बड़ी सौगात: रतनपुरा में खुला विशिष्ट आयुर्वेदिक चिकित्सा केंद्र
राजकपूर की पत्नी के निधन के चलते नहीं पहुंचे संजय दत्त
रुद्रपुर/गदरपुर। समीपवर्ती गांव रतनपुरा आज अंतर्राष्ट्रीय पटल पर अंकित हो गया है क्योंकि देहरादून के ख्याति प्राप्त पदम श्री वैद्य बालेन्दु प्रकाश के प्रयासों से विगत दो वर्ष से बन रहे विशिष्ट आयुर्वेेदिक चिकित्सा केंद्र का आज विधिवत रूप से शुभारम्भ किया जिसका शुभारम्भ पूर्व स्वास्थ्य मंत्री सलीम इकबाल शेरवानी, भाजपा प्रदेश अध्यक्ष अजय भट्ट, भूतपूर्व स्वास्थ्य सचिव एवं भारतीय चिकित्सा अनुसंधान के पूर्व निदेशक डॉ- वीएन कटौच, पूर्व केंद्रीय आयुष सचिव अजीत शरण ने विधिविधान से किया। पद्मश्री वैद्य बालेन्दु प्रकाश ने बताया कि उधमसिंहनगर की जलवायु और आब-ओ-हवा आयुर्वेदिक इलाज के लिए बेहद माकूल हे। राष्ट्रीय एवं अंतर्राष्ट्रीय आवागमन के लिए यहां मूलभूत सुविधाएं हैं जिसको राज्य सरकार और सुचारू रूप से व्यवस्थित कर सकती है। उन्होंने कहा कि पेनक्रिटाइटिस के रोगियों की संख्या लगातार बढ़ रही है। उनके यहां कार्यरत वैज्ञानिक साक्षी शर्मा अमेरिका में सितम्बर माह में सम्पन्न हुई लीवर एण्ड पेनक्रियास के मरीजों से ली गयी जानकारी कांफ्रेंस में प्रस्तुत कर चुकी हैं। उत्तराखंड के कुमायूं क्षेत्र में पेनक्रिटाइटिस के रोगियों की संख्या केरल से दोगुनी है। वैद्य बालेन्दु प्रकाश ने बताया कि जमीनों में घटती हुई खनिज तत्वों की मात्र फसलों को उगाने में रासायनिक खादों और कीटनाशकों का अवैज्ञानिक तथा अंधाधुंध प्रयोग के साथ बदलते आहार व जीवन शैली इस रोग का मूल कारण है। उनके पिता स्व- वैद्य चन्द्रप्रकाश द्वारा तांबा, पारद और गंधक के सम्मिश्रण से उत्तराखंड में पाये जाने वाली जड़ी बूटियों के सहयोग से दवा बनायी है। औषधि खानपान और जीवन शैली की नियमितता के साथ पेनक्रिटाइटिस को बिल्कुल ठीक कर देती है। इस दवा पर देश के अग्रणी संस्थानों में अनुसंधान चल रहे हैं। यह औषधि साइड अफेक्ट से रहित है तथा पेनक्रिटाइटिस को वैज्ञानिक रूप से रोकने में सक्षम है। वैद्य प्रकाश ने बताया कि अपने आविष्कार के लिए अपने पेटेंट भी फाइल कर चुके हैं। उधमसिंहनगर के देहात क्षेत्र में विशिष्ट आयुर्वेदिक चिकित्सा केंद्र की स्थापना करके वैद्य बालेन्दु प्रकाश ने इस क्षेत्र को विश्व पटल पर लाने का काम किया है। इस दौरान वरिष्ठतम वैज्ञानिक डा- डीजीएस टुटेजा ने संचालन किया। आयुर्वेदिक चिकित्सा प्राप्त 555 मरीजों के आंकड़े वाली पुस्तिका का भी विमोचन किया गया। इस अवसर पर आयुर्वेद के विद्वान डॉ- सीके कटियार, बरेली आयुर्वेदिक कालेज के प्रधानाचार्य डा- मौर्य, बरेली के वरिष्ठ सर्जन डा- सुशील टंडन, विनोद जोशी, देवेन्दु प्रकाश, गौरव चौधरी, सुनील शर्मा, विधायक राजकुमार ठुकराल, डा- केएस धीमान, भाजपा जिलाध्यक्ष शिव अरोरा, राजकुमारी गिरी, अनिल मदान, राजीव घई, विवेक सक्सेना, मोहन राय, रामप्रसाद मंडल, अमित नारंग, ठाकुर विश्वास, ललित बिष्ट, बंटी कोली, आयुष चिलाना, राजीव गंगवार, शालिनी बोरा, किरन राठौर आदि मौजूद थे।
राजकपूर की पत्नी के निधन के चलते नहीं पहुंचे संजय दत्त
रुद्रपुर। आज समीपवर्ती ग्राम रतनपुरा में विशिष्ट आयुर्वेदिक चिकित्सा केंद्र का शुभारम्भ किया जाना था। पद्मश्री वैद्य बालेन्दु प्रकाश ने बताया था कि इस चिकित्सा केन्द्र का शुभारम्भ मशहूर फिल्म अभिनेता संजय दत्त करेंगे। उनके आगमन को लेकर तैयारियां भी पूर्ण कर ली गयी थीं लेकिन आज प्रातः फिल्म अभिनेता स्व- राज कपूर की धर्मपत्नी श्रीमती कृष्णाराज कपूर का आकस्मिक निधन हो गया जिसके चलते फिल्म जगत में शोक की लहर दौड़ गयी। कृष्णा कपूर के निधन के चलते अभिनेता संजय दत्त का यहां आने का कार्यक्रम स्थगित हो गया।