कोस रहे लोग..क्यों डाला भाजपा को वोट???
रूद्रपुर 1 अक्टूबर। उच्च न्यायालय के आदेश के बाद नजूल भूमि पर बसे लोगों के आशियाने उजड़ने के कगार पर है। इस आदेश से एक-दो परिवार प्रभावित नही हो रहे बल्कि रूद्रपुर का लगभग 78 प्रतिशत क्षेत्र इसकी चपेट में है और यहां हजारों की संख्या में परिवार बसे हुये है। नजूल भूमि पर उच्च न्यायालय के आदेश के खिलाफ सरकार द्वारा कोई रिव्यू या अपील नही किये जाने से भाजपा सरकार आज कठघरे में खड़ी नजर आ रही है। नजूल भूमि पर बसे लोगों को बचाये जाने के मुद्दे पर सरकार और संगठन द्वारा हमेशा ही जनता को गुमराह किया जाता रहा लेकिन नजूल भूमि पर बसे लोगों के आशियाने बचाने के लिये सरकार ने धरातल पर कोई कदम नही उठाया। संगठन के पदाधिकारियों द्वारा इस सम्बंध में विधान सभा में अधिनियम बनाने की बात कहकर जनता को जरूर लॉलीपॉप दिये जाने का प्रयास किया गया लेकिन वास्तव में सरकार कभी गंभीर नजर नही आई। इस बीच विधान सभा का मानसून सत्र शुरू तो हुआ लेकिन सरकार ने नजूल भूमि को लेकर कोई कदम नही उठाया। विधानसभा का सत्र भी समाप्त हो गया और उसके बाद कैबिनेट बैठक भी सम्पन्न हो गई लेकिन नजूल भूमि पर बसे लोगों को कोई राहत नही मिली। लोगों को लगने लगा कि अब उनके आशियानो का बचना नामुमकिन है। विपक्ष के प्रयास के बिना ही गली -मौहल्लो और कालोनियों में भाजपा के खिलाफ माहौल तैयार होने लगा जिसका परिणाम आज सबके सामने आया और नजूल भूमि को बचाने के लिये रामलीला मैदान में आयोजित प्रदर्शन और जनसभा में हजारों लोग पहुंच गये। इस धरना प्रदर्शन के पीछे भी एक बड़ी राजनीति हुई। वैसे तो यह प्रदर्शन और जनसभा बस्ती बचाओं संघर्ष समिति के बैनर तले हुआ था और प्रत्यक्ष रूप से भाजपा संगठन इस धरना प्रदर्शन से जुड़ा हुआ नही था लेकिन अन्दरखाने भाजपा का एक गुट ही इस धरना प्रदर्शन को प्रायोजित कर रहा था। वही भाजपा के दूसरे गुट ने इस प्रदर्शन से दूरी बनाई रखी और अपने समर्थकों से वहां न पहुंचने की भी अपील की। लेकिन लोग कहा रूकने वाले थे क्योकि यह उनका और उनकी आने वाली पीढि़यो के भविष्य का प्रश्न था। उन्होंने अपने नेताओ की बातों को दरकिनार कर वहां हजारों की संख्या में पहुंच अपना रोष निकाला। जनसभा में सार्वजनिक रूप से तो सरकार के खिलाफ कोई बयान बाजी नही हुई लेकिन प्रदर्शन में भाजपा के खिलाफ आक्रोष चरम पर था। इस दौरान लोगों ने भाजपा को जमकर कोसा और भविष्य में भाजपा को करारा सबक सिखाने तक की बात कह डाली। उनका कहना था कि हमने पिछले चुनाव में भाजपा को वोट डाल गलती कर डाली यदि अब भाजपा नही जागी तो उसे इसका परिणाम आगामी चुनाव में भुगतने के लिये तैयार रहना चाहिये।
Jan virodhi sarkar hai bjp ki