवस्था बनाये रखने में हमें सहयोग करें। महिला सम्मेलन आयोजित करते हुए अधि/कर्म की समस्याओं को सुनकर संबंधित अधिकारियों को आवश्यक दिशा-निर्देश दिए, ताकि समस्याओं का समाधान समय पर किया जा सके। महिला सुरक्षा को लेकर अपनी जिम्मेदारी समझें Úंट लाईन में आकर महिला सुरक्षा हेतु अपना योगदान देने हेतु प्रेरित किया गया। कर्मचारियों को कर्तव्यनिष्ठा के साथ डड्ढूटी करने के लिए प्रेरित किया, उन्होंने शिकायतकर्ताओं और आम जनमानस के साथ शिष्टाचार और नम्रता से पेश आने के लिए भी निर्देशित किया गया। डीजीपी ने यह स्पष्ट किया कि पुलिस का व्यवहार नागरिकों के प्रति सकारात्मक होना चाहिए, ताकि समाज में विश्वास और सहयोग बढ़ सके। इसके अतिरिक्त, उन्होंने कर्मचारियों की समस्याओं को सुनकर संबंधित अधिकारियों को आवश्यक दिशा-निर्देश दिए, ताकि समस्याओं का समाधान समय पर किया जा सके। जनपद के सभी पत्रकार बन्धुओं के साथ वार्ता आयोजित की गयी, वार्ता के दौरान द्वारा गंभीर अपराधों पर त्वरित कार्यवाही की जाने, गुंडे बदमाश तथा फरार अपराधियों के विरूद्ध त्वरित कार्यवाही किये जाने हेतु कहा गया। महिला सुरक्षा के सम्बन्धी सवाल के जवाब में कहा गया कि महिलाओं की सुरक्षा हमारी प्राथमिकता है, महिलाओं से सम्बन्धित अपराधों पर प्राथमिकता के आधार पर कार्यवाही की जायेगी। इसके उपरांत पुलिस महानिदेशक द्वारा बहुउद्देशीय भवन के विभिन्न पुलिस शाखाओं का निरीक्षण कर कार्यों का मूल्यांकन कर आवश्यक निर्देश दिए गए। डीजीपी उत्तराखण्ड द्वारा पुलिस उपमहानिरीक्षक कुमायूँ परिक्षेत्र डॉ0 योगेन्द्र सिंह रावत एवं एसएसपी नैनीताल श्री प्रहलाद नारायण मीणा व एसएसपी उधमसिंह नगर श्री मणिकान्त मिश्रा की मौजूदगी में जनपद नैनीताल तथा उधमसिंह नगर के अपराधों की गहन समीक्षा की गयी। डीजीपी द्वारा विशेष रूप से ’महिला अपराधों/साइबर क्राइम/युवाओं में बढ़ते नशे के प्रवृत्ति पर ध्यान केन्द्रित करते हुए कड़ी कार्यवाही करने के निर्देश दिए गये, एवं सभी पुलिस अधिकारियों को निर्देशित किया कि वे इन मुद्दों की गम्भीरता को समझें और प्रभावी कदम उठाए ताकि अपराधों पर नियंत्रण पाया जा सके। अपराधी प्रवृत्ति के लोगों को चिन्हित कर लगातार मॉनिटरिंग की जाय। इससे अपराधियों के हौंसले पस्त होंगे तथा अपराध में कमी आयेगी। साथ ही यातायात व्यवस्था पर भी ध्यान केंद्रित करते हए अधिक से अधिक सीसीटीवी कैमरे लगाये जाने के प्रयास, ई चालान की कार्यवाही तथा दुर्घटना संभावित क्षेत्रों को चिन्हित कर बैरिकेटिंग लगाने की कार्यवाही के साथ ही जनजागरुकता कार्यक्रमों के माध्यम से पुलिस की पहुंच जन-जन तक सुगम बनाने के निर्देश दिये गये। सोशल मीडिया में चल रही अफवाहों का तत्काल खण्डन किया जाय, जघन्य अपराधों में लापरवाही एवं पुलिस की भूमिका संदिग्ध पाये जाने पर कड़ी कार्यवाही’ की जायेगी, साथ ही अच्छा कार्य करने वालों को पुरस्कृत भी किया जायेगा। महिलाओं से सम्बन्धित अपराधों तथा नाबालिक के गुमशुदगी मामलों में त्वरित कार्यवाही की जाय, महिलाओं में पुलिस के प्रति विश्वास की भावना को और अधिक मजबूत करने के लिए हर थाने में सुविधायुक्त एक कक्ष स्थापित किया जायेगा, जिसमें वे थाने में आकर अपने को सुरक्षित महसूस कर सकें। उन्होंने कहा कि साईबर ठगी वर्तमान में एक चुनौती बनकर उभरी है, जिसका मुकाबला करना नितान्त आवश्यक है। लोग ठगी का शिकार होकर अपने जीवनभर की कमाई एक झटके में उड़ा रहे हैं, साईबर ठगी के मामले सामने आने पर साईबर ठगों को गिरफ्तार करने के लिए हर सम्भव प्रयास किये जाय।

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